For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

Albela Khatri's Comments

Comment Wall (32 comments)

You need to be a member of Open Books Online to add comments!

Join Open Books Online

At 6:29pm on July 4, 2012, कुमार गौरव अजीतेन्दु said…
अलबेला भैया, सक्रिय सदस्य चुने जाने की बधाई, आपको भी और आपके बाबाजी को भी।
At 7:57am on July 3, 2012, Abhinav Arun said…
समकालीन हास्य व्यंग्य के शिखर कलमकार - अदाकार श्री अलबेला जी को महीने का सक्रिय सदस्य चुने जाने पर बहुत बहुत बधाइयाँ !! 
At 8:23pm on July 2, 2012,
सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey
said…

अद्भुत मास आषाढ़ में भाई अलबेला खत्री जी की सकारात्मक सक्रियता अभिभूतकारी है.  आपको हृदय की गहराइयों से बधाइयाँ तथा साहित्यिक सकर्मण्यता हेतु सादर शुभकामनाएँ.

भाई अलबेला खत्री जी से प्रति मास इसी सक्रियता, लगन और उत्साह की अपेक्षा है. 

सादर

At 7:45pm on July 2, 2012,
मुख्य प्रबंधक
Er. Ganesh Jee "Bagi"
said…

आदरणीय अलबेला खत्री जी
सादर अभिवादन,
यह बताते हुए मुझे बहुत ख़ुशी हो रही है कि ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार में आपकी सक्रियता को देखते हुए OBO प्रबंधन ने आपको "महीने का सक्रिय सदस्य" (Active Member of the Month) घोषित किया है, बधाई स्वीकार करे | कृपया अपना पता और नाम(जिस नाम से ड्राफ्ट/चेक निर्गत होगा) एडमिन ओ बी ओ को उनके इ मेल admin@openbooksonline.com पर उपलब्ध करा दें | 
हम सभी उम्मीद करते है कि आपका प्यार इसी तरह से पूरे OBO परिवार को सदैव मिलता रहेगा |
आपका
गणेश जी "बागी"

संस्थापक सह मुख्य प्रबंधक 
ओपन बुक्स ऑनलाइन

At 7:31pm on July 2, 2012,
सदस्य कार्यकारिणी
rajesh kumari
said…

महीने का सर्व श्रेष्ठ सक्रिय सदस्य चुने जाने के लिए बहुत बहुत बधाई अलबेला जी 

At 1:00am on June 27, 2012, राज़ नवादवी said…

हाहहाहा, बहुत खूब!

खामख्वाह खुद को अकेला समझ बैठा

सामने मेरा आइना है ये मालूम न था

 - राज़ 

At 12:30am on June 27, 2012, राज़ नवादवी said…

अलबेला जी, दरअसल आप सबों से पहली मुलाक़ात है, बहुत अच्छा लगा, बुक्स ऑनलाइन पे भी पहला सक्रिय दिन. इस बिरादरी में कुछ तो नया है.   शुक्रिया आपके दिली इस्तकबाल का, मिठास ताउम्र बनी रहेगी! - राज़ 

At 12:20am on June 27, 2012, राज़ नवादवी said…

बहुत खूब अलबेला साहेब-, क्या कहा है- 

दामिनी सी चंचल मैं,
फूल जैसी कोमल मैं,
मेरी ओजस्वी आँखों से आँख तो मिलाइए.

फरमाया है- 

'ना करो कोई तफरका लड़के और लड़की में 
तुख्मेखल्क बराबर है औरत और आदमी में 

जो तुम मार डालोगे अपनीही कोखका जना
तोफिर क्या फर्क रहेगा इंसान और वहशीमें

बेटियाँ तो गुलपाश हैं गुलिस्ताने कुनबा की
फैलतीहैं ये बनके मुश्केबू हज़ार ज़िन्दगी में

बेटेतो बड़े होके बसा लेते हैं अपना घोंसला 
बेटियाँ पोछतीहैं आपके आंसूं खुशीओगमीमें 

न होती मरियम तो कहाँ होते इब्नेमरियम
गरचे कि जीससका पिदर नहीं पैदाइशी में' 

