Comments - शान्ति .... - Open Books Online2024-03-28T14:36:28Zhttp://openbooksonline.com/profiles/comment/feed?attachedTo=5170231%3ABlogPost%3A947863&xn_auth=noआदरणीय विजय निकोर जी, सादर प्…tag:openbooksonline.com,2018-09-16:5170231:Comment:9489892018-09-16T07:10:35.708ZSushil Sarnahttp://openbooksonline.com/profile/SushilSarna
<p>आदरणीय विजय निकोर जी, सादर प्रणाम .... सृजन आपकी आत्मीय प्रशंसा का दिल से आभार।</p>
<p>आदरणीय विजय निकोर जी, सादर प्रणाम .... सृजन आपकी आत्मीय प्रशंसा का दिल से आभार।</p> आदरणीय Naveen Mani Tripathi ज…tag:openbooksonline.com,2018-09-07:5170231:Comment:9482132018-09-07T12:02:44.630ZSushil Sarnahttp://openbooksonline.com/profile/SushilSarna
<p>आदरणीय <a href="http://www.openbooksonline.com/profile/NaveenManiTripathi" class="fn url">Naveen Mani Tripathi</a> जी सृजन की गहनता को अपनी सहमति देती प्रतिक्रिया से अलंकृत करने का दिल से आभार।</p>
<p>आदरणीय <a href="http://www.openbooksonline.com/profile/NaveenManiTripathi" class="fn url">Naveen Mani Tripathi</a> जी सृजन की गहनता को अपनी सहमति देती प्रतिक्रिया से अलंकृत करने का दिल से आभार।</p> पवन के पृष्ठों पर ॐ शान्ति ॐ…tag:openbooksonline.com,2018-09-07:5170231:Comment:9479882018-09-07T11:29:16.939ZNaveen Mani Tripathihttp://openbooksonline.com/profile/NaveenManiTripathi
<p><span>पवन के पृष्ठों पर </span><br/><br/><span>ॐ शान्ति ॐ शान्ति ॐ शान्ति </span><br/><br/><span>के सुवासित सन्देश से </span><br/><br/><span>नव युग के निर्माण का </span><br/><br/><span>आह्वान करते हैं</span></p>
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<p><span>वाह बहुत सुन्दर आदरणीय । अत्यंत सामयिक हस्ताक्षर ।</span></p>
<p><span>पवन के पृष्ठों पर </span><br/><br/><span>ॐ शान्ति ॐ शान्ति ॐ शान्ति </span><br/><br/><span>के सुवासित सन्देश से </span><br/><br/><span>नव युग के निर्माण का </span><br/><br/><span>आह्वान करते हैं</span></p>
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<p><span>वाह बहुत सुन्दर आदरणीय । अत्यंत सामयिक हस्ताक्षर ।</span></p> आदरणीय समर कबीर साहिब , आदाब…tag:openbooksonline.com,2018-09-07:5170231:Comment:9480522018-09-07T07:16:33.872ZSushil Sarnahttp://openbooksonline.com/profile/SushilSarna
<p>आदरणीय समर कबीर साहिब , आदाब ..... जी सृजन पर आपकी मनोहारी प्रशंसा का दिल से शुक्रिया।</p>
<p>आदरणीय समर कबीर साहिब , आदाब ..... जी सृजन पर आपकी मनोहारी प्रशंसा का दिल से शुक्रिया।</p> आदरणीय मो आरिफ साहिब , आदाब .…tag:openbooksonline.com,2018-09-07:5170231:Comment:9482072018-09-07T07:16:24.765ZSushil Sarnahttp://openbooksonline.com/profile/SushilSarna
<p>आदरणीय मो आरिफ साहिब , आदाब .... बन्दे के सृजन को इतना आत्मीय मान देने का दिल की असीम गहराईयों से शुक्रिया। <br/><br/></p>
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<p>आदरणीय मो आरिफ साहिब , आदाब .... बन्दे के सृजन को इतना आत्मीय मान देने का दिल की असीम गहराईयों से शुक्रिया। <br/><br/></p>
<p></p> जनाब सुशील सरना जी आदाब,अच्छी…tag:openbooksonline.com,2018-09-07:5170231:Comment:9481442018-09-07T04:53:31.278ZSamar kabeerhttp://openbooksonline.com/profile/Samarkabeer
<p>जनाब सुशील सरना जी आदाब,अच्छी कविता लिखी आपने,इस प्रस्तुति पर बधाई स्वीकार करें ।</p>
<p>जनाब सुशील सरना जी आदाब,अच्छी कविता लिखी आपने,इस प्रस्तुति पर बधाई स्वीकार करें ।</p> आदरणीय सुशील सरना जी आदाब,
…tag:openbooksonline.com,2018-09-06:5170231:Comment:9480422018-09-06T16:59:04.076ZMohammed Arifhttp://openbooksonline.com/profile/MohammedArif
<p>आदरणीय सुशील सरना जी आदाब,</p>
<p> आपकी अब तक की सर्वश्रेष्ठ कविता की श्रेणी में इस कविता को रखना चाहूँगा । आज हर देश में शांति की आवश्यकता है । वैश्विक संदेश देती रचना के लिए हार्दिक बधाई स्वीकार करें ।</p>
<p>आदरणीय सुशील सरना जी आदाब,</p>
<p> आपकी अब तक की सर्वश्रेष्ठ कविता की श्रेणी में इस कविता को रखना चाहूँगा । आज हर देश में शांति की आवश्यकता है । वैश्विक संदेश देती रचना के लिए हार्दिक बधाई स्वीकार करें ।</p>