For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

Chetan Prakash's Discussions (494)

Discussions Replied To (396) Replies Latest Activity

"आदाब, अमित जी, आप आदतन जिस तरह शेर दर शेर समीक्षा करते है, उसी तरह तबसिरा करें, कृपय…"

Chetan Prakash replied Sep 27 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-159

206 on Thursday
Reply by Samar kabeer

"देखा जो ध्यान से उसे वो भा गई मुझे चलना था साथ- साथ ही जतला गई मुझे थी ख़ानदानी जन…"

Chetan Prakash replied Sep 27 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-159

206 on Thursday
Reply by Samar kabeer

"आ. दयाराम मेठानी जी, आपने कुण्डलिया छंद की प्रशंसा की, आपका अशेष आभार, बंधु !"

Chetan Prakash replied Sep 18 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-155

27 Sep 18
Reply by KALPANA BHATT ('रौनक़')

"आ. अजय गुप्त अजेय जी विषय के अन्तर्गत सुन्दर रचना हुई, हार्दिक बधाई !"

Chetan Prakash replied Sep 18 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-155

27 Sep 18
Reply by KALPANA BHATT ('रौनक़')

"आ. दयाराम मेठानी जी, अच्छी ग़जल हुई !"

Chetan Prakash replied Sep 18 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-155

27 Sep 18
Reply by KALPANA BHATT ('रौनक़')

"आ. कल्पना भट्ट रौनक जी गीत आपको अच्छा लगा, इस हेतु आपको अगणित धन्यवाद, सु श्री"

Chetan Prakash replied Sep 18 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-155

27 Sep 18
Reply by KALPANA BHATT ('रौनक़')

"आ. अजय गुप्ता अजेय जी गीत की संस्तुति हेतु आपका अशेष आभार !"

Chetan Prakash replied Sep 18 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-155

27 Sep 18
Reply by KALPANA BHATT ('रौनक़')

"आदरणीया, क्षमा करें, अभी आपको हाइकु लेखन का अभ्यास नहीं है । हाइकु एक वर्ण आधारित सू…"

Chetan Prakash replied Sep 18 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-155

27 Sep 18
Reply by KALPANA BHATT ('रौनक़')

"कुण्डलिया छंद मेरा ..जीवन कब रहा, सुकून भरी खदान । एक जख्म मैं ने सिला, दूसरा खुला…"

Chetan Prakash replied Sep 17 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-155

27 Sep 18
Reply by KALPANA BHATT ('रौनक़')

"मेरा जीवन....गीत जिसको हम-तुम कहते मेरा जीवन मात-पिता का ऋण इस पर पहला है आँख हमार…"

Chetan Prakash replied Sep 16 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-155

27 Sep 18
Reply by KALPANA BHATT ('रौनक़')

RSS

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Activity

Sushil Sarna commented on Sushil Sarna's blog post बेटी दिवस पर दोहा ग़ज़ल. . . .
"आदरणीय लक्ष्मण धामी जी सृजन के भावों को मान देने का दिल से आभार । सहमत"
14 hours ago
Sushil Sarna commented on Sushil Sarna's blog post दोहा पंचक. . . . .राजनीति
"हार्दिक आभार आदरणीय"
22 hours ago
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' commented on Sushil Sarna's blog post दोहा पंचक. . . . .राजनीति
"आ. भाई सशील जी, शब्दों को मान देने के लिए आभार। संशोधन के बाद दोहा निखर भी गया है । सादर..."
23 hours ago
Sushil Sarna posted a blog post

दोहा पंचक. . . . .राजनीति

दोहा पंचक. . . राजनीतिराजनीति के जाल में, जनता है  बेहाल । मतदाता पर लोभ का, नेता डालें जाल…See More
yesterday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' commented on Sushil Sarna's blog post बेटी दिवस पर दोहा ग़ज़ल. . . .
"आ. भाई सुशील जी, सादर अभिवादन। अच्छे दोहे हुए हैं। हार्दिक बधाई।  अबला बेटी करने से वाक्य रचना…"
yesterday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' commented on KALPANA BHATT ('रौनक़')'s blog post डर के आगे (लघुकथा)
"आ. कल्पना बहन, सादर अभिवादन। अच्छी कथा हुई है। हार्दिक बधाई।"
yesterday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' commented on लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर''s blog post शिवजी जैसा किसने माथे साधा होगा चाँद -लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'
"आ. भाई सुशील जी, सादर अभिवादन। गजल पर उपस्थिति और उत्साहवर्धन के लिए आभार।"
yesterday
Sushil Sarna commented on लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर''s blog post शिवजी जैसा किसने माथे साधा होगा चाँद -लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'
"वाह आदरणीय लक्ष्मण धामी जी बहुत ही खूबसूरत सृजन हुआ है सर । हार्दिक बधाई"
yesterday
Sushil Sarna commented on Sushil Sarna's blog post दोहा पंचक. . . . .राजनीति
"आदरणीय लक्ष्मण धामी जी सृजन के भावों को मान देने का दिल से आभार ।सहमत देखता हूँ"
yesterday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' left a comment for Radheshyam Sahu 'Sham'
"आ. भाई राधेश्याम जी, आपका ओबीओ परिवार में हार्दिक स्वागत है।"
yesterday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' posted a blog post

शिवजी जैसा किसने माथे साधा होगा चाँद -लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'

२२२२ २२२२ २२२२ २**पर्वत पीछे गाँव पहाड़ी निकला होगा चाँद हमें न पा यूँ कितने दुख से गुजरा होगा…See More
Sunday
Radheshyam Sahu 'Sham' is now a member of Open Books Online
Sunday

© 2023   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service