Comments - अहीर छंद "प्रदूषण" - Open Books Online2024-03-29T10:13:10Zhttp://openbooksonline.com/profiles/comment/feed?attachedTo=5170231%3ABlogPost%3A981110&xn_auth=noबहुत खूबसूरत छंद बहुत सुन्दर…tag:openbooksonline.com,2019-04-25:5170231:Comment:9820072019-04-25T15:25:45.297ZDr.Prachi Singhhttp://openbooksonline.com/profile/DrPrachiSingh376
<p>बहुत खूबसूरत छंद बहुत सुन्दर निर्वाह <br/>हार्दिक बधाई </p>
<p>बहुत खूबसूरत छंद बहुत सुन्दर निर्वाह <br/>हार्दिक बधाई </p> जनाब बासुदेव अग्रवाल 'नमन'जी…tag:openbooksonline.com,2019-04-23:5170231:Comment:9815772019-04-23T09:36:12.172ZSamar kabeerhttp://openbooksonline.com/profile/Samarkabeer
<p>जनाब बासुदेव अग्रवाल 'नमन'जी आदाब, अच्छे छन्द हुए हैं,बधाई स्वीकार करें ।</p>
<p>जनाब बासुदेव अग्रवाल 'नमन'जी आदाब, अच्छे छन्द हुए हैं,बधाई स्वीकार करें ।</p> आ0 सुशील सारना जी आपका बहुत ब…tag:openbooksonline.com,2019-04-20:5170231:Comment:9810802019-04-20T03:21:14.856Zबासुदेव अग्रवाल 'नमन'http://openbooksonline.com/profile/Basudeo
<p>आ0 सुशील सारना जी आपका बहुत बहुत आभार।</p>
<p>आ0 सुशील सारना जी आपका बहुत बहुत आभार।</p> आदरणीय वासुदेव जी अति सुंदर औ…tag:openbooksonline.com,2019-04-18:5170231:Comment:9811142019-04-18T14:32:35.485ZSushil Sarnahttp://openbooksonline.com/profile/SushilSarna
<p>आदरणीय वासुदेव जी अति सुंदर और प्रवाहमयी सृजन के लिए दिल से बधाई ।</p>
<p>आदरणीय वासुदेव जी अति सुंदर और प्रवाहमयी सृजन के लिए दिल से बधाई ।</p> आ0 गोपाल नारायण जी आपका बहुत…tag:openbooksonline.com,2019-04-18:5170231:Comment:9810472019-04-18T10:35:59.589Zबासुदेव अग्रवाल 'नमन'http://openbooksonline.com/profile/Basudeo
<p>आ0 गोपाल नारायण जी आपका बहुत बहुत आभार।</p>
<p>आ0 गोपाल नारायण जी आपका बहुत बहुत आभार।</p> आ०, ग्यारह सम मात्रिक छंद जिस…tag:openbooksonline.com,2019-04-18:5170231:Comment:9810442019-04-18T08:10:46.398Zडॉ गोपाल नारायन श्रीवास्तवhttp://openbooksonline.com/profile/GOPALNARAINSRIVASTAVA
<p>आ०, ग्यारह सम मात्रिक छंद जिसके प्रत्येक चरणात में १२१ अनिवार्य का कुशल निर्वाह i इस छंद की एक धुन भी है ,जिसमे प्रवाह होता है जैसे </p>
<p><b><i>ओ मेरे मनमीत </i></b></p>
<p><b><i>दिल मेरा तू जीत </i></b></p>
<p><b><i>गा जीवन के गीत </i></b></p>
<p><b><i>मुझे मिले नवनीत </i></b></p>
<p>आ०, ग्यारह सम मात्रिक छंद जिसके प्रत्येक चरणात में १२१ अनिवार्य का कुशल निर्वाह i इस छंद की एक धुन भी है ,जिसमे प्रवाह होता है जैसे </p>
<p><b><i>ओ मेरे मनमीत </i></b></p>
<p><b><i>दिल मेरा तू जीत </i></b></p>
<p><b><i>गा जीवन के गीत </i></b></p>
<p><b><i>मुझे मिले नवनीत </i></b></p>