Comments - ओढ़े बुढ़ापा जी रहा बचपन कोई न हो - ( गजल)- लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' - Open Books Online2024-03-28T22:42:28Zhttp://openbooksonline.com/profiles/comment/feed?attachedTo=5170231%3ABlogPost%3A964634&xn_auth=noआ. भाई फूल सिंह जी, गजल की प्…tag:openbooksonline.com,2018-12-12:5170231:Comment:9650702018-12-12T07:07:28.377Zलक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'http://openbooksonline.com/profile/laxmandhami
<p><span>आ. भाई फूल सिंह</span><span> जी, गजल की प्रशंसा के लिए हार्दिक धन्यवाद ।</span></p>
<p><span>आ. भाई फूल सिंह</span><span> जी, गजल की प्रशंसा के लिए हार्दिक धन्यवाद ।</span></p> सूंदर रचनाtag:openbooksonline.com,2018-12-11:5170231:Comment:9649932018-12-11T11:42:10.613ZPHOOL SINGHhttp://openbooksonline.com/profile/PHOOLSINGH
<p>सूंदर रचना</p>
<p>सूंदर रचना</p> आ. भाई आशुतोस जी, सादर अभिवाद…tag:openbooksonline.com,2018-12-10:5170231:Comment:9650402018-12-10T01:19:42.578Zलक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'http://openbooksonline.com/profile/laxmandhami
<p>आ. भाई आशुतोस जी, सादर अभिवादन । गजल पर उपस्थिति और प्रशंसा के लिए आभार ।</p>
<p>आ. भाई आशुतोस जी, सादर अभिवादन । गजल पर उपस्थिति और प्रशंसा के लिए आभार ।</p> आदरणीय लक्ष्मण धामी जी ...इस…tag:openbooksonline.com,2018-12-09:5170231:Comment:9647922018-12-09T11:32:37.592ZDr Ashutosh Mishrahttp://openbooksonline.com/profile/DrAshutoshMishra
<p>आदरणीय लक्ष्मण धामी जी ...इस सार्थक ग़ज़ल के लिए हार्दिक बधाई सादर </p>
<p>आदरणीय लक्ष्मण धामी जी ...इस सार्थक ग़ज़ल के लिए हार्दिक बधाई सादर </p> आ. भाई छोटेलाल जी, गजल की प्र…tag:openbooksonline.com,2018-12-06:5170231:Comment:9646952018-12-06T15:38:33.972Zलक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'http://openbooksonline.com/profile/laxmandhami
<p>आ. भाई छोटेलाल जी, गजल की प्रशंसा के लिए हार्दिक धन्यवाद ।</p>
<p>आ. भाई छोटेलाल जी, गजल की प्रशंसा के लिए हार्दिक धन्यवाद ।</p> आ. भाई राज नवादवी जी, प्रशंसा…tag:openbooksonline.com,2018-12-06:5170231:Comment:9648522018-12-06T15:37:36.236Zलक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'http://openbooksonline.com/profile/laxmandhami
<p>आ. भाई राज नवादवी जी, प्रशंसा के लिए हार्दिक आभार ।</p>
<p>आ. भाई राज नवादवी जी, प्रशंसा के लिए हार्दिक आभार ।</p> आदरणीय लक्ष्मण धामी साहब बेहत…tag:openbooksonline.com,2018-12-06:5170231:Comment:9648422018-12-06T10:48:13.910Zडॉ छोटेलाल सिंहhttp://openbooksonline.com/profile/20ch7d01r75yx
<p>आदरणीय लक्ष्मण धामी साहब बेहतरीन गजल के लिए बहुत बहुत बधाई</p>
<p>आदरणीय लक्ष्मण धामी साहब बेहतरीन गजल के लिए बहुत बहुत बधाई</p> आदरणीय लक्ष्मण धामी जी, सुन्द…tag:openbooksonline.com,2018-12-05:5170231:Comment:9646702018-12-05T16:33:49.408Zराज़ नवादवीhttp://openbooksonline.com/profile/RazNawadwi
<p>आदरणीय लक्ष्मण धामी जी, सुन्दर ग़ज़ल की प्रस्तुति के लिए दाद के साथ मुबारकबाद. सादर.</p>
<p>आदरणीय लक्ष्मण धामी जी, सुन्दर ग़ज़ल की प्रस्तुति के लिए दाद के साथ मुबारकबाद. सादर.</p> आ. भाई तेजवीर जी, सादर अभिवाद…tag:openbooksonline.com,2018-12-05:5170231:Comment:9648242018-12-05T13:07:02.565Zलक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'http://openbooksonline.com/profile/laxmandhami
<p>आ. भाई तेजवीर जी, सादर अभिवादन । गजल की प्रशंसा के लिए आभार ।</p>
<p>आ. भाई तेजवीर जी, सादर अभिवादन । गजल की प्रशंसा के लिए आभार ।</p> आ. भाई समर जी, सादर अभिवादन ।…tag:openbooksonline.com,2018-12-05:5170231:Comment:9648232018-12-05T13:05:25.032Zलक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'http://openbooksonline.com/profile/laxmandhami
<p>आ. भाई समर जी, सादर अभिवादन । गजल पर उपस्थिति, प्रशंसा व मार्गदर्शन के लिए धन्यवाद ।</p>
<p>आ. भाई समर जी, सादर अभिवादन । गजल पर उपस्थिति, प्रशंसा व मार्गदर्शन के लिए धन्यवाद ।</p>