Comments - ग़ज़ल (चाहा था हमने जिसको हमें वो मिला नहीं) - Open Books Online2024-03-28T16:21:17Zhttp://openbooksonline.com/profiles/comment/feed?attachedTo=5170231%3ABlogPost%3A999795&xn_auth=noआद0 समर कबीर साहब सादर प्रणाम…tag:openbooksonline.com,2020-02-05:5170231:Comment:10006392020-02-05T23:34:16.621Zनाथ सोनांचलीhttp://openbooksonline.com/profile/SurendraNathSingh
<p>आद0 समर कबीर साहब सादर प्रणाम। ग़ज़ल पर आप आये यह मेरे लिए एक पुरस्कार है। बहुत बहुत आभार आपका। सादर</p>
<p>आद0 समर कबीर साहब सादर प्रणाम। ग़ज़ल पर आप आये यह मेरे लिए एक पुरस्कार है। बहुत बहुत आभार आपका। सादर</p> आद0 तेजवीर सिंह जी सादर अभिवा…tag:openbooksonline.com,2020-02-05:5170231:Comment:10005752020-02-05T23:32:48.592Zनाथ सोनांचलीhttp://openbooksonline.com/profile/SurendraNathSingh
<p>आद0 तेजवीर सिंह जी सादर अभिवादन।ग़ज़ल पर दाद और उत्साहवर्धन के लिए धन्यवाद निवेदित करता हूँ।</p>
<p>आद0 तेजवीर सिंह जी सादर अभिवादन।ग़ज़ल पर दाद और उत्साहवर्धन के लिए धन्यवाद निवेदित करता हूँ।</p> आद0 Manoj kumar Ahsaas जी साद…tag:openbooksonline.com,2020-02-05:5170231:Comment:10005742020-02-05T23:31:34.713Zनाथ सोनांचलीhttp://openbooksonline.com/profile/SurendraNathSingh
<p>आद0 Manoj kumar Ahsaas जी सादर अभिवादन। क्या आपकी प्रतिक्रिया अरकान तक ही सीमित है? सादर</p>
<p>आद0 Manoj kumar Ahsaas जी सादर अभिवादन। क्या आपकी प्रतिक्रिया अरकान तक ही सीमित है? सादर</p> आद0 रवि भसीन शाहिद जी सादर अभ…tag:openbooksonline.com,2020-02-05:5170231:Comment:10005732020-02-05T23:29:45.977Zनाथ सोनांचलीhttp://openbooksonline.com/profile/SurendraNathSingh
<p>आद0 रवि भसीन शाहिद जी सादर अभिवादन। ग़ज़ल पर आपकी उपस्थिति और मनोहारी प्रतिक्रिया का हृदयतल से स्वागत अभिनन्दन</p>
<p>आद0 रवि भसीन शाहिद जी सादर अभिवादन। ग़ज़ल पर आपकी उपस्थिति और मनोहारी प्रतिक्रिया का हृदयतल से स्वागत अभिनन्दन</p> जनाब सुरेन्द्र नाथ सिंह जी आद…tag:openbooksonline.com,2020-01-28:5170231:Comment:10001642020-01-28T10:13:48.670ZSamar kabeerhttp://openbooksonline.com/profile/Samarkabeer
<p>जनाब सुरेन्द्र नाथ सिंह जी आदाब, अच्छी ग़ज़ल कही आपने,बधाई स्वीकार करें ।</p>
<p>जनाब सुरेन्द्र नाथ सिंह जी आदाब, अच्छी ग़ज़ल कही आपने,बधाई स्वीकार करें ।</p> हार्दिक बधाई आदरणीय सुरेन्द्र…tag:openbooksonline.com,2020-01-22:5170231:Comment:9995012020-01-22T14:42:00.063ZTEJ VEER SINGHhttp://openbooksonline.com/profile/TEJVEERSINGH
<p>हार्दिक बधाई आदरणीय<a class="nolink"><span> </span></a><a href="http://www.openbooksonline.com/profile/SurendraNathSingh">सुरेन्द्र नाथ सिंह 'कुशक्षत्रप'</a><a class="nolink"><span> </span></a> जी। बहुत शानदार गज़ल।</p>
<p><span>लेती है हर क़दम पे नया इम्तिहान ये</span><br/><span>इस ज़िन्दगी से बढ़ के कोई भी सज़ा नहीं।।</span></p>
<p>हार्दिक बधाई आदरणीय<a class="nolink"><span> </span></a><a href="http://www.openbooksonline.com/profile/SurendraNathSingh">सुरेन्द्र नाथ सिंह 'कुशक्षत्रप'</a><a class="nolink"><span> </span></a> जी। बहुत शानदार गज़ल।</p>
<p><span>लेती है हर क़दम पे नया इम्तिहान ये</span><br/><span>इस ज़िन्दगी से बढ़ के कोई भी सज़ा नहीं।।</span></p> प्रिय मित्र आपने इस ग़ज़ल पर…tag:openbooksonline.com,2020-01-21:5170231:Comment:9998112020-01-21T13:46:07.710Zमनोज अहसासhttp://openbooksonline.com/profile/ManojkumarAhsaas
<p>प्रिय मित्र आपने इस ग़ज़ल पर इसके अरकान नहीं लिखे हैं कृपया ग्रुप में जो भी गजल डालें उस पर उस के अरकान जरूर लिखे</p>
<p>प्रिय मित्र आपने इस ग़ज़ल पर इसके अरकान नहीं लिखे हैं कृपया ग्रुप में जो भी गजल डालें उस पर उस के अरकान जरूर लिखे</p> आदरणीय सुरेन्द्र भाई, बहुत बढ़…tag:openbooksonline.com,2020-01-21:5170231:Comment:9998092020-01-21T07:33:11.484Zरवि भसीन 'शाहिद'http://openbooksonline.com/profile/RaviBhasin
<p>आदरणीय सुरेन्द्र भाई, बहुत बढ़िया ग़ज़ल हुई है, आपको ढेरों बधाई! ख़ास तौर पे मतला को कमाल है!</p>
<p>आदरणीय सुरेन्द्र भाई, बहुत बढ़िया ग़ज़ल हुई है, आपको ढेरों बधाई! ख़ास तौर पे मतला को कमाल है!</p> आद0 लक्ष्मण धामी मुसाफ़िर जी स…tag:openbooksonline.com,2020-01-21:5170231:Comment:9996922020-01-21T02:11:15.183Zनाथ सोनांचलीhttp://openbooksonline.com/profile/SurendraNathSingh
<p>आद0 लक्ष्मण धामी मुसाफ़िर जी सादर अभिवादन। ग़ज़ल पर आपकी उपस्थिति और बधाई का शुक्रिया। सादर</p>
<p>आद0 लक्ष्मण धामी मुसाफ़िर जी सादर अभिवादन। ग़ज़ल पर आपकी उपस्थिति और बधाई का शुक्रिया। सादर</p> आ. भाई सुरेंद्र जी, सादर अभिव…tag:openbooksonline.com,2020-01-21:5170231:Comment:9998002020-01-21T01:15:57.309Zलक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'http://openbooksonline.com/profile/laxmandhami
<p>आ. भाई सुरेंद्र जी, सादर अभिवादन। उत्तम गजल हुई है । हार्दिक बधाई ।</p>
<p>आ. भाई सुरेंद्र जी, सादर अभिवादन। उत्तम गजल हुई है । हार्दिक बधाई ।</p>