- राज़ नवादवी 

At 8:58pm on June 15, 2012, PRADEEP KUMAR SINGH KUSHWAHA said…

बाबा अलबेला ओ.बी.ओ. पर मेरे संग

बाबा जी को पेटेन्ट करा लो 

घर पीछे  एक  टेंट  लगा लो 

महंगायी बन छा जायेंगे 

ओ.बी.ओ. सहित आ जायेंगे 

सब को फिर कमी न लगेगी 

कविताओं की कली  खिलेगी 

इनकी  नक़ल करने लगा हूँ 

अकड के  मैं चलने   लगा हूँ 

अलबेला जो  हैं मेरे संग 

देख रह गए लोग दंग

कहते हैं परिचय करवा दो 

हम सब को भी मिलवा दो 

मैं बोला कवि बन जाओ 

बढ़िया कविता उन्हें सुनाओ 

मिलने   की  आ जायेगी बेला 

सुन्दर सहज है अलबेला

At 1:23pm on May 26, 2012, Mohd Nayab said…

GOT IT.... SORRY

At 1:15pm on May 26, 2012, Admin said…

Face Book se copy kar apney naam sey OBO par chhap diya. Esey sahityik chori kahtey hai. Mohd Nayab jee, OBO par eski anumati nahi hai, yah FB nahi hai. 

At 1:09pm on May 26, 2012, Mohd Nayab said…

maine wo poem fb se copy ki the jo ki niche di gayi link se li hai.. 

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Activity

Admin replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 155 in the group चित्र से काव्य तक
"स्वागत है"
10 hours ago
Sushil Sarna commented on मिथिलेश वामनकर's blog post ग़ज़ल: उम्र भर हम सीखते चौकोर करना
"वाह बहुत खूबसूरत सृजन है सर जी हार्दिक बधाई"
Thursday
Samar kabeer commented on Samar kabeer's blog post "ओबीओ की 14वीं सालगिरह का तुहफ़ा"
"जनाब चेतन प्रकाश जी आदाब, आमीन ! आपकी सुख़न नवाज़ी के लिए बहुत शुक्रिय: अदा करता हूँ,सलामत रहें ।"
Wednesday
Admin posted a discussion

"ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-166

परम आत्मीय स्वजन,ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरे के 166 वें अंक में आपका हार्दिक स्वागत है | इस बार का…See More
Tuesday
Admin added a discussion to the group चित्र से काव्य तक
Thumbnail

'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 155

आदरणीय काव्य-रसिको !सादर अभिवादन !!  ’चित्र से काव्य तक’ छन्दोत्सव का यह एक सौ पचपनवाँ आयोजन है.…See More
Tuesday
Admin replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-162
"तकनीकी कारणों से साइट खुलने में व्यवधान को देखते हुए आयोजन अवधि आज दिनांक 15.04.24 को रात्रि 12 बजे…"
Monday

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-162
"आदरणीय चेतन प्रकाश जी, बहुत बढ़िया प्रस्तुति। इस प्रस्तुति हेतु हार्दिक बधाई। सादर।"
Sunday

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-162
"आदरणीय समर कबीर जी हार्दिक धन्यवाद आपका। बहुत बहुत आभार।"
Sunday
Chetan Prakash replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-162
"जय- पराजय ः गीतिका छंद जय पराजय कुछ नहीं बस, आँकड़ो का मेल है । आड़ ..लेकर ..दूसरों.. की़, जीतने…"
Apr 14
Samar kabeer replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-162
"जनाब मिथिलेश वामनकर जी आदाब, उम्द: रचना हुई है, बधाई स्वीकार करें ।"
Apr 14

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर posted a blog post

ग़ज़ल: उम्र भर हम सीखते चौकोर करना

याद कर इतना न दिल कमजोर करनाआऊंगा तब खूब जी भर बोर करना।मुख्तसर सी बात है लेकिन जरूरीकह दूं मैं, बस…See More
Apr 13

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-162
"मन की तख्ती पर सदा, खींचो सत्य सुरेख। जय की होगी शृंखला  एक पराजय देख। - आयेंगे कुछ मौन…"
Apr 13

© 2024   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service