Comments - दो मुक्तक (मात्रा आधारित )...... - Open Books Online2024-03-28T15:18:10Zhttp://openbooksonline.com/profiles/comment/feed?attachedTo=5170231%3ABlogPost%3A997546&xn_auth=noआदरणीय समर कबीर साहिब, आदाब .…tag:openbooksonline.com,2019-12-20:5170231:Comment:9979182019-12-20T07:23:50.380ZSushil Sarnahttp://openbooksonline.com/profile/SushilSarna
<p>आदरणीय समर कबीर साहिब, आदाब ... सृजन पर आपकी महत्वपूर्ण जानकारी का दिल से आभार। सर यहां मैं वर्ण आधारित गणना की है मसलन पलीं पंक्ति में अगर २७ वर्ण हैं तो आगे वाली पंक्तियों में भी २७ ही होंगे। मैंने १२२२ के आधार पर इसका गठन नहीं किया। आपका मार्गदर्शन अमूल्य है। अपना स्नेह बनाएं रखें सर। सादर ...</p>
<p>आदरणीय समर कबीर साहिब, आदाब ... सृजन पर आपकी महत्वपूर्ण जानकारी का दिल से आभार। सर यहां मैं वर्ण आधारित गणना की है मसलन पलीं पंक्ति में अगर २७ वर्ण हैं तो आगे वाली पंक्तियों में भी २७ ही होंगे। मैंने १२२२ के आधार पर इसका गठन नहीं किया। आपका मार्गदर्शन अमूल्य है। अपना स्नेह बनाएं रखें सर। सादर ...</p> .//पहले मुक्तक की २७ और दूसरे…tag:openbooksonline.com,2019-12-19:5170231:Comment:9979152019-12-19T17:03:09.165ZSamar kabeerhttp://openbooksonline.com/profile/Samarkabeer
<p>.//पहले मुक्तक की २७ और दूसरे की २८ है मात्रा भार। //</p>
<p>27,28 इनका मात्रा भार ग़लत मापनी है,मिसाल के तौर पर पहले मुक्तक की पहली पंक्ति देखिये:-</p>
<p></p>
<p>'शराबों में शबाबों में ख़्वाबों में किताबों में'</p>
<p>इसकी मापनी है,1222 1222 1222 1222, लेकिन इसमें भी कमी है 'ख़्वाबों' शब्द इसे बेबह्र है,क्योंकि आपने 'ख़्वाबों' शब्द को 122 पर लिया है,जबकि इसकी मात्रा 22 होती है ।</p>
<p>इसी तरह बाक़ी की पंक्तियां भी दुरुस्त नहीं हैं,देखियेगा ।</p>
<p></p>
<p>.//पहले मुक्तक की २७ और दूसरे की २८ है मात्रा भार। //</p>
<p>27,28 इनका मात्रा भार ग़लत मापनी है,मिसाल के तौर पर पहले मुक्तक की पहली पंक्ति देखिये:-</p>
<p></p>
<p>'शराबों में शबाबों में ख़्वाबों में किताबों में'</p>
<p>इसकी मापनी है,1222 1222 1222 1222, लेकिन इसमें भी कमी है 'ख़्वाबों' शब्द इसे बेबह्र है,क्योंकि आपने 'ख़्वाबों' शब्द को 122 पर लिया है,जबकि इसकी मात्रा 22 होती है ।</p>
<p>इसी तरह बाक़ी की पंक्तियां भी दुरुस्त नहीं हैं,देखियेगा ।</p>
<p></p> आदरणीय narendrasinh chauhan ज…tag:openbooksonline.com,2019-12-19:5170231:Comment:9979142019-12-19T13:55:58.341ZSushil Sarnahttp://openbooksonline.com/profile/SushilSarna
<p>आदरणीय <a href="http://openbooksonline.com/profile/narendrasinhchauhan" class="fn url">narendrasinh chauhan</a> जी, सृजन के भावों को आत्मीय मान देने का दिल से आभार।</p>
<p>आदरणीय <a href="http://openbooksonline.com/profile/narendrasinhchauhan" class="fn url">narendrasinh chauhan</a> जी, सृजन के भावों को आत्मीय मान देने का दिल से आभार।</p> आदरणीय समर कबीर जी, आदाब ....…tag:openbooksonline.com,2019-12-19:5170231:Comment:9979122019-12-19T13:54:33.738ZSushil Sarnahttp://openbooksonline.com/profile/SushilSarna
<p>आदरणीय समर कबीर जी, आदाब ....पहले मुक्तक की २७ और दूसरे की २८ है मात्रा भार। विलम्ब के लिए क्षमा।</p>
<p>आदरणीय समर कबीर जी, आदाब ....पहले मुक्तक की २७ और दूसरे की २८ है मात्रा भार। विलम्ब के लिए क्षमा।</p> बहोत सुन्दर सर। .........tag:openbooksonline.com,2019-12-14:5170231:Comment:9977302019-12-14T05:13:37.812Znarendrasinh chauhanhttp://openbooksonline.com/profile/narendrasinhchauhan
<p>बहोत सुन्दर सर। .........</p>
<p>बहोत सुन्दर सर। .........</p> जनाब सुशील सरना जी आदाब,मात्र…tag:openbooksonline.com,2019-12-09:5170231:Comment:9975752019-12-09T11:52:06.338ZSamar kabeerhttp://openbooksonline.com/profile/Samarkabeer
<p>जनाब सुशील सरना जी आदाब,मात्रा भार क्या लिया है ये भी लिखें,ताकि कुछ कहने में आसानी हो ।</p>
<p>जनाब सुशील सरना जी आदाब,मात्रा भार क्या लिया है ये भी लिखें,ताकि कुछ कहने में आसानी हो ।</p>