by Sushil Sarna
Dec 1, 2024
कुंडलिया. . . .
मीरा को गिरधर मिले, मिले रमा को श्याम । संग सूर को ले चले, माधव अपने धाम ।माधव अपने धाम , भक्ति की अद्भुत माया ।हर मुश्किल में साथ, श्याम की चलती छाया ।भजें हरी का नाम , साथ में बजे मँजीरा ।भक्ति भाव में डूब, रास फिर करती मीरा ।
सुशील सरना / 1-12-24
मौलिक एवं अप्रकाशित
Dec 16, 2024
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