नन्हे बिटवा संजीव भाई
चिरंजीव भवः
आपकी की कविता गुड्डो दादी पढ़ी हंसी बंद ही नहीं हुई
जी भाई एक प्रश्नं आपके चित्रों में महा कवित्री महादेवी वर्मा जी का चित्र तो आप क्या आप उनके सुपुत्र
क्षमा करना आपसे निजी प्रश्नं
man mohne wala sir salil,
jit chuke hain ab mera dil ,
aaj ke din aaye bar bar ,
OBO pe ham bante rahe,
aapke pyar ke haqdar,
aur dete rahen aapko ,
janm din ki mubarakbad,
आदरणीय आचार्य जी,
प्रणाम
आपका एक ब्लॉग ( कृति-चर्चा : चित्रगुप्त मीमांसा : श्रृष्टि-श्रृष्टा की तलाश में सार्थक सृजन यात्रा चर्चाकार : आचार्य संजीव 'सलिल' ) प्राप्त हुआ है जो पुस्तक समीक्षा से सम्बंधित विषय पर है, कृपया उसे "पुस्तक समीक्षा" ग्रुप मे पोस्ट करने की कृपा करे, यदि पुस्तक की छाया चित्र उपलब्ध हो तो उसे भी उक्त समीक्षा मे डाला जा सकता है,
धन्यवाद,
ग्रुप का लिंक निम्न है :-http://www.openbooksonline.com/group/Pustak_samiksha
आपका
एडमिन
OBO
आदरणीय आचार्य जी, रचना के साथ चित्र लगाना आसान है जिसे मैं नीचे लिख दूंगा, परन्तु मुझे एक बहुत ही बड़ी कमी लगती है इस प्रकार इमेज के रूप मे रचना बनाने मे,
१- सर्च इंजन आप के लिखे शब्दों के आधार पर सर्च करते है, आप की रचना अंतरजाल पर होते हुये भी वो सर्च इंजन के पकड़ मे नहीं आता, और रचना के लिये जितना श्रेय रचनाकार को मिलना चाहिये नहीं मिल पाता साथ ही आपकी रचना से बहुत लोग महरूम हो जाते हैं जो सर्च के माध्यम से पढ़ पाते |
२- यदि आप की रचना का कोई नक़ल कर लेता है और उसे किसी साईट पर टेस्ट के माध्यम से पोस्ट कर देता है तो सर्च इंजन उसको सर्च कर लेगा और आपकी रचना को नहीं, इस प्रकार साईट चलाने वाले को भी पता नहीं चलता कि रचना के मूल लेखक कौन है, मुमकिन है की नक़ल को असल और असल को नक़ल समझ लिया जाये |
३- जिस साईट पर आपकी इमेज वाली रचना छपती है उस साईट को भी सर्च इंजन वो सम्मान नहीं दे पाते जो उसे मिलना चाहिये था |
अब मैं बताता हूँ कि इमेज वाली रचना कैसे बनाई जाती है ----
यह आसान है Microsoft power point खोल ले, Insert Image मे जो फोटो चाहते हो अपने कंप्यूटर से इन्सर्ट कर ले , फिर इनसेर्ट text कर अपनी रचना को पेस्ट कर दे, जरूरत के हिसाब से डिजाईन कर ले फिर Save as से सेव करे, वहा जो बॉक्स खुलता है उसमे Other Formet को क्लिक करे और उसमे save as type में JPEG क्लिक कर दे , फिर Save क्लिक कर दे , हो गया आप का काम, फिर एक फोटो कि तरह जहा चाहे वहा चिपका दे |
सलिल जी प्रणाम| मैंने कई जगह से एक हिंदी के शब्द का अर्थ जानना चाहा लेकिन नहीं जान सका| यह शब्द अधिकतर संज्ञा के लिए प्रयोग होता|
वह शब्द है प्रियंका| कृपया आप मुझे इस शब्द का वास्तविक अर्थ बता दें|
आदरणीय सलिल जी, प्रणाम:
कुछ दिन पहले मैंने आपसे प्रियंका शब्द का अर्थ पूछा था| आपने बताया भी था, मै उस से संतुष्ट भी हूँ| मै आपके फिर कुछ जानना चाहता हूँ| आचार्य जी एक शब्द अनीता भी है जिसका अर्थ मै नहीं जान सका हूँ अब तक| मैंने हिंदी शब्द कोष भी खंगाले लेकिन निराशा ही हाथ लगी| कृपया बताने की कृपा करें|
Shree,Sanjiv varma salil saheb,Chaahe koyal need mein,nij ande de kaag|Shishu na madhur swar bolataa gaaye karkash raag|| vaah... vaah..vaah.sahab aapne to dil ke taron ko janjanakar rakha diya.aabhaar
आदरणीय आचार्यवर, आपके सहर्ष और उदार अनुमोदन पर हृदय से धन्यवाद.
