Comments - क्षणिकाएँ - Open Books Online2024-03-19T10:37:57Zhttp://openbooksonline.com/profiles/comment/feed?attachedTo=5170231%3ABlogPost%3A996274&xn_auth=noआद0 usha जी सादर अभिवादन। बढ़ि…tag:openbooksonline.com,2019-11-28:5170231:Comment:9968902019-11-28T14:35:49.566Zनाथ सोनांचलीhttp://openbooksonline.com/profile/SurendraNathSingh
<p>आद0 usha जी सादर अभिवादन। बढ़िया पंक्तिया सृजित की आपने,, बधाई स्वीकार कीजिये।</p>
<p>आद0 usha जी सादर अभिवादन। बढ़िया पंक्तिया सृजित की आपने,, बधाई स्वीकार कीजिये।</p> आदरणीय समर कबीर साहब, आदाब। आ…tag:openbooksonline.com,2019-11-26:5170231:Comment:9969272019-11-26T03:11:27.602ZUshahttp://openbooksonline.com/profile/Usha
<p>आदरणीय समर कबीर साहब, आदाब। आपकी सकारात्मक टिप्पणी से प्रोत्साहन मिला। आभार। सादर।</p>
<p>आदरणीय समर कबीर साहब, आदाब। आपकी सकारात्मक टिप्पणी से प्रोत्साहन मिला। आभार। सादर।</p> मुहतरमा ऊषा जी आदाब,अच्छा प्र…tag:openbooksonline.com,2019-11-25:5170231:Comment:9968192019-11-25T09:02:31.757ZSamar kabeerhttp://openbooksonline.com/profile/Samarkabeer
<p>मुहतरमा ऊषा जी आदाब,अच्छा प्रयास है,बधाई स्वीकार करें ।</p>
<p>मुहतरमा ऊषा जी आदाब,अच्छा प्रयास है,बधाई स्वीकार करें ।</p> आदरणीय विजय शंकर सर, सही कहा…tag:openbooksonline.com,2019-11-20:5170231:Comment:9965282019-11-20T14:44:50.014ZUshahttp://openbooksonline.com/profile/Usha
<p>आदरणीय विजय शंकर सर, सही कहा आपने। मेरा प्रयास रहेगा की इन क्षणिकाओं को कविता का रूप देने का प्रयास करुँ। बधाई पर आपका हृदय से आभार। सादर।</p>
<p>आदरणीय विजय शंकर सर, सही कहा आपने। मेरा प्रयास रहेगा की इन क्षणिकाओं को कविता का रूप देने का प्रयास करुँ। बधाई पर आपका हृदय से आभार। सादर।</p> आदरणीय सुश्री डॉo उषा जी , उल…tag:openbooksonline.com,2019-11-19:5170231:Comment:9965122019-11-19T16:38:36.892ZDr. Vijai Shankerhttp://openbooksonline.com/profile/DrVijaiShanker
<p>आदरणीय सुश्री डॉo उषा जी , उलझनों में बिखरी इन पंक्तियों एक अच्छी कविता छिपी हुयी दिखाई देती है , सुन्दर , बधाई , सादर।</p>
<p>आदरणीय सुश्री डॉo उषा जी , उलझनों में बिखरी इन पंक्तियों एक अच्छी कविता छिपी हुयी दिखाई देती है , सुन्दर , बधाई , सादर।</p>