sanjiv verma 'salil'

Male

jabalpur, madhya pradesh

India

Profile Information:

City State
jabalpr 482001, madhya pradesh, india
Native Place
jabalpr 482001, madhya pradesh, india
Profession
civil engineer
About me
nathing special

Comment Wall:

  • guddo dadi

    संजीव भाई
    चिरंजीव भवः
    आपका स्वागत है ओपन बुक ऑनलाइन
    धन्यवाद
  • Admin

  • PREETAM TIWARY(PREET)


  • मुख्य प्रबंधक

    Er. Ganesh Jee "Bagi"

  • Ratnesh Raman Pathak

  • guddo dadi

    नन्हे बिटवा संजीव भाई
    चिरंजीव भवः
    आपकी की कविता गुड्डो दादी पढ़ी हंसी बंद ही नहीं हुई
    जी भाई एक प्रश्नं आपके चित्रों में महा कवित्री महादेवी वर्मा जी का चित्र तो आप क्या आप उनके सुपुत्र
    क्षमा करना आपसे निजी प्रश्नं
  • Rash Bihari Ravi

    man mohne wala sir salil,
    jit chuke hain ab mera dil ,
    aaj ke din aaye bar bar ,
    OBO pe ham bante rahe,
    aapke pyar ke haqdar,
    aur dete rahen aapko ,
    janm din ki mubarakbad,
  • PREETAM TIWARY(PREET)

    आचार्य जी जन्मदिन की बहुत बहुत शुभकामना.....ईश्वर से प्रार्थना है आपकी उमर लंबी करे और आप जो इच्छा रखते हो वो आपकी कदमो मे हो......

    आपका ही अपना...

    प्रीतम कुमार तिवारी
    राँची...
    8051853108
  • Admin

    ऒपन बुक्स आनलाइन परिवार आपके जन्मदिन के अवसर पर आपके स्वस्थ, दिर्घ और सफल जीवन की कामना करता है, जन्म दिन की बहुत बहुत बधाई Aacharya जी,

  • मुख्य प्रबंधक

    Er. Ganesh Jee "Bagi"

  • Jogendra Singh जोगेन्द्र सिंह

    @ संजीव जी , काहे मरवा रहे हैं भाई ,, बड़ी मुश्किल से तो जिंदगी मिली है ... हा हा हा ... अब आप जो चाहें कैमरा तो वही बोलेगा न ... :)
  • Jogendra Singh जोगेन्द्र सिंह

    अरे वाह ... !! आपने तो पूरा कैमरा दर्शन ही लिख डाला ... :)
  • Admin

    आदरणीय आचार्य जी,
    प्रणाम
    आपका एक ब्लॉग ( कृति-चर्चा : चित्रगुप्त मीमांसा : श्रृष्टि-श्रृष्टा की तलाश में सार्थक सृजन यात्रा चर्चाकार : आचार्य संजीव 'सलिल' ) प्राप्त हुआ है जो पुस्तक समीक्षा से सम्बंधित विषय पर है, कृपया उसे "पुस्तक समीक्षा" ग्रुप मे पोस्ट करने की कृपा करे, यदि पुस्तक की छाया चित्र उपलब्ध हो तो उसे भी उक्त समीक्षा मे डाला जा सकता है,
    धन्यवाद,
    ग्रुप का लिंक निम्न है :-http://www.openbooksonline.com/group/Pustak_samiksha
    आपका
    एडमिन
    OBO
  • Admin

    आदरणीय आचार्य जी, रचना के साथ चित्र लगाना आसान है जिसे मैं नीचे लिख दूंगा, परन्तु मुझे एक बहुत ही बड़ी कमी लगती है इस प्रकार इमेज के रूप मे रचना बनाने मे,
    १- सर्च इंजन आप के लिखे शब्दों के आधार पर सर्च करते है, आप की रचना अंतरजाल पर होते हुये भी वो सर्च इंजन के पकड़ मे नहीं आता, और रचना के लिये जितना श्रेय रचनाकार को मिलना चाहिये नहीं मिल पाता साथ ही आपकी रचना से बहुत लोग महरूम हो जाते हैं जो सर्च के माध्यम से पढ़ पाते |
    २- यदि आप की रचना का कोई नक़ल कर लेता है और उसे किसी साईट पर टेस्ट के माध्यम से पोस्ट कर देता है तो सर्च इंजन उसको सर्च कर लेगा और आपकी रचना को नहीं, इस प्रकार साईट चलाने वाले को भी पता नहीं चलता कि रचना के मूल लेखक कौन है, मुमकिन है की नक़ल को असल और असल को नक़ल समझ लिया जाये |
    ३- जिस साईट पर आपकी इमेज वाली रचना छपती है उस साईट को भी सर्च इंजन वो सम्मान नहीं दे पाते जो उसे मिलना चाहिये था |

