Comments - ग़ज़ल : अशआर मेरे जिनको सुनाने के लिए हैं - Open Books Online2024-03-29T01:56:23Zhttp://openbooksonline.com/profiles/comment/feed?attachedTo=5170231%3ABlogPost%3A969851&xn_auth=noजी आदरणीय समर कबीर सर. देखता…tag:openbooksonline.com,2019-01-27:5170231:Comment:9718762019-01-27T06:09:27.522ZMahendra Kumarhttp://openbooksonline.com/profile/Mahendra
<p>जी आदरणीय समर कबीर सर. देखता हूँ इसे कैसे बेहतर कर सकता हूँ. आपका बहुत-बहुत शुक्रिया. सादर.</p>
<p>जी आदरणीय समर कबीर सर. देखता हूँ इसे कैसे बेहतर कर सकता हूँ. आपका बहुत-बहुत शुक्रिया. सादर.</p> //ऐसी बह्र जहां 11 का प्रयोग…tag:openbooksonline.com,2019-01-27:5170231:Comment:9719142019-01-27T06:08:18.911ZMahendra Kumarhttp://openbooksonline.com/profile/Mahendra
<p>//<span>ऐसी बह्र जहां 11 का प्रयोग हो वहाँ मात्रा पतन से बचने का प्रयास करने से ग़ज़लों में रवानी अच्छी आती है । // उम्दा जानकारी साझा करने के लिए आपका बहुत-बहुत आभार आदरणीय नवीन जी. //एक सुझाव मात्र।// सुझाव अच्छा है. और आप निश्चिंत रहें. </span></p>
<p>मेरे ब्लॉग पर सभी प्रतिक्रियाओं का खुले दिल से स्वागत है. ग़ज़ल में आपकी उपस्थिति, हौसलाफजाई और इस्लाह का बहुत-बहुत शुक्रिया. सादर.</p>
<p>//<span>ऐसी बह्र जहां 11 का प्रयोग हो वहाँ मात्रा पतन से बचने का प्रयास करने से ग़ज़लों में रवानी अच्छी आती है । // उम्दा जानकारी साझा करने के लिए आपका बहुत-बहुत आभार आदरणीय नवीन जी. //एक सुझाव मात्र।// सुझाव अच्छा है. और आप निश्चिंत रहें. </span></p>
<p>मेरे ब्लॉग पर सभी प्रतिक्रियाओं का खुले दिल से स्वागत है. ग़ज़ल में आपकी उपस्थिति, हौसलाफजाई और इस्लाह का बहुत-बहुत शुक्रिया. सादर.</p> हार्दिक आभार आदरणीय राज़ नवादव…tag:openbooksonline.com,2019-01-27:5170231:Comment:9718032019-01-27T06:02:50.567ZMahendra Kumarhttp://openbooksonline.com/profile/Mahendra
<p>हार्दिक आभार आदरणीय राज़ नवादवी जी. बहुत-बहुत शुक्रिया. सादर.</p>
<p>हार्दिक आभार आदरणीय राज़ नवादवी जी. बहुत-बहुत शुक्रिया. सादर.</p> बहुत-बहुत शुक्रिया आदरणीय सुर…tag:openbooksonline.com,2019-01-27:5170231:Comment:9718022019-01-27T06:02:27.636ZMahendra Kumarhttp://openbooksonline.com/profile/Mahendra
<p>बहुत-बहुत शुक्रिया आदरणीय सुरेन्द्र नाथ सिंह जी. हृदय से आभारी हूँ. सादर.</p>
<p>बहुत-बहुत शुक्रिया आदरणीय सुरेन्द्र नाथ सिंह जी. हृदय से आभारी हूँ. सादर.</p> छटे और आख़री शैर पर ग़ौर करें ।tag:openbooksonline.com,2019-01-19:5170231:Comment:9702132019-01-19T06:11:13.768ZSamar kabeerhttp://openbooksonline.com/profile/Samarkabeer
<p>छटे और आख़री शैर पर ग़ौर करें ।</p>
<p>छटे और आख़री शैर पर ग़ौर करें ।</p> ग़ज़ल का प्रयास बहुत सुंदर हुआ…tag:openbooksonline.com,2019-01-18:5170231:Comment:9700552019-01-18T19:06:42.794ZNaveen Mani Tripathihttp://openbooksonline.com/profile/NaveenManiTripathi