आपने ’अपरूप’ की वैज्ञानिक परिभाषा उद्धृत कर मेरे कहे को स्वर और मेरी टिप्पणी-रचना को मान दिया है. इसी तथ्य को में संकेतों में कह चुका था. किन्तु, इशारे तो किन्हीं और के लिये मान्य हुआ करते हैं.
आदरणीय श्री संजीव वर्मा "सलिल" जी, सादर अभिवादन ! मुझे यह बताते हुए हर्ष हो रहा है कि आप की रचना "शिशु गीत सलिला १" को महीने की सर्वश्रेष्ठ रचना पुरस्कार के रूप मे सम्मानित किया गया है, तथा आप की छाया चित्र को ओ बी ओ मुख्य पृष्ठ पर स्थान दिया गया है | इस शानदार उपलब्धि पर बधाई स्वीकार करे |
आपको पुरस्कार राशि रु ५५१/- और प्रसस्ति पत्र शीघ्र उपलब्ध करा दिया जायेगा, इस नामित कृपया आप अपना नाम (चेक / ड्राफ्ट निर्गत हेतु), तथा पत्राचार का पता व् फ़ोन नंबर admin@openbooksonline.com पर उपलब्ध कराना चाहेंगे | मेल उसी आई डी से भेजे जिससे ओ बी ओ सदस्यता प्राप्त की गई हो |
शुभकामनाओं सहित
आपका
गणेश जी "बागी
आदरणीय श्री सलिल जी आपके "शिशु गीत " को माह की श्रेष्ठ रचना का पुरस्कार प्रदान किये जाने पर हार्दिक बधाई !! आपकी हर कृति हमारे लिए प्रेरणा स्रोत है सादर नमन आपका !!
guddo dadi
चिरंजीव भवः
आपका स्वागत है ओपन बुक ऑनलाइन
धन्यवाद
Jun 6, 2010
Admin
Jun 6, 2010
PREETAM TIWARY(PREET)
Jun 6, 2010
मुख्य प्रबंधक
Er. Ganesh Jee "Bagi"
Jun 6, 2010
Ratnesh Raman Pathak
Jun 6, 2010
guddo dadi
चिरंजीव भवः
आपकी की कविता गुड्डो दादी पढ़ी हंसी बंद ही नहीं हुई
जी भाई एक प्रश्नं आपके चित्रों में महा कवित्री महादेवी वर्मा जी का चित्र तो आप क्या आप उनके सुपुत्र
क्षमा करना आपसे निजी प्रश्नं
Aug 11, 2010
Rash Bihari Ravi
jit chuke hain ab mera dil ,
aaj ke din aaye bar bar ,
OBO pe ham bante rahe,
aapke pyar ke haqdar,
aur dete rahen aapko ,
janm din ki mubarakbad,
Aug 19, 2010
PREETAM TIWARY(PREET)
आपका ही अपना...
प्रीतम कुमार तिवारी
राँची...
