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Description
Open Books Online परिवार के सब सदस्य लोगन से निहोरा बा कि भोजपुरी साहित्य और भोजपुरी से जुड़ल बात ऐह ग्रुप मे लिखी सभे ।
by Manan Kumar singh
Dec 19, 2017
अइसन मौसम आइल बा मनवा अब फगुआइल बा।1
खिल रहल बा कली गुलाबी भौंरा खूब अगराइल बा।2
टहले के मिलल तब निमन नाहीं तब गभुआइल बा।3
कर रहल मनुहार गुनगुन कली अबहीं अलसाइल बा।4
पाठ पढवलख जब पुरवाई कलिया खुल मुसुकाइल बा।5
रंग-बिरंगी छटा फिजा में पलभर में छितराइल बा।6
चुनरी उड़ल जात हवा में बड़गद के हिया जुराइल बा।7
बहुते उपर उड़ते-उड़ते गमछा जाके अझुराइल बा।8
कह रहल सब लोग चहक के अबहिंए फगुआ आइल बा।9
"मौलिक आउर अप्रकाशित"
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भोजपुरी साहित्य
174 members
Description
Open Books Online परिवार के सब सदस्य लोगन से निहोरा बा कि भोजपुरी साहित्य और भोजपुरी से जुड़ल बात ऐह ग्रुप मे लिखी सभे ।
होली -गीत
by Manan Kumar singh
Dec 19, 2017
अइसन मौसम आइल बा मनवा अब फगुआइल बा।1
खिल रहल बा कली गुलाबी भौंरा खूब अगराइल बा।2
टहले के मिलल तब निमन नाहीं तब गभुआइल बा।3
कर रहल मनुहार गुनगुन कली अबहीं अलसाइल बा।4
पाठ पढवलख जब पुरवाई कलिया खुल मुसुकाइल बा।5
रंग-बिरंगी छटा फिजा में पलभर में छितराइल बा।6
चुनरी उड़ल जात हवा में बड़गद के हिया जुराइल बा।7
बहुते उपर उड़ते-उड़ते गमछा जाके अझुराइल बा।8
कह रहल सब लोग चहक के अबहिंए फगुआ आइल बा।9
"मौलिक आउर अप्रकाशित"