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नाभी में लेकर कस्तूरी  तय करता मृग कितनी दूरी (गीत राज )

नाभी में लेकर कस्तूरी 
तय करता मृग कितनी दूरी 

पागल मनवा उलझा उलझा 
सहरा-सहरा जंगल-जंगल 
खोज रहा है नादानी में
बौराया सा हर पल प्रति पल 
नाभी में लेकर कस्तूरी 
तय करता मृग कितनी दूरी 

रब के दर्शन की चाहत में 
मंदिर मस्जि़द रस्ते रस्ते 
भान नहीं है उनको इतना 
राम रहीमा उर में बसते 
बाहर ढूंढें चंदन नूरी 
कैसे होगी चाहत पूरी 

खेतों में जब उगता सूरज 
मिलता सबसे वो हँस हँस कर 
उजली भोर संदेशा लाती 
माटी बैठे तब सज धज कर 
मांग भरें किरणें सिंदूरी 
दिन भर करती फ़िर मजदूरी 

सहरा में पानी है दिखता
बादल में रोटी दिखती है 
उसके माथे की रेखा में 
किस्मत भी क्या क्या लिखती है 
ख्वाब अधूरे प्यास अधूरी
देखो गुर्बत की मजबूरी

नाभी में लेकर कस्तूरी 
तय करता मृग कितनी दूरी 
राजेश कुमारी राज

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सदस्य कार्यकारिणी
Comment by rajesh kumari on October 2, 2018 at 11:34am

आद० बृजेश कुमार जी आपका बहुत बहुत आभार 


सदस्य कार्यकारिणी
Comment by rajesh kumari on October 2, 2018 at 11:34am

आद० छोटेलाल सिंह जी आपका हृदय से बहुत बहुत आभार 


सदस्य कार्यकारिणी
Comment by rajesh kumari on October 2, 2018 at 11:33am

आद० सुरेन्द्र नाथ भैया आपको गीत पसंद आया मेरा लेखन सार्थक हुआ दिल से बहुत बहुत आभारी हूँ 

Comment by बृजेश कुमार 'ब्रज' on September 29, 2018 at 6:49pm

बहुत ही उम्दा सरस गीत आदरणीया...

Comment by डॉ छोटेलाल सिंह on September 26, 2018 at 2:46pm

आदरणीया राजेश कुमारी जी बहुत ही उम्दा भाव के साथ गीत पिरोया है मन प्रसन्न हो गया बहुत बहुत बधाई

Comment by नाथ सोनांचली on September 25, 2018 at 8:03pm

आद0 बहन राजेश कुमारी जी बेहतरीन गीत लिखा है आपने, कई बातों को आपने छुआ है। बहुत बहुत बधाई आपको।

Comment by Samar kabeer on September 24, 2018 at 10:38pm

कोई बात नहीं बहना हो जाता है कभी कभी,ऐडिट कर दीजिये ।


सदस्य कार्यकारिणी
Comment by rajesh kumari on September 24, 2018 at 6:58pm

आद० समर भाई जी ये गीत आपको पसंद आया लिखना सार्थक हुआ .आपका कमेन्ट पढ़कर मैंने चेक किया तो ब्लॉग में तो नहीं शायद किसी आयोजन में यह गीत पोस्ट किया हो .और जल्दीबाजी में नीचे नाम ही पोस्ट हो गया गलती तो हुई है भाई जी .


सदस्य कार्यकारिणी
Comment by rajesh kumari on September 24, 2018 at 6:56pm

आद० अजय कुमार शर्मा जी आपका बहुत बहुत आभार 


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Comment by rajesh kumari on September 24, 2018 at 6:55pm

आद० नरेंद्र सिंह जी आपका बहुत बहुत आभार 

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