8051853108
Aug 20, 2010
Admin
Aug 20, 2010
मुख्य प्रबंधक
Er. Ganesh Jee "Bagi"
Aug 20, 2010
Jogendra Singh जोगेन्द्र सिंह
Aug 28, 2010
Jogendra Singh जोगेन्द्र सिंह
Aug 29, 2010
Admin
प्रणाम
आपका एक ब्लॉग ( कृति-चर्चा : चित्रगुप्त मीमांसा : श्रृष्टि-श्रृष्टा की तलाश में सार्थक सृजन यात्रा चर्चाकार : आचार्य संजीव 'सलिल' ) प्राप्त हुआ है जो पुस्तक समीक्षा से सम्बंधित विषय पर है, कृपया उसे "पुस्तक समीक्षा" ग्रुप मे पोस्ट करने की कृपा करे, यदि पुस्तक की छाया चित्र उपलब्ध हो तो उसे भी उक्त समीक्षा मे डाला जा सकता है,
धन्यवाद,
ग्रुप का लिंक निम्न है :-http://www.openbooksonline.com/group/Pustak_samiksha
आपका
एडमिन
OBO
Sep 3, 2010
Admin
१- सर्च इंजन आप के लिखे शब्दों के आधार पर सर्च करते है, आप की रचना अंतरजाल पर होते हुये भी वो सर्च इंजन के पकड़ मे नहीं आता, और रचना के लिये जितना श्रेय रचनाकार को मिलना चाहिये नहीं मिल पाता साथ ही आपकी रचना से बहुत लोग महरूम हो जाते हैं जो सर्च के माध्यम से पढ़ पाते |
२- यदि आप की रचना का कोई नक़ल कर लेता है और उसे किसी साईट पर टेस्ट के माध्यम से पोस्ट कर देता है तो सर्च इंजन उसको सर्च कर लेगा और आपकी रचना को नहीं, इस प्रकार साईट चलाने वाले को भी पता नहीं चलता कि रचना के मूल लेखक कौन है, मुमकिन है की नक़ल को असल और असल को नक़ल समझ लिया जाये |
३- जिस साईट पर आपकी इमेज वाली रचना छपती है उस साईट को भी सर्च इंजन वो सम्मान नहीं दे पाते जो उसे मिलना चाहिये था |
अब मैं बताता हूँ कि इमेज वाली रचना कैसे बनाई जाती है ----
यह आसान है Microsoft power point खोल ले, Insert Image मे जो फोटो चाहते हो अपने कंप्यूटर से इन्सर्ट कर ले , फिर इनसेर्ट text कर अपनी रचना को पेस्ट कर दे, जरूरत के हिसाब से डिजाईन कर ले फिर Save as से सेव करे, वहा जो बॉक्स खुलता है उसमे Other Formet को क्लिक करे और उसमे save as type में JPEG क्लिक कर दे , फिर Save क्लिक कर दे , हो गया आप का काम, फिर एक फोटो कि तरह जहा चाहे वहा चिपका दे |
Sep 11, 2010
आशीष यादव
वह शब्द है प्रियंका| कृपया आप मुझे इस शब्द का वास्तविक अर्थ बता दें|
Oct 14, 2010
आशीष यादव
Oct 15, 2010
आशीष यादव
कुछ दिन पहले मैंने आपसे प्रियंका शब्द का अर्थ पूछा था| आपने बताया भी था, मै उस से संतुष्ट भी हूँ| मै आपके फिर कुछ जानना चाहता हूँ| आचार्य जी एक शब्द अनीता भी है जिसका अर्थ मै नहीं जान सका हूँ अब तक| मैंने हिंदी शब्द कोष भी खंगाले लेकिन निराशा ही हाथ लगी| कृपया बताने की कृपा करें|
Nov 2, 2010
Abhinav Arun
Nov 2, 2010
Abhinav Arun
Nov 2, 2010
Shanno Aggarwal
आपका गीत '' आँसू और ओस '' बहुत भाया लेकिन वास्तव में भगवान किसी की आँखों में आँसू ना दें..तभी जिंदगी बेहतर है....
आपको सपरिवार दीपावली की ढेरों शुभकामनायें.
Nov 3, 2010
आशीष यादव
आपने मेरी जिज्ञाषा की तरफ ध्यान दिया और समाधान भी प्रस्तुत किया|
आप को कोटि धन्यवाद|
Nov 10, 2010
Lata R.Ojha
Dec 12, 2010
Abhinav Arun
Dec 13, 2010
nemichandpuniyachandan
Mar 8, 2011
Sanjay Rajendraprasad Yadav
प्रणाम
Mar 28, 2011
nemichandpuniyachandan
Apr 19, 2011
मुख्य प्रबंधक
Er. Ganesh Jee "Bagi"
Aug 20, 2011
Rash Bihari Ravi
janamdin mubarak ho sir ji
Aug 20, 2011
Er. Ambarish Srivastava
ब्रह्मसृष्टि का सार समाहित, सम्मुख विष्णु अलौकिक माया.
गीत आपका सरस्वती सा, इसमें जीवन सिंधु समाया..
