Comments - ग़ज़ल - Open Books Online2024-03-29T10:46:47Zhttp://openbooksonline.com/profiles/comment/feed?attachedTo=5170231%3ABlogPost%3A961004&xn_auth=noजनाब राज़ नावादवी साहब बहुत बह…tag:openbooksonline.com,2018-11-18:5170231:Comment:9613522018-11-18T05:35:46.809ZNaveen Mani Tripathihttp://openbooksonline.com/profile/NaveenManiTripathi
<p>जनाब राज़ नावादवी साहब बहुत बहुत शुक्रियः।</p>
<p>जनाब राज़ नावादवी साहब बहुत बहुत शुक्रियः।</p> जनाब नवीन मणि त्रिपाठी साहिब,…tag:openbooksonline.com,2018-11-18:5170231:Comment:9614152018-11-18T05:06:35.211Zराज़ नवादवीhttp://openbooksonline.com/profile/RazNawadwi
<p><span>जनाब नवीन मणि त्रिपाठी साहिब, आदाब, सुन्दर ग़ज़ल की प्रस्तुति पे बधाई स्वीकार करें. सादर </span></p>
<p><span>जनाब नवीन मणि त्रिपाठी साहिब, आदाब, सुन्दर ग़ज़ल की प्रस्तुति पे बधाई स्वीकार करें. सादर </span></p> आ0 कबीर सर सादर नमन के साथ बह…tag:openbooksonline.com,2018-11-16:5170231:Comment:9612452018-11-16T11:22:09.258ZNaveen Mani Tripathihttp://openbooksonline.com/profile/NaveenManiTripathi
<p>आ0 कबीर सर सादर नमन के साथ बहुत बहुत आभार ।</p>
<p>आ0 कबीर सर सादर नमन के साथ बहुत बहुत आभार ।</p> जनाब नवीन मणि त्रिपाठी जी आदा…tag:openbooksonline.com,2018-11-16:5170231:Comment:9611582018-11-16T09:29:23.492ZSamar kabeerhttp://openbooksonline.com/profile/Samarkabeer
<p>जनाब नवीन मणि त्रिपाठी जी आदाब,ग़ज़ल का प्रयास अच्छा है,बधाई स्वीकार करें ।</p>
<p></p>
<p>' <span>कोई ले गया मेरा चाँद है मेरे आसमाँ से उतार कर'</span></p>
<p><span>इस मिसरे को यूं कर लें :-</span></p>
<p><span>'कोई ले गया मेरे चाँद को मेरे आसमाँ से उतार कर'</span></p>
<p>जनाब नवीन मणि त्रिपाठी जी आदाब,ग़ज़ल का प्रयास अच्छा है,बधाई स्वीकार करें ।</p>
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<p>' <span>कोई ले गया मेरा चाँद है मेरे आसमाँ से उतार कर'</span></p>
<p><span>इस मिसरे को यूं कर लें :-</span></p>
<p><span>'कोई ले गया मेरे चाँद को मेरे आसमाँ से उतार कर'</span></p> आ0 ज़नाब तेजवीर सिंह जी तहेदिल…tag:openbooksonline.com,2018-11-16:5170231:Comment:9611562018-11-16T06:36:30.759ZNaveen Mani Tripathihttp://openbooksonline.com/profile/NaveenManiTripathi
<p>आ0 ज़नाब तेजवीर सिंह जी तहेदिल से बहुत बहुत शुक्रिया।</p>
<p>आ0 ज़नाब तेजवीर सिंह जी तहेदिल से बहुत बहुत शुक्रिया।</p> हार्दिक बधाई आदरणीय नवीन मणि…tag:openbooksonline.com,2018-11-16:5170231:Comment:9612352018-11-16T04:28:47.734ZTEJ VEER SINGHhttp://openbooksonline.com/profile/TEJVEERSINGH
<p>हार्दिक बधाई आदरणीय नवीन मणि जी।बेहतरीन गज़ल।</p>
<p>नये किस्म का है ये शह्र भी नए आशिकों का ये दौर है ।<br/>कहीं लग न जाये नज़र तुम्हें न चलो यूँ जुल्फें सँवार कर।।</p>
<p>हार्दिक बधाई आदरणीय नवीन मणि जी।बेहतरीन गज़ल।</p>
<p>नये किस्म का है ये शह्र भी नए आशिकों का ये दौर है ।<br/>कहीं लग न जाये नज़र तुम्हें न चलो यूँ जुल्फें सँवार कर।।</p>