    अब मैं बताता हूँ कि इमेज वाली रचना कैसे बनाई जाती है ----
    यह आसान है Microsoft power point खोल ले, Insert Image मे जो फोटो चाहते हो अपने कंप्यूटर से इन्सर्ट कर ले , फिर इनसेर्ट text कर अपनी रचना को पेस्ट कर दे, जरूरत के हिसाब से डिजाईन कर ले फिर Save as से सेव करे, वहा जो बॉक्स खुलता है उसमे Other Formet को क्लिक करे और उसमे save as type में JPEG क्लिक कर दे , फिर Save क्लिक कर दे , हो गया आप का काम, फिर एक फोटो कि तरह जहा चाहे वहा चिपका दे |
  • आशीष यादव

    सलिल जी प्रणाम| मैंने कई जगह से एक हिंदी के शब्द का अर्थ जानना चाहा लेकिन नहीं जान सका| यह शब्द अधिकतर संज्ञा के लिए प्रयोग होता|
    वह शब्द है प्रियंका| कृपया आप मुझे इस शब्द का वास्तविक अर्थ बता दें|
  • आशीष यादव

    Salil ji sadar pranaam. Aapne mujhe priyanka shabd ka arth bataya jise maine kai shabdkosho me dhudne pe bhi nahi paya tha. Dhanyawad
  • आशीष यादव

    आदरणीय सलिल जी, प्रणाम:
    कुछ दिन पहले मैंने आपसे प्रियंका शब्द का अर्थ पूछा था| आपने बताया भी था, मै उस से संतुष्ट भी हूँ| मै आपके फिर कुछ जानना चाहता हूँ| आचार्य जी एक शब्द अनीता भी है जिसका अर्थ मै नहीं जान सका हूँ अब तक| मैंने हिंदी शब्द कोष भी खंगाले लेकिन निराशा ही हाथ लगी| कृपया बताने की कृपा करें|
  • Abhinav Arun

  • Abhinav Arun

    pichhala comment आदरणीय सलिल जी आशीष के लिए उन्हें फिर भेजता हूँ |
  • Shanno Aggarwal

    सलिल जी, सादर नमन !

    आपका गीत '' आँसू और ओस '' बहुत भाया लेकिन वास्तव में भगवान किसी की आँखों में आँसू ना दें..तभी जिंदगी बेहतर है....

    आपको सपरिवार दीपावली की ढेरों शुभकामनायें.
  • आशीष यादव

    आचार्य जी प्रणाम,
    आपने मेरी जिज्ञाषा की तरफ ध्यान दिया और समाधान भी प्रस्तुत किया|
    आप को कोटि धन्यवाद|
  • Lata R.Ojha

    आदरणीय सलिल जी प्रणाम, 

    मुझे आपने मित्रता के योग्य समझा,धन्यवाद :) 

  • Abhinav Arun

    आदरणीय सलिल जी अभिवादन ! आपके समालोचना और समीक्षा के शब्द मेरे लिए आशीर्वाद  स्वरुप हैं | मैं इनका पूरा ध्यान रखूंगा | आप यूं ही स्मरण दिलातें रहें  |
  • nemichandpuniyachandan

    Shree,Sanjiv  Verma "Salil" Sahib Ji,Aap Dvaaraa Housalaa-Afzai Ke Liye Bahut Bahut Dhanyvaad.
  • Sanjay Rajendraprasad Yadav

     

    आदरणीय आचार्य जी,
    प्रणाम


  • nemichandpuniyachandan

    Shree,Sanjiv varma salil saheb,Chaahe koyal need mein,nij ande de kaag|Shishu na madhur swar bolataa gaaye karkash raag|| vaah... vaah..vaah.sahab aapne to dil ke taron ko janjanakar rakha diya.aabhaar 

  • मुख्य प्रबंधक

    Er. Ganesh Jee "Bagi"

  • Rash Bihari Ravi

    janamdin mubarak ho sir ji

  • Er. Ambarish Srivastava

    ब्रह्मसृष्टि का सार समाहित, सम्मुख विष्णु अलौकिक माया.

