हिंदुस्तानी नाम है मेरा,हिंदी है मेरी पहचान
भरतमाता माँ है मेरी,बसते जिसमें मेरे प्राण
प्राण बिना ज्यों व्यर्थ है जीवन,तन हो जाता है निष्प्राण
भारतीय कहलाने में ही,दुनिया में है मेरी शान
मानो या ना मानो पर,भारत है दुनिया का दिल
देख सको तो देखो,आकार भी दिल जैसा बिल्कुल
मौलिक ऐवम अप्रकाशित
वीणा
मात शारदे सुन ले विनती,ज्ञान चक्षु तू मेरे खोल
मिट जाए सब कलुष हृदय का,वाणी में अमृत तू घोल
बासंती मौसम आया है,नव-नव पल्लव रहे हैं डोल
विश्व प्रेम का अंकुर फूटे,मंत्र कोई ऐसा तू बोल
ज्ञान की मन में जगे पिपासा,दे ऐसा आशीष अमोल
विद्या धन ही सच्चा धन है,ऐसा न कोइ खजाना अनमोल
आज खड़ी झोली फैलाए,मॉं तू अपना ख़ज़ाना खोल
दो बूंदें दे ज्ञान सागर की,मॉं दे दे ये वर अनमोल
मॉं तू अपना ख़ज़ाना खोल,मात शारदे कुछ तो बोल
तेरी माँ अब…
ContinuePosted on February 13, 2021 at 1:21am
जैसी भी हो बडी़ ख़ूबसूरत होती है ज़िन्दगी
जिन्दगी में नित नए मोती पिरोती है ज़िन्दगी
कहीं चंदा सी चमचम कहीं तारों सी झिलमिल
और कहीं सूरज सी रौशन होती है ज़िन्दगी
फूलों सी महकती कहीं, कहीं काँटों सी उलझ जाती ज़िन्दगी
कहीं नदिया की चंचल धारा,कहीं सागर सी ठहरी ज़िन्दगी
सुख दुख में अपने पराए की पहचान कराती है ज़िन्दगी
वक्त बदले तो राजा को भी रंक बनाती है ज़िन्दगी
ना जाने कैसे कैसे रंग दिखाती है ज़िन्दगी
कभी सुख कभी दुख के…
ContinuePosted on February 7, 2021 at 3:25am — 1 Comment
इक मैं थी इक मेरा साथी,सुन्दर इक संसार था
संसार नहीं था एक समंदर,बसता जहां बस प्यार था
छोटे बडे़ सभी रिश्तों की,मर्यादा यहाँ पालन होती थी
प्यार की हर नदिया का,सम्मान यहाँ पर होता था
मिलती जब कोइ नदिया समुद्र से,हर्षोल्लास बरसता था
बाहें फैला समुद्र भी अपनी,सबका स्वागत करता था
ना जाने फिर इकदिन कैसा एक बवंडर आया था
सारा समंदर सूख गया,बस मरुस्थल ही बच पाया था
आज प्रयत्न मैं कर रही,मरुभूमि में कुछ पुष्प खिलाने का
कुछ सुकूं…
ContinuePosted on December 26, 2020 at 10:54pm — 2 Comments
मौन की भाषा सुनो,मौन मुखरित हो रहा है
जाने कितने शिकवे छिपे हैं,जाने कितने हैं फसाने
अपने अंतर में छुपाये,जाने कब से सह रहा है
खामोशी चारों तरफ है,अब न कोइ शोर है
कोइ नहीं है पास में अब,एकाकीपन का ये दौर है
लग रहा है फिर भी ऐसा,ज्यों गूंजता कानों में कोइ शोर है
ध्यान और एकांत ने,धीरे से फिर समझा दिया
मौन तो इक शक्ति है विश्वास है
नयी राहों पर देता ज्ञान का प्रकाश है
एकांत मौन में मिलती नयी उर्जा सदा
मौन चिंतन ही…
ContinuePosted on December 18, 2020 at 3:33am — 1 Comment
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