Comments - ताप संताप दोहे : - Open Books Online2024-03-29T14:59:59Zhttp://openbooksonline.com/profiles/comment/feed?attachedTo=5170231%3ABlogPost%3A985984&xn_auth=noआदरणीय विजय निकोर जी सृजन पर…tag:openbooksonline.com,2019-06-29:5170231:Comment:9867432019-06-29T08:50:23.139ZSushil Sarnahttp://openbooksonline.com/profile/SushilSarna
<p>आदरणीय विजय निकोर जी सृजन पर आपकी आत्मीय प्रशंसा का दिल से आभार। </p>
<p>आदरणीय विजय निकोर जी सृजन पर आपकी आत्मीय प्रशंसा का दिल से आभार। </p> आदरणीय समर कबीर साहिब , आदाब …tag:openbooksonline.com,2019-06-29:5170231:Comment:9865902019-06-29T08:50:17.688ZSushil Sarnahttp://openbooksonline.com/profile/SushilSarna
<p>आदरणीय समर कबीर साहिब , आदाब .... सृजन आपकी आत्मीय प्रशंसा का आभारी है। आपके द्वारा इंगित त्रुटि सही है मैं इसका संशोधन कर पुनः प्रेषित करूंगा। इस हेतु आपका हार्दिक आभार। आपके द्वारा इंगित त्रुटि सही है मैं इसका संशोधन कर पुनः प्रेषित करूंगा। इस हेतु आपका हार्दिक आभार। <br/><br/></p>
<p>आदरणीय समर कबीर साहिब , आदाब .... सृजन आपकी आत्मीय प्रशंसा का आभारी है। आपके द्वारा इंगित त्रुटि सही है मैं इसका संशोधन कर पुनः प्रेषित करूंगा। इस हेतु आपका हार्दिक आभार। आपके द्वारा इंगित त्रुटि सही है मैं इसका संशोधन कर पुनः प्रेषित करूंगा। इस हेतु आपका हार्दिक आभार। <br/><br/></p> बहुत ही सुन्दर दोहे रचे हैं।…tag:openbooksonline.com,2019-06-23:5170231:Comment:9862702019-06-23T10:47:16.398Zvijay nikorehttp://openbooksonline.com/profile/vijaynikore
<p>बहुत ही सुन्दर दोहे रचे हैं। बधाई सुशील जी।</p>
<p>बहुत ही सुन्दर दोहे रचे हैं। बधाई सुशील जी।</p> जनाब सुशील सरना जी आदाब,गर्मी…tag:openbooksonline.com,2019-06-23:5170231:Comment:9862672019-06-23T09:51:01.554ZSamar kabeerhttp://openbooksonline.com/profile/Samarkabeer
<p>जनाब सुशील सरना जी आदाब,गर्मी के मौसम पर अच्छे दोहे रचे आपने,इस प्रस्तुति पर बधाई स्वीकार करें ।</p>
<p></p>
<p><span>'भानु रशिम कर रही, कैसा तांडव आज'</span></p>
<p><span>इस पंक्ति के पहले चरण में 11 मात्राएँ हो रही हैं,देखियेगा ।</span></p>
<p></p>
<p><span>'मेघो अपने रहम की, जरा करो बरसात'</span></p>
<p><span>आप की जानकारी के लिए बता रहा हूँ कि इस पंक्ति के विषम चरण में 'रहम' शब्द का शुद्ध उच्चारण "रह्म" 21 होता है ।</span></p>
<p>जनाब सुशील सरना जी आदाब,गर्मी के मौसम पर अच्छे दोहे रचे आपने,इस प्रस्तुति पर बधाई स्वीकार करें ।</p>
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<p><span>'भानु रशिम कर रही, कैसा तांडव आज'</span></p>
<p><span>इस पंक्ति के पहले चरण में 11 मात्राएँ हो रही हैं,देखियेगा ।</span></p>
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<p><span>'मेघो अपने रहम की, जरा करो बरसात'</span></p>
<p><span>आप की जानकारी के लिए बता रहा हूँ कि इस पंक्ति के विषम चरण में 'रहम' शब्द का शुद्ध उच्चारण "रह्म" 21 होता है ।</span></p> आदरणीय डॉ छोटेलाल सिंह ज…tag:openbooksonline.com,2019-06-22:5170231:Comment:9862522019-06-22T10:49:19.727ZSushil Sarnahttp://openbooksonline.com/profile/SushilSarna
<p>आदरणीय <span> <a href="http://openbooksonline.com/profile/20ch7d01r75yx" class="fn url">डॉ छोटेलाल सिंह</a> </span>जी सृजन पर आपके दिलकश प्रशंसा का दिल से आभार। </p>
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<p>आदरणीय <span> <a href="http://openbooksonline.com/profile/20ch7d01r75yx" class="fn url">डॉ छोटेलाल सिंह</a> </span>जी सृजन पर आपके दिलकश प्रशंसा का दिल से आभार। </p>
<p></p> आदरणीय narendrasinh chauha…tag:openbooksonline.com,2019-06-22:5170231:Comment:9860882019-06-22T10:48:53.799ZSushil Sarnahttp://openbooksonline.com/profile/SushilSarna
<p>आदरणीय <span> <a href="http://openbooksonline.com/profile/narendrasinhchauhan" class="fn url">narendrasinh chauhan</a> </span>जी सृजन पर आपके दिलकश प्रशंसा का दिल से आभार। </p>
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<p>आदरणीय <span> <a href="http://openbooksonline.com/profile/narendrasinhchauhan" class="fn url">narendrasinh chauhan</a> </span>जी सृजन पर आपके दिलकश प्रशंसा का दिल से आभार। </p>
<p></p> आदरणीय सुशील सरना जी बहुत ही…tag:openbooksonline.com,2019-06-21:5170231:Comment:9860762019-06-21T02:29:40.636Zडॉ छोटेलाल सिंहhttp://openbooksonline.com/profile/20ch7d01r75yx
<p>आदरणीय सुशील सरना जी बहुत ही सुंदर रचना आपने सृजित की,बहुत बहुत बधाई</p>
<p>आदरणीय सुशील सरना जी बहुत ही सुंदर रचना आपने सृजित की,बहुत बहुत बधाई</p> खूब सुन्दर दोहावली सर tag:openbooksonline.com,2019-06-20:5170231:Comment:9859902019-06-20T13:53:27.262Znarendrasinh chauhanhttp://openbooksonline.com/profile/narendrasinhchauhan
<p><span>खूब सुन्दर दोहावली सर </span></p>
<p><span>खूब सुन्दर दोहावली सर </span></p>