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Discussions | Replies | Latest Activity |
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राधा राधा नाम रटेराधा राधा नाम रटे, सारे बन्धन तुरंत कटे। आप तरे भवसागर से, युक्त रहे नटनागर से।। नाम धन जो लूटेगा, चौरासी से छूटेगा।। गाएंगे जो प्रेम से… Started by डा॰ सुरेन्द्र कुमार वर्मा |
0 | Aug 29, 2017 |
राधा प्रियस्वामिनिहे राधा प्रियस्वामिनि, तेरी किरपा किरण दामिनि मोह तम को हरे, कृतकृत्य करे, माता आपके पावन चरण। श्री राधे की बोले जो जय, उसको भव का नहीं हो… Started by डा॰ सुरेन्द्र कुमार वर्मा |
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Aug 29, 2017 Reply by KALPANA BHATT ('रौनक़') |
छप्पय छंदजय जय जय हनुमान, ज्ञान-गुण उर में भर दो। सदा रहो मम ध्यान, तेजमय तन-मन कर दो।। जला सत्य की ज्योंति, तमस हिय के हर लो सब। बल-बुद्धि-विद्या-ध… Started by रामबली गुप्ता |
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Aug 28, 2017 Reply by KALPANA BHATT ('रौनक़') |
भुजंगप्रयात छन्दजपो नाम कान्हा वही है सहारा। वही तारता है वही है किनारा।। करे धर्म रक्षा वही मोक्षदाता। अरे विश्व का है वही तो विधाता।१। उसी के सहारे धरा… Started by डॉ पवन मिश्र |
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Aug 28, 2017 Reply by KALPANA BHATT ('रौनक़') |
श्रीवृन्दावनधाम अपार, जपे जा राधेराधेकदम्ब कुंज वनमाली, वो नाचे दे दे ताली। छलिया को नचावनहार... जपे जा राधेराधे सखियन बिच कुंज बिहारी, संग सोहें राधा प्यारी। सब वेदन को ये सार… Started by डा॰ सुरेन्द्र कुमार वर्मा |
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Aug 28, 2017 Reply by KALPANA BHATT ('रौनक़') |
भजनभजन ..... बरसो रे घनश्याम तुम चाहो तो अपने आँसू करूं तुम्हारे नाम बरसो रे घनश्याम...... मन उपवन में अभिलाषा की सूख गयी है क्यारी जित देखूं… Started by Abha saxena Doonwi |
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Aug 28, 2017 Reply by KALPANA BHATT ('रौनक़') |
श्रीकृष्ण-स्तुति-गीत(आधार छंद-चौपाई)मोर-मुकुटधारी-अवतारी। हे नट-नर्तक -कृष्ण-मुरारी।। नयन-कंज तन नीलनलिन नव। वक्ष वृहद उर करुणा-गृह तव।। कानों मे मकराकृत कुंडल। अधर सुधा-मुरल… Started by रामबली गुप्ता |
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Aug 28, 2017 Reply by KALPANA BHATT ('रौनक़') |
तुम्ही हो खेवइयाँ सबकीदरबार सजा भक्तो से माँ, दर्शन आस जगाऊ मै। तेरे बिन माँ कौन सहारा, तुझमे आश्रय पाऊ मै। डूब रही पतवार हमारी, माया के भवसागर में। मोह पाश में… Started by नाथ सोनांचली |
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Aug 28, 2017 Reply by KALPANA BHATT ('रौनक़') |
सदस्य टीम प्रबंधन मकर-संक्रान्ति पर विशेषभारत वस्तुतः गाँवों का देश है. यहाँ के गाँव प्रकृति और प्राकृतिक परिवर्त्तनों से अधिक प्रभावित होते हैं, बनिस्पत अन्य भौतिक कारणों से. च… Started by Saurabh Pandey |
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May 4, 2016 Reply by KALPANA BHATT ('रौनक़') |
गणेश वंदन (त्रिभंगी छंद)हे गौरी नंदन, प्रभु सुख कंदन, हे विघ्न हरण, भगवंता ।गजबदन विनायक, शुभ मति दायक, हे प्रथम पूज्य, इक दंता ।।हे आदि अनंता, प्रिय भगवंता, रिद्… Started by रमेश कुमार चौहान |
0 | Aug 13, 2015 |
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