दोनों कार्टून जानदार हैं हमारे नेता इतनी विषम परिस्थिति में बस गम भुलाने के लिए कुछ करने की बजाये दारू ही पी सकते हैं ---वाह ,कुम्भ वाला कटाक्ष भी बेहतरीन है दोनों कार्टून के लिए बहुत बहुत बधाई
आदरणीय विनयजी, प्लेट में जूते और कालीन वाला दोनों कार्टून आज देश के आम आदमी की मनोदशा का बखूबी बयान कर रहे हैं. जीने की ज़द्दोज़हद में मिल रही तमाम तरह की दुश्वारियाँ लोगों के चेहरों पर दर्द की तरह उभर आ रही है. जीने की आधारभूत विन्दुओं को संजोने के क्रम में मनुष्य की संवेदना समाप्त होती जा रही है. आपको इस सृजनशीलता के लिए अनेकानेक बधाइयाँ
जहाँ न पहुँचे रवि, वहाँ पहुँचे कवि, तथा जहाँ न पहुँचे ईष्ट वहाँ पहुँचे कार्टूनिष्ट ! बधाई आदरणीय विनय कुल जी | आज ओ बी ओ मुख्य पृष्ठ पर प्रदर्शित दोनों कार्टून बहुत ही उम्दा है ।
आदरणीय विनय जी, व्यंग्य चित्र के कैप्शन में निपटने के यमक अलंकार ने आपके चैतन्य भाव को बखूबी बखाना है. इस तल्ख़ पर मेरी हार्दिक बधाई स्वीकार करें. आदरणीय.
दूसरे व्यंग्य चित्र के माध्यम से ’उन’ साहबान को पूरा संदेश जा रहा है कि ’वे’ महोदय वाकई कुतुबमिनार से कूद जायें.
आया फाँकी मार के, ऑफिस का तो नाम | जल्दी कर बरतन सफा, रफा दफा कर काम | रफा दफा कर काम , फटाफट डिनर बनाओ | मेरे सिर पर बाम, किन्तु पहले मल जाओ | शीघ्र कायदा सीख, गया "रविकर" धमकाया | अलकायदा बुलाय, अन्यथा माली आया ||
पहले खंडन ओ मंडन दोनों होते थे पर आज की राजनीति में केवल खंडन ही होते है i ऐसे ही भंड नेता बिना लहसुन प्याज वाला मुर्गा खाने का भी ढोंग करते है i आडम्बर की राजनीति और आडम्बरपूर्ण आचरण पर बेहतरीन कटाक्ष है i बधाई हो श्रीमन i
सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey
दरिन्दा प्रूफ़ मेक-अप ! ग़ज़ब !!
आदरणीय विनय कूलजी, आपकी सोच का ज़वाब नहीं. हृदय से बधाई.
Jan 3, 2013
सदस्य कार्यकारिणी
rajesh kumari
दोनों कार्टून जानदार हैं हमारे नेता इतनी विषम परिस्थिति में बस गम भुलाने के लिए कुछ करने की बजाये दारू ही पी सकते हैं ---वाह ,कुम्भ वाला कटाक्ष भी बेहतरीन है दोनों कार्टून के लिए बहुत बहुत बधाई
Jan 14, 2013
सदस्य कार्यकारिणी
rajesh kumari
hahaha patang udaane ke bahaane ,vaah nice cartoon.
Jan 15, 2013
सदस्य कार्यकारिणी
rajesh kumari
हाहाहा महेन्द्र सिंह धोनी वाला कार्टून बहुत मजेदार है दूसरा भी बढ़िया है पडोसी को चिढाने के लिए बधाई आपको दोनों कार्टून हेतु विनय जी
Jan 29, 2013
mrs manjari pandey
कार्टून बड़ा सामायिक और अच्छा लगा।बधाई।
Feb 12, 2013
सदस्य कार्यकारिणी
rajesh kumari
कुंभ के कार्टून वाह वाह मजा आ गया देख् कर विनय कुल जी बधाई
Feb 13, 2013
mrs manjari pandey
विनय जी दलाली का ऐसा युग आ गया है कि जैसे दलाली बिना कोई कम ही नहीं हो सकता . सामायिक अभिव्यक्ति के लिए बधाई।
Feb 17, 2013
वेदिका
सही फ़रमाया आपने आदरणीय .... जो कोई भी काम करेगा अपने सगों को भी ठगेगा !
