धन्यवाद गनेश भाई । एक बडी भुल मुझसे हुई। २८ से ३१ दिस्म्बर तक मैं पटना में हीं था। यहां से सोचकर चला था की आपसे भेंट करुंगा पर भुल गया । क्षमा करेंगे। वैसे फ़िर ४-५ दिनों के अंदर पट्ना का प्रोग्राम है।
मोहतरम नागेश साहेब : आपका दिल की गहरायियौं से आभारी हूँ के आप ने मुझे याद किया. मेरी ये कोशिश है के मैं अपने मित्रौं को इस सुंदर साईट से परिचित कराऊं : आप का अज़ीज़ दोस्त : अज़ीज़ बेलगामी
ganesh the lauguage you have used its very difficult to me to read arabic way of writing,please can to me in the lauguage i can read.iam an african in zambia thankyou.
वेशक हमें सर साल
अपनें हाथों से जलाते रहिए
चलो इसी बहाने ही सही
करीब तो आते रहिये
हम तो 'दीपक' हैं
जलकर भी दुआ देंगे
आप यूँ ही रस्म-ए-दीवाली
शौक़ से निभाते रहिये
जीनें का मौक़ा दुनियां में
बार बार नहीं मिलता
अपनीं तो आरज़ू है यही
बस आप मुस्कुराते रहिये
1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे
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Er. Ganesh Jee "Bagi"'s Comments
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Ganesh Jee, bahut khoobsoorat card hai...ussey bhi khoobsoorat aapki iske peechey bhavnain hain...main behus mashkoor hun aapka
Sadar
धन्यवाद गनेश भाई । एक बडी भुल मुझसे हुई। २८ से ३१ दिस्म्बर तक मैं पटना में हीं था। यहां से सोचकर चला था की आपसे भेंट करुंगा पर भुल गया । क्षमा करेंगे। वैसे फ़िर ४-५ दिनों के अंदर पट्ना का प्रोग्राम है।
THANX TO CLUB M
sir, I am much obelijed to u . many thanks
Ganesh ji ... MaiN bahut sharminda huN ... Muaafi ka khwastagar huN... paRhne meiN thodi se bhool ho gayee. Shamaa kareN apne dost ko....
मोहतरम नागेश साहेब : आपका दिल की गहरायियौं से आभारी हूँ के आप ने मुझे याद किया. मेरी ये कोशिश है के मैं अपने मित्रौं को इस सुंदर साईट से परिचित कराऊं : आप का अज़ीज़ दोस्त : अज़ीज़ बेलगामी
you said very well sau chuhe khakar-----
kuluvi
वेशक हमें सर साल
अपनें हाथों से जलाते रहिए
चलो इसी बहाने ही सही
करीब तो आते रहिये
हम तो 'दीपक' हैं
जलकर भी दुआ देंगे
आप यूँ ही रस्म-ए-दीवाली
शौक़ से निभाते रहिये
जीनें का मौक़ा दुनियां में
बार बार नहीं मिलता
अपनीं तो आरज़ू है यही
बस आप मुस्कुराते रहिये
दीपक शर्मा कुल्लुवी
०९१३६२११४८६
०२-११-२०१०.
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