<p>ग़ज़ल का प्रयास बहुत सुंदर हुआ है । अच्छे मफ़हूम पर ग़ज़ल हुई ।</p>
<p>221 1221 1221 122</p>
<p>उनके लिए कुर्बान मैंने हर खुशी कर दी ।</p>
<p>जिनके लिए कुर्बान हुई हर खुशी मेरी ।</p>
<p>बस लोग वही मुझको रुलाने के लिए हैं ।। एक सुझाव मात्र । </p>
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<p style="text-align: center;">ऐसी बह्र जहां 11 का प्रयोग हो वहाँ मात्रा पतन से बचने का प्रयास करने से ग़ज़लों में रवानी अच्छी आती है । </p>
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<p>ग़ज़ल का प्रयास बहुत सुंदर हुआ है । अच्छे मफ़हूम पर ग़ज़ल हुई ।</p>
<p>221 1221 1221 122</p>
<p>उनके लिए कुर्बान मैंने हर खुशी कर दी ।</p>
<p>जिनके लिए कुर्बान हुई हर खुशी मेरी ।</p>
<p>बस लोग वही मुझको रुलाने के लिए हैं ।। एक सुझाव मात्र । </p>
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<p style="text-align: center;">ऐसी बह्र जहां 11 का प्रयोग हो वहाँ मात्रा पतन से बचने का प्रयास करने से ग़ज़लों में रवानी अच्छी आती है । </p>
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<p></p> आदरणीय भाई महेंद्र कुमार साहब…tag:openbooksonline.com,2019-01-18:5170231:Comment:9699532019-01-18T18:47:30.679Zराज़ नवादवीhttp://openbooksonline.com/profile/RazNawadwi
<p>आदरणीय भाई महेंद्र कुमार साहब, आदाब. सुन्दर ग़ज़ल की प्रस्तुति पे दाद के साथ मुबारकबाद. सादर. </p>
<p>आदरणीय भाई महेंद्र कुमार साहब, आदाब. सुन्दर ग़ज़ल की प्रस्तुति पे दाद के साथ मुबारकबाद. सादर. </p> आद0 महेंद्र जी सादर अभिवादन।…tag:openbooksonline.com,2019-01-18:5170231:Comment:9700352019-01-18T04:18:26.674Zनाथ सोनांचलीhttp://openbooksonline.com/profile/SurendraNathSingh
<p>आद0 महेंद्र जी सादर अभिवादन। बढ़िया ग़ज़ल कही आपने। शैर दर शैर दाद के साथ बधाई स्वीकार कीजिये</p>
<p>आद0 महेंद्र जी सादर अभिवादन। बढ़िया ग़ज़ल कही आपने। शैर दर शैर दाद के साथ बधाई स्वीकार कीजिये</p> लिखना सार्थक रहा आदरणीय अजय ज…tag:openbooksonline.com,2019-01-17:5170231:Comment:9698782019-01-17T15:56:38.774ZMahendra Kumarhttp://openbooksonline.com/profile/Mahendra
<p>लिखना सार्थक रहा आदरणीय अजय जी. बहुत-बहुत शुक्रिया. हार्दिक आभार. सादर.</p>
<p>लिखना सार्थक रहा आदरणीय अजय जी. बहुत-बहुत शुक्रिया. हार्दिक आभार. सादर.</p> बहुत-बहुत शुक्रिया आदरणीय तेज…tag:openbooksonline.com,2019-01-17:5170231:Comment:9699362019-01-17T15:56:03.658ZMahendra Kumarhttp://openbooksonline.com/profile/Mahendra
<p>बहुत-बहुत शुक्रिया आदरणीय तेज वीर सिंह जी. हृदय से आभारी हूँ. सादर.</p>
<p>बहुत-बहुत शुक्रिया आदरणीय तेज वीर सिंह जी. हृदय से आभारी हूँ. सादर.</p>