बहुत खूब कार्टून ...
Feb 17, 2013
Abhinav Arun
Feb 27, 2013
Abhinav Arun
बहुत खूब श्री विनय जी यह सस्ती चीज़े तो उन्हें ही मुबारक !!! :-)
Mar 1, 2013
सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey
आदरणीय विनयजी, प्लेट में जूते और कालीन वाला दोनों कार्टून आज देश के आम आदमी की मनोदशा का बखूबी बयान कर रहे हैं. जीने की ज़द्दोज़हद में मिल रही तमाम तरह की दुश्वारियाँ लोगों के चेहरों पर दर्द की तरह उभर आ रही है. जीने की आधारभूत विन्दुओं को संजोने के क्रम में मनुष्य की संवेदना समाप्त होती जा रही है. आपको इस सृजनशीलता के लिए अनेकानेक बधाइयाँ
Mar 4, 2013
मुख्य प्रबंधक
Er. Ganesh Jee "Bagi"
जहाँ न पहुँचे रवि, वहाँ पहुँचे कवि, तथा जहाँ न पहुँचे ईष्ट वहाँ पहुँचे कार्टूनिष्ट ! बधाई आदरणीय विनय कुल जी | आज ओ बी ओ मुख्य पृष्ठ पर प्रदर्शित दोनों कार्टून बहुत ही उम्दा है ।
Mar 6, 2013
सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey
ग़ज़ब !!.. छनछनाकर लगा है आजका कार्टून !..
आदरणीय विनय जी की सृजनशीलता पर हृदय जहाँ विस्मित है, वहीं आजके हालात पर विदग्ध..
Mar 6, 2013
सदस्य कार्यकारिणी
rajesh kumari
होली का कार्टून देख् कर मजा आ गया क्या लट्ठ मार होली है हा हा हा ,आपको भी होली की बधाई
Mar 24, 2013
आशीष नैथानी 'सलिल'
शुक्रिया सर । :)
Apr 8, 2013
सदस्य कार्यकारिणी
rajesh kumari
बेहतरीन कटाक्ष विनय कुल जी बहुत उत्तम कार्टून हार्दिक बधाई इन नेताओं को किसी की जान की क्या परवाह रनों की परवाह है
Apr 9, 2013
सदस्य टीम प्रबंधन
Dr.Prachi Singh
सपने की तरक्की पर हकीकत की बीवी से झगड़ा.. हाहाहा ... ये दौड़ है ही ऐसी अच्छे अच्छों को होश नहीं रहता
बढ़िया कार्टून... चैन से सपनों में ही मजे ले लें
Apr 17, 2013
सदस्य टीम प्रबंधन
Dr.Prachi Singh
हाहाहा
हाहाहा
हर शाख पे कल्लू बैठा है
संसद का सामयिक चित्रण कर दिया आदरणीय विनय जी ..... बहुत सुन्दर कार्टून,
इस गज़ब की व्यंग-कला के लिए बहुत बहुत बधाई.
सादर.
Apr 27, 2013
अजय कुमार
Apr 28, 2013
Abhinav Arun
क्या कहने आदरणीय श्री विनय जी वाह .'.पहले नैतिकता सिद्ध हो' ... शानदार एंगल, हार्दिक बधाई इस सफल चुटीले व्यंग्य चित्र पर !!
May 1, 2013
Abhinav Arun
हाल की दुखद और क्षोभ कारक घटना पर सांकेतिक रूप से हस्तेक्षेप करता व्यंग्य चित्र, बहुत सशक्त !!