निर्मल तन मन ज्ञान गंग से, प्रेषित करता हृदय बधाई-
स्वीकारें यह काव्य सुमन प्रभु, रूप आपका यह मन भाया..
खेतों में अब छंद उगेंगें, प्रखर शिल्प की धूप खिली है
आसों की चिड़िया का कलरव, सुनकर गहरी नींद खुली है..
Jul 21, 2012
सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey
आदरणीय आचार्यवर, आपके सहर्ष और उदार अनुमोदन पर हृदय से धन्यवाद.
आपने ’अपरूप’ की वैज्ञानिक परिभाषा उद्धृत कर मेरे कहे को स्वर और मेरी टिप्पणी-रचना को मान दिया है. इसी तथ्य को में संकेतों में कह चुका था. किन्तु, इशारे तो किन्हीं और के लिये मान्य हुआ करते हैं.
Nov 17, 2012
मुख्य प्रबंधक
Er. Ganesh Jee "Bagi"
आदरणीय श्री संजीव वर्मा "सलिल" जी,
सादर अभिवादन !
मुझे यह बताते हुए हर्ष हो रहा है कि आप की रचना "शिशु गीत सलिला १" को महीने की सर्वश्रेष्ठ रचना पुरस्कार के रूप मे सम्मानित किया गया है, तथा आप की छाया चित्र को ओ बी ओ मुख्य पृष्ठ पर स्थान दिया गया है | इस शानदार उपलब्धि पर बधाई स्वीकार करे |
आपको पुरस्कार राशि रु ५५१/- और प्रसस्ति पत्र शीघ्र उपलब्ध करा दिया जायेगा, इस नामित कृपया आप अपना नाम (चेक / ड्राफ्ट निर्गत हेतु), तथा पत्राचार का पता व् फ़ोन नंबर admin@openbooksonline.com पर उपलब्ध कराना चाहेंगे | मेल उसी आई डी से भेजे जिससे ओ बी ओ सदस्यता प्राप्त की गई हो |
शुभकामनाओं सहित
आपका
गणेश जी "बागी
Dec 6, 2012
लक्ष्मण रामानुज लडीवाला
आपकी तो हर रचना सुन्दर भाव अभिव्यक्ति लिए पढने में आनंद देने वाली होती है
और फिर शिशु गीत सलिला से तो बल साहित्य और समरद्ध हुआ है, यह प्रबंधक
मंडल के निर्णय से और पुष्ट हो गया । मेरी हार्दिक बधाई स्वीकारे भाई संजीव वर्मा 'सलिल' जी
Dec 6, 2012
सदस्य टीम प्रबंधन
Dr.Prachi Singh
आदरणीय संजीव जी,
सादर प्रणाम!
शिशु गीत सलिला को माह नवम्बर की सर्वश्रेष्ठ कृति का सम्मान मिलने पर आपको हार्दिक बधाई.
Dec 6, 2012
MAHIMA SHREE
आदरणीय संजीव सर , सादर नमस्कार ..
"महीने की सर्वश्रेष्ठ रचना पुरस्कार" से सम्मानित होने के लिए आपको हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं/
Dec 6, 2012
कुमार गौरव अजीतेन्दु
आदरणीय संजीव सर, सर्वश्रेष्ठ रचना चुने जाने की हार्दिक बधाई स्वीकारें
Dec 7, 2012
Abhinav Arun
आदरणीय श्री सलिल जी आपके "शिशु गीत " को माह की श्रेष्ठ रचना का पुरस्कार प्रदान किये जाने पर हार्दिक बधाई !! आपकी हर कृति हमारे लिए प्रेरणा स्रोत है सादर नमन आपका !!
Dec 9, 2012
AVINASH S BAGDE
चंदा मामा आओ न,
तारे भी संग लाओ ना।
गिल्ली-डंडा कल खेलें-
आज पतंग उड़ाओ ना।।
आदरणीय श्री सलिल जी आपके "शिशु गीत " को माह की श्रेष्ठ रचना का पुरस्कार प्रदान किये जाने पर हार्दिक बधाई !!
Dec 15, 2012
कुमार गौरव अजीतेन्दु
आदरणीय संजीव वर्मा 'सलिल' सर, आपको सपरिवार नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाएँ......
Dec 31, 2012