For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

Anil Kumar Singh's Discussions (282)

Discussions Replied To (277) Replies Latest Activity

"आदरणीय  संजय शुक्ला जी अच्छी ग़ज़ल  हुई मुबारक़. हो 5वें शेर में 'हल्की सी बेखुदी' यह प…"

Anil Kumar Singh replied Apr 28 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-154

339 Apr 28
Reply by मिथिलेश वामनकर

"आदरणीय अजेय जी बहुत ख़ूबसूरत ग़ज़ल की बधाई .'बे'गरज़' लफ़्ज़ पर तसल्ली कर लें कृपया "

Anil Kumar Singh replied Apr 28 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-154

339 Apr 28
Reply by मिथिलेश वामनकर

"आदरणीय दण्डपाणि जी उत्साहवर्धन के लिए बहुत बहुत धन्यवाद "

Anil Kumar Singh replied Apr 28 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-154

339 Apr 28
Reply by मिथिलेश वामनकर

"आदरणीय जयनित कुमार जी हौसला अफ़जाई का बेहद शुक्रिया "

Anil Kumar Singh replied Apr 28 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-154

339 Apr 28
Reply by मिथिलेश वामनकर

"आदरणीया ऋचा जी बहुत बहुत धन्यवाद "

Anil Kumar Singh replied Apr 27 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-154

339 Apr 28
Reply by मिथिलेश वामनकर

"आदरणीय मुसाफ़िर जी बेहद शुक्रिया "

Anil Kumar Singh replied Apr 27 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-154

339 Apr 28
Reply by मिथिलेश वामनकर

" बेहद शुक्रिया उस्ताद मोहतरम. "

Anil Kumar Singh replied Apr 27 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-154

339 Apr 28
Reply by मिथिलेश वामनकर

"आदरणीय अमित जी दाद के लिए शुक्रिया. शाइर अगर गुलशन में रहता हो और काफ़िले का हिस्सा…"

Anil Kumar Singh replied Apr 27 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-154

339 Apr 28
Reply by मिथिलेश वामनकर

"आदरणीय रवि शुक्ला जी ग़ज़ल पर समय देने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद.एक शेर ख़ास तौर पर आपको…"

Anil Kumar Singh replied Apr 27 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-154

339 Apr 28
Reply by मिथिलेश वामनकर

"आदरणीय संजय शुक्ला जी ग़ज़ल पसंद करने के लिए बहुत बहुर धन्यवाद "

Anil Kumar Singh replied Apr 27 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-154

339 Apr 28
Reply by मिथिलेश वामनकर

RSS

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Activity

Sushil Sarna commented on Sushil Sarna's blog post बेटी दिवस पर दोहा ग़ज़ल. . . .
"आदरणीय लक्ष्मण धामी जी सृजन के भावों को मान देने का दिल से आभार । सहमत"
15 hours ago
Sushil Sarna commented on Sushil Sarna's blog post दोहा पंचक. . . . .राजनीति
"हार्दिक आभार आदरणीय"
23 hours ago
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' commented on Sushil Sarna's blog post दोहा पंचक. . . . .राजनीति
"आ. भाई सशील जी, शब्दों को मान देने के लिए आभार। संशोधन के बाद दोहा निखर भी गया है । सादर..."
yesterday
Sushil Sarna posted a blog post

दोहा पंचक. . . . .राजनीति

दोहा पंचक. . . राजनीतिराजनीति के जाल में, जनता है  बेहाल । मतदाता पर लोभ का, नेता डालें जाल…See More
yesterday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' commented on Sushil Sarna's blog post बेटी दिवस पर दोहा ग़ज़ल. . . .
"आ. भाई सुशील जी, सादर अभिवादन। अच्छे दोहे हुए हैं। हार्दिक बधाई।  अबला बेटी करने से वाक्य रचना…"
yesterday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' commented on KALPANA BHATT ('रौनक़')'s blog post डर के आगे (लघुकथा)
"आ. कल्पना बहन, सादर अभिवादन। अच्छी कथा हुई है। हार्दिक बधाई।"
yesterday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' commented on लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर''s blog post शिवजी जैसा किसने माथे साधा होगा चाँद -लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'
"आ. भाई सुशील जी, सादर अभिवादन। गजल पर उपस्थिति और उत्साहवर्धन के लिए आभार।"
yesterday
Sushil Sarna commented on लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर''s blog post शिवजी जैसा किसने माथे साधा होगा चाँद -लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'
"वाह आदरणीय लक्ष्मण धामी जी बहुत ही खूबसूरत सृजन हुआ है सर । हार्दिक बधाई"
yesterday
Sushil Sarna commented on Sushil Sarna's blog post दोहा पंचक. . . . .राजनीति
"आदरणीय लक्ष्मण धामी जी सृजन के भावों को मान देने का दिल से आभार ।सहमत देखता हूँ"
yesterday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' left a comment for Radheshyam Sahu 'Sham'
"आ. भाई राधेश्याम जी, आपका ओबीओ परिवार में हार्दिक स्वागत है।"
Sunday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' posted a blog post

शिवजी जैसा किसने माथे साधा होगा चाँद -लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'

२२२२ २२२२ २२२२ २**पर्वत पीछे गाँव पहाड़ी निकला होगा चाँद हमें न पा यूँ कितने दुख से गुजरा होगा…See More
Sunday
Radheshyam Sahu 'Sham' is now a member of Open Books Online
Sunday

© 2023   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service