    गीत आपका सरस्वती सा, इसमें जीवन सिंधु समाया..

    निर्मल तन मन ज्ञान गंग से, प्रेषित करता हृदय बधाई- 

    स्वीकारें यह काव्य सुमन प्रभु, रूप आपका यह मन भाया..

    खेतों में अब छंद उगेंगें, प्रखर शिल्प की धूप खिली है

    आसों की चिड़िया का कलरव, सुनकर गहरी नींद खुली है..


  • सदस्य टीम प्रबंधन

    Saurabh Pandey

    आदरणीय आचार्यवर, आपके सहर्ष और उदार अनुमोदन पर हृदय से धन्यवाद.

    आपने ’अपरूप’ की वैज्ञानिक परिभाषा उद्धृत कर मेरे कहे को स्वर और मेरी टिप्पणी-रचना को मान दिया है. इसी तथ्य को में संकेतों में कह चुका था. किन्तु, इशारे तो किन्हीं और के लिये मान्य हुआ करते हैं.


  • मुख्य प्रबंधक

    Er. Ganesh Jee "Bagi"

    आदरणीय श्री संजीव वर्मा "सलिल" जी,
    सादर अभिवादन !
    मुझे यह बताते हुए हर्ष हो रहा है कि आप की रचना "शिशु गीत सलिला १" को महीने की सर्वश्रेष्ठ रचना पुरस्कार के रूप मे सम्मानित किया गया है, तथा आप की छाया चित्र को ओ बी ओ मुख्य पृष्ठ पर स्थान दिया गया है | इस शानदार उपलब्धि पर बधाई स्वीकार करे |
    आपको पुरस्कार राशि रु ५५१/- और प्रसस्ति पत्र शीघ्र उपलब्ध करा दिया जायेगा, इस नामित कृपया आप अपना नाम (चेक / ड्राफ्ट निर्गत हेतु), तथा पत्राचार का पता व् फ़ोन नंबर admin@openbooksonline.com पर उपलब्ध कराना चाहेंगे | मेल उसी आई डी से भेजे जिससे ओ बी ओ सदस्यता प्राप्त की गई हो |
    शुभकामनाओं सहित
    आपका
    गणेश जी "बागी

  • लक्ष्मण रामानुज लडीवाला

    आपकी तो हर रचना सुन्दर भाव अभिव्यक्ति लिए पढने में आनंद देने वाली होती है

    और फिर शिशु गीत सलिला से तो बल साहित्य और समरद्ध हुआ है, यह प्रबंधक 

    मंडल के निर्णय से और पुष्ट हो गया । मेरी हार्दिक बधाई स्वीकारे भाई संजीव वर्मा 'सलिल' जी  

     

     


  • सदस्य टीम प्रबंधन

    Dr.Prachi Singh

    आदरणीय संजीव जी,

    सादर प्रणाम!

    शिशु गीत सलिला को माह नवम्बर की सर्वश्रेष्ठ कृति का सम्मान मिलने पर आपको हार्दिक बधाई.

  • MAHIMA SHREE

    आदरणीय संजीव   सर , सादर  नमस्कार ..

    "महीने की सर्वश्रेष्ठ रचना पुरस्कार" से सम्मानित होने के लिए आपको हार्दिक  बधाई और शुभकामनाएं/

  • कुमार गौरव अजीतेन्दु

    आदरणीय संजीव सर, सर्वश्रेष्ठ रचना चुने जाने की हार्दिक बधाई स्वीकारें

  • Abhinav Arun

    आदरणीय श्री सलिल जी आपके "शिशु गीत " को माह की श्रेष्ठ रचना का पुरस्कार प्रदान किये जाने पर हार्दिक बधाई !! आपकी हर कृति हमारे लिए प्रेरणा स्रोत है सादर नमन आपका !!

  • AVINASH S BAGDE

    चंदा मामा आओ न,
    तारे भी संग लाओ ना।
    गिल्ली-डंडा कल खेलें-
    आज पतंग उड़ाओ ना।।

    आदरणीय श्री सलिल जी आपके "शिशु गीत " को माह की श्रेष्ठ रचना का पुरस्कार प्रदान किये जाने पर हार्दिक बधाई !!

  • कुमार गौरव अजीतेन्दु

    आदरणीय संजीव वर्मा 'सलिल' सर, आपको सपरिवार नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाएँ......