Comments - ग़ज़ल _किसी से प्यार किसी से क़रार ख़ैर ख़ुदा - Open Books Online2024-03-29T10:22:50Zhttp://openbooksonline.com/profiles/comment/feed?attachedTo=5170231%3ABlogPost%3A984133&xn_auth=noजनाब भाई लक्ष्मण धा मी साहिब,…tag:openbooksonline.com,2019-05-21:5170231:Comment:9842002019-05-21T06:41:00.104ZTasdiq Ahmed Khanhttp://openbooksonline.com/profile/TasdiqAhmedKhan
<p>जनाब भाई लक्ष्मण धा मी साहिब, ग़ज़ल पसंद करने और आपकी हौसला अफजाई का बहुत बहुत शुक्रिया </p>
<p>जनाब भाई लक्ष्मण धा मी साहिब, ग़ज़ल पसंद करने और आपकी हौसला अफजाई का बहुत बहुत शुक्रिया </p> आ. भाई तस्दीक अहमद जी, सादर अ…tag:openbooksonline.com,2019-05-21:5170231:Comment:9841892019-05-21T03:48:06.049Zलक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'http://openbooksonline.com/profile/laxmandhami
<p>आ. भाई तस्दीक अहमद जी, सादर अभिवादन। बेहतरीन गजल हुयी है । हार्दिक बधाई।</p>
<p>आ. भाई तस्दीक अहमद जी, सादर अभिवादन। बेहतरीन गजल हुयी है । हार्दिक बधाई।</p> जनाब भाई सुरेंद्र नाथ साहिब,…tag:openbooksonline.com,2019-05-20:5170231:Comment:9840832019-05-20T12:18:09.926ZTasdiq Ahmed Khanhttp://openbooksonline.com/profile/TasdiqAhmedKhan
<p>जनाब भाई सुरेंद्र नाथ साहिब, ग़ज़ल पर आपकी खूबसूरत प्रतिक्रिया और हौसला अफज़ाई का बहुत बहुत शुक्रिया l</p>
<p>जनाब भाई सुरेंद्र नाथ साहिब, ग़ज़ल पर आपकी खूबसूरत प्रतिक्रिया और हौसला अफज़ाई का बहुत बहुत शुक्रिया l</p> आद0 तस्दीक अहमद खान साहब सादर…tag:openbooksonline.com,2019-05-20:5170231:Comment:9840812019-05-20T12:14:11.956Zनाथ सोनांचलीhttp://openbooksonline.com/profile/SurendraNathSingh
<p>आद0 तस्दीक अहमद खान साहब सादर अभिवादन। बहुत ही बेहतरीन ग़ज़ल कही आपने। वाह वाह वाह। बहुत बहुत बधाई आपको। इस शैर पर अतिरिक्त तालियां</p>
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<p>किसी की पड़ गई तारीफ़ दोस्तों मंहगी<span> </span><br/>दिया है उसने नज़र से उतार ख़ैर ख़ुदा</p>
<p>आद0 तस्दीक अहमद खान साहब सादर अभिवादन। बहुत ही बेहतरीन ग़ज़ल कही आपने। वाह वाह वाह। बहुत बहुत बधाई आपको। इस शैर पर अतिरिक्त तालियां</p>
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<p>किसी की पड़ गई तारीफ़ दोस्तों मंहगी<span> </span><br/>दिया है उसने नज़र से उतार ख़ैर ख़ुदा</p>