दिलसुखनगर का दर्द समेट कर दिल में, इतनी खूबसूरती से बयाँ कर दिया और बेबसी हमारी इन चाँद लफ़्ज़ों में कितना कुछ कह गयी: "थी ख़बर साजिशों की मगर, बेखबर ! ये रवैया बड़ा अब लचर हो गया" .. बहुत बहुत बधाई आपके सभी कलाम गहरा असर करते हैं...पता नहीं नैथानी जी आपने क्या ठानी है...हिला कर रख देते हैं... प्रणाम!
आदरणीय आशीष नैथानी सलिल जी, सादर अभिवादन ! मुझे यह बताते हुए हर्ष हो रहा है कि आप की ग़ज़ल (ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा, अंक- 35 में प्रस्तुत) को महीने की सर्वश्रेष्ठ रचना पुरस्कार के रूप मे सम्मानित किया गया है, तथा आप की छाया चित्र को ओ बी ओ मुख्य पृष्ठ पर स्थान दिया गया है | इस शानदार उपलब्धि पर बधाई स्वीकार करे |
आपको पुरस्कार राशि रु 1100 /- और प्रसस्ति पत्र शीघ्र उपलब्ध करा दिया जायेगा, इस नामित कृपया आप अपना नाम (चेक / ड्राफ्ट निर्गत हेतु), तथा पत्राचार का पता व् फ़ोन नंबर admin@openbooksonline.com पर उपलब्ध कराना चाहेंगे | मेल उसी आई डी से भेजे जिससे ओ बी ओ सदस्यता प्राप्त की गई हो |
लक्ष्मण रामानुज लडीवाला
मित्रता स्वीकार करते बेहद ख़ुशी है
Jan 6, 2013
vijay nikore
I look forward to the joy of our friendship.
Vijay Nikore
Jan 6, 2013
PRADEEP KUMAR SINGH KUSHWAHA
आदरणीय आशीष जी, आपका हार्दिक अभिनन्दन एवं स्वागत है
सादर.
Jan 6, 2013
Dr.Ajay Khare
मित्रता स्वीकार करते बेहद ख़ुशी है
Jan 8, 2013
Sanjay Mishra 'Habib'
स्वागतम आदरणीय भाई आशीष जी...
Jan 18, 2013
aashukavi neeraj awasthi
आप ने मुझे मित्रता का अवसर दिया इस के लिए आप को हार्दिक बधाई--नीरज
Jan 20, 2013
Albela Khatri
swagat hai aadarneeya
Feb 3, 2013
बृजेश नीरज
आपने मुझे मित्रता योग्य समझा इसके लिए आपका आभार!
Feb 22, 2013
vijay nikore
प्रिय आशीष जी:
आपका अतिशय धन्यवाद।
विजय निकोर
Mar 5, 2013
om sapra
bhai salil ji , achhi gazalen hain, badhai ho,
delhi ke prof. kuldip salil, (Hans Raj College, Delhi University) bhi bahut bare shayar hain, aap bhi salil hain, shayad aap un se parichit hoen.
-om sapra, delhi-9
09818180932
Mar 9, 2013
Vinay Kull
आपका स्वागत है !
Apr 8, 2013
डा॰ सुरेन्द्र कुमार वर्मा
दिलसुखनगर का दर्द समेट कर दिल में, इतनी खूबसूरती से बयाँ कर दिया और बेबसी हमारी इन चाँद लफ़्ज़ों में कितना कुछ कह गयी: "थी ख़बर साजिशों की मगर, बेखबर ! ये रवैया बड़ा अब लचर हो गया" .. बहुत बहुत बधाई आपके सभी कलाम गहरा असर करते हैं...पता नहीं नैथानी जी आपने क्या ठानी है...हिला कर रख देते हैं... प्रणाम!
Apr 28, 2013
बृजेश नीरज
आशीष भाई आपका हार्दिक आभार! यह आप सब लोगों के स्नेह का परिणाम है।
May 2, 2013
Shyam Bihari Shyamal
स्वागत सलिल जी..
May 12, 2013
मुख्य प्रबंधक
Er. Ganesh Jee "Bagi"
आदरणीय आशीष नैथानी सलिल जी,
सादर अभिवादन !
मुझे यह बताते हुए हर्ष हो रहा है कि आप की ग़ज़ल (ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा, अंक- 35 में प्रस्तुत) को महीने की सर्वश्रेष्ठ रचना पुरस्कार के रूप मे सम्मानित किया गया है, तथा आप की छाया चित्र को ओ बी ओ मुख्य पृष्ठ पर स्थान दिया गया है | इस शानदार उपलब्धि पर बधाई स्वीकार करे |
आपको पुरस्कार राशि रु 1100 /- और प्रसस्ति पत्र शीघ्र उपलब्ध करा दिया जायेगा, इस नामित कृपया आप अपना नाम (चेक / ड्राफ्ट निर्गत हेतु), तथा पत्राचार का पता व् फ़ोन नंबर admin@openbooksonline.com पर उपलब्ध कराना चाहेंगे | मेल उसी आई डी से भेजे जिससे ओ बी ओ सदस्यता प्राप्त की गई हो |
शुभकामनाओं सहित
आपका
गणेश जी "बागी
संस्थापक सह मुख्य प्रबंधक
ओपन बुक्स ऑनलाइन
Jun 6, 2013
वेदिका
गत माह के सर्वश्रेष्ठ रचना के रचनाकार आदरणीय आशीष नैथानी 'सलिल' जी! आपको हार्दिक शुभकामनायें
Jun 7, 2013
बृजेश नीरज
सर्वश्रेष्ठ रचना पुरूस्कार के लिए आपको हार्दिक शुभकामनाएं!
Jun 7, 2013
MAHIMA SHREE
नमस्कार आशीष जी, महीने की सर्वश्रेष्ठ रचना पुरस्कार से सम्मानित होने के लिए आपको बहुत-२ बधाईयां और शुभकामनाएं /
Jun 7, 2013
Abid ali mansoori
_आबिद अली मंसूरी
Jun 7, 2013
Abhinav Arun
आदरणीय श्री आशीष जी को उनकी रचना के लिए माह की श्रेष्ठ रचना पुरस्कार प्रदान किये जाने पर हार्दिक बधाई और शुभकामनायें !!
Jun 8, 2013