सादर अभिवादन ! मुझे यह बताते हुए हर्ष हो रहा है कि आप की रचना "उगता सूरज -धुंध में" को महीने की सर्वश्रेष्ठ रचना (Best Creation of the Month) पुरस्कार के रूप मे सम्मानित किया गया है, तथा आप की छाया चित्र को ओ बी ओ मुख्य पृष्ठ पर स्थान दिया गया है | इस शानदार उपलब्धि पर बधाई स्वीकार करे |
आपको पुरस्कार राशि रु ५५१ और प्रसस्ति पत्र शीघ्र उपलब्ध करा दिया जायेगा, इस नामित कृपया आप अपना नाम (चेक / ड्राफ्ट निर्गत हेतु) तथा पत्राचार का पता व् फ़ोन नंबर
admin@openbooksonline.com पर उपलब्ध कराना चाहेंगे | शुभकामनाओं सहित
सुरेन्द्र भाई नमस्कार ....!!! दर्द में भी जीने का अपना एक मज़ा होता है ! उन्होंने जितने भी वादे किये थे उस वक्त बहुत सहज और सरल लगा था ! लेकिन आज ऐसा लगता है की उन्होंने एक बड़ा अजीब सा वादा किया था ! मुझे ख़ुशी इस बात की है की मैंने एक भी वादा तोड़ा नहीं ....किये भी वही...तोड़े भी वही......... !!!!
सुरेन्द्र भाई नमस्कार "हम दोनों सागर के तट पर ना जाने कितनी बार एक साथ बैठ के साझा सूरज डुबा दिया करते थे क्या उन्हें उसका एक भी लम्हा याद नहीं आता होगा ! उनके स्पर्स को मै दिल से महसूस किया करता था ! क्या उनका स्पर्स मात्र एक छलावा था ? जो भी कुछ हो मै आज भी उन्हें यही दुवा दूंगा की
ओ जहाँ रहे वहाँ दर्द न हो...खुशी हो...रौशनी हो...खुशबुएं हों मुरादे मन की पूरी हो,..........!!! मै एक संस्था की अस्थापना करूंगा जो जरुरत मंद के लिए हमेशा कम करती रहेगी >>!!!!!!!!!!!!
आपका हृदय से आभारी हूं सुरेन्द्र भाई.......मुझे भी अत्यंत प्रसन्नता हुई कि आप भी मेरे ही जनपद के हैं.......यह स्नेह दिनोंदिन प्रगाढ हो ऐसी कामना है !!!!
PRADEEP KUMAR SINGH KUSHWAHA
aaiye aapka tha hamen intjar.
swagat karoon phoolon se ya doon apna pyar
swagat hai aapka mahodaya ji.
Apr 5, 2012
संदीप द्विवेदी 'वाहिद काशीवासी'
स्वागतम भ्रमरजी!! हार्दिक अभिनंदन..
Apr 5, 2012
प्रधान संपादक
योगराज प्रभाकर
ओबीओ परिवार में आपका हार्दिक स्वागत है आदरणीय भ्रमर जी.....
Apr 5, 2012
PRADEEP KUMAR SINGH KUSHWAHA
ye dosti ab ham na chodenge. dhanyvad mitrta hetu.
Apr 5, 2012
PRADEEP KUMAR SINGH KUSHWAHA
hardik abhar adarniya bhrmar ji. aapka sneh hai. rachna pe bhi dilvaiye.
Apr 5, 2012
PRADEEP KUMAR SINGH KUSHWAHA
hain bhai hai pradeepbhi hai.
alka, nisha ka hai intjar
aap unhen bulaye,
sarita ji lot gayin thi
dekh band dwar
Apr 5, 2012
राकेश त्रिपाठी 'बस्तीवी'
Aadarneey bhramar sahab, aapka is manch par svagat hai :)
Apr 5, 2012
RAJEEV KUMAR JHA
इस मंच पर आपसे मित्रता के लिए आभार !आदरणीय भ्रमर जी.
Apr 6, 2012
MAHIMA SHREE
Apr 8, 2012
Mukesh Kumar Saxena
Apr 10, 2012
praveen singh "sagar"
apka hardik swagat hai.............
Apr 13, 2012
Admin
Apr 14, 2012
Rekha Joshi
भ्रमर जी ,मित्रता का अभिवादन है ,धन्यवाद
thanks
May 13, 2012
मुख्य प्रबंधक
Er. Ganesh Jee "Bagi"
आदरणीय सुरेन्द्र कुमार शुक्ल भ्रमर जी ,
सादर अभिवादन !
मुझे यह बताते हुए हर्ष हो रहा है कि आप की रचना "उगता सूरज -धुंध में" को महीने की सर्वश्रेष्ठ रचना (Best Creation of the Month) पुरस्कार के रूप मे सम्मानित किया गया है, तथा आप की छाया चित्र को ओ बी ओ मुख्य पृष्ठ पर स्थान दिया गया है | इस शानदार उपलब्धि पर बधाई स्वीकार करे |
आपको पुरस्कार राशि रु ५५१ और प्रसस्ति पत्र शीघ्र उपलब्ध करा दिया जायेगा, इस नामित कृपया आप अपना नाम (चेक / ड्राफ्ट निर्गत हेतु) तथा पत्राचार का पता व् फ़ोन नंबर
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शुभकामनाओं सहित
आपका
गणेश जी "बागी"
संस्थापक सह मुख्य प्रबंधक
ओपन बुक्स ऑनलाइन
Jul 2, 2012
Abhinav Arun
आदरणीय श्री सुरेन्द्र कुमार शुक्ल भ्रमर जी आपकी रचना "शीर्षक :- उगता सूरज -धुंध में" को महीने की श्रेष्ठ रचना चुने जाने पर हार्दिक बधाइयाँ !!
Jul 3, 2012
संदीप द्विवेदी 'वाहिद काशीवासी'
महीने का सर्वश्रेष्ठ रचनाकार चुने जाने पर हार्दिक बढ़ाई स्वीकार करें अग्रज!! जय श्री राधे..
Jul 4, 2012
Rekha Joshi
सुरेन्द्र जी ,आप जैसे साहित्यकार से मित्रता मेरे लिए सौभाग्य की बात है ,आभार
Jul 6, 2012
Albela Khatri
आदरणीय भ्रमर जी आपका हार्दिक हार्दिक हार्दिक धन्यवाद
देवकृपा से यात्रा सफल रही और यहाँ भी ओ बी ओ का प्यार मिला
मन से आभार .धन्यवाद !
Jul 9, 2012
डॉ. सूर्या बाली "सूरज"
सुरेन्द्र भाई नमस्कार ! ग़ज़ल पर आपकी सधी हुई प्रतिक्रिया और उत्साहबर्धन के लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद ! ऐसे ही स्नेह और आशीर्वाद बनाए रखें ! साभार !
Aug 4, 2012
Sanjay Rajendraprasad Yadav
सुरेन्द्र भाई नमस्कार ....!!!
दर्द में भी जीने का अपना एक मज़ा होता है ! उन्होंने जितने भी वादे किये थे उस वक्त बहुत सहज और सरल लगा था ! लेकिन आज ऐसा लगता है की उन्होंने एक बड़ा अजीब सा वादा किया था ! मुझे ख़ुशी इस बात की है की मैंने एक भी वादा तोड़ा नहीं ....किये भी वही...तोड़े भी वही......... !!!!
Aug 10, 2012
Sanjay Rajendraprasad Yadav
सुरेन्द्र भाई नमस्कार
"हम दोनों सागर के तट पर ना जाने कितनी बार एक साथ बैठ के साझा सूरज डुबा दिया करते थे क्या उन्हें उसका एक भी लम्हा याद नहीं आता होगा ! उनके स्पर्स को मै दिल से महसूस किया करता था ! क्या उनका स्पर्स मात्र एक छलावा था ? जो भी कुछ हो मै आज भी उन्हें यही दुवा दूंगा की
ओ जहाँ रहे वहाँ दर्द न हो...खुशी हो...रौशनी हो...खुशबुएं हों मुरादे मन की पूरी हो,..........!!! मै एक संस्था की अस्थापना करूंगा जो जरुरत मंद के लिए हमेशा कम करती रहेगी >>!!!!!!!!!!!!
Aug 10, 2012
कुमार गौरव अजीतेन्दु
आदरणीय ज्येष्ठ भ्राता सुरेन्द्र जी........आपका बहुत-बहुत धन्यवाद..........जय श्री राधे............
Oct 3, 2012
VISHAAL CHARCHCHIT
आपका हृदय से आभारी हूं सुरेन्द्र भाई.......मुझे भी अत्यंत प्रसन्नता हुई कि आप भी मेरे ही जनपद के हैं.......यह स्नेह दिनोंदिन प्रगाढ हो ऐसी कामना है !!!!
Oct 22, 2012
केवल प्रसाद 'सत्यम'
मित्रता सौभाग्य लाती है। मैं पावन हुआ। आपका हार्दिक स्वागत है।
Apr 25, 2013
annapurna bajpai
Sep 2, 2013