May 3, 2013
सदस्य कार्यकारिणी
rajesh kumari
इस सरकार पर जब एक नेता की पत्नी ही भरोसा नहीं कर सकती तो बाकी का समझ जाओ बहुत बढ़िया कटाक्ष बधाई विनय कुल जी |
May 9, 2013
सदस्य कार्यकारिणी
rajesh kumari
बहुत बढ़िया कार्टून आजकल मेरी नातिन भी स्कूल ना जाने के बहाने बना रही है क्या उसे भी !!!
Jun 12, 2013
coontee mukerji
किसी की जान की आफ़त बनती है तो किसी को बीवी के मनोरंजन कराने को सूजता है. बहुत अच्छा कार्टून है.
Jun 21, 2013
Harish Upreti "Karan"
वाह विनय जी बहुत खूब .....ये जनाब उत्तराखंड के कोई बड़े अधिकारी लगते हैं.....
Jun 27, 2013
सदस्य टीम प्रबंधन
Dr.Prachi Singh
आपदा के बजट पर मन ही मन उछलने वाले अधिकारियों का सामयिक व्यंग-चित्र
यथार्थ चित्रण
सादर.
Jul 1, 2013
सदस्य कार्यकारिणी
rajesh kumari
हाहाहा सच में सब्जियों के भाव से बेहोशी तो आ ही जायेगी ,शानदार कार्टून बधाई आपको
Jul 23, 2013
Abhinav Arun
वाह आदरणीय विनय जी ये अंदाज़ भी मन को भा गया ! बहुत खूब व्यंग्य किया है महंगाई पर !!
Jul 23, 2013
Abhinav Arun
वाह वाह विनय जी क्या कहने बहुत खूb व्यंग्य चित्र है आदरणीय !!
Jul 26, 2013
सदस्य टीम प्रबंधन
Dr.Prachi Singh
आदरणीय विनय कुल जी
दोनों ही व्यंग चित्र बहुत बढ़िया है..
संसद से मंत्रियों के वक्तव्यों को जिस बेचारगी से व्यक्त किया गया है बहुत सामयिक है
और कड़ाई नें परोक्ष रूप से क्या व्यंग बाण कसा है..वाह
बहुत सुन्दर व्यंग चित्रों के लिए सादर धन्यवाद.
Aug 8, 2013
सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey
आदरणीय विनय जी, व्यंग्य चित्र के कैप्शन में निपटने के यमक अलंकार ने आपके चैतन्य भाव को बखूबी बखाना है. इस तल्ख़ पर मेरी हार्दिक बधाई स्वीकार करें. आदरणीय.
दूसरे व्यंग्य चित्र के माध्यम से ’उन’ साहबान को पूरा संदेश जा रहा है कि ’वे’ महोदय वाकई कुतुबमिनार से कूद जायें.
सादर
Aug 8, 2013
सदस्य टीम प्रबंधन
Dr.Prachi Singh
हा हा हा हा !
अब तो दर्शन ही करेगा आम आदमी ८० रु० किलो प्याज के..
बहुत सुन्दर व्यंग चित्र
सादर.
Aug 14, 2013
सदस्य टीम प्रबंधन
Dr.Prachi Singh
हाहाहा बहुत खूब सीख दी जा रही है बेटे को...सही है ऐसी नेतागिरी जैसा उज्जवल कैरियर आज दूसरा कहाँ..
बहुत बढिया व्यंग चित्र
Aug 16, 2013
सदस्य टीम प्रबंधन
Dr.Prachi Singh
आदरणीय विनय कुल जी
बहुत शानदार व्यंगचित्र
वाह.... पुतला भी जला दें और मुद्दा भी न बने...... इससे तो स्थगित करना ही भला.
आभार
Aug 24, 2013
Abhinav Arun
वाह भीषण विपदा में भी हास्य के क्षण अंकित करने की इस कला आपकी तूलिका को नमन है आदरणीय ! बहुत लाजवाब चित्र क्या कहने वाह !!
Aug 30, 2013
अखिलेश कृष्ण श्रीवास्तव
विनय भाई - चित्र अच्छे लगे, क्र. 1,2, 5, 6 तो अदभुत है। बधाई
Sep 1, 2013
अखिलेश कृष्ण श्रीवास्तव
कौन यहाँ समझेगा सब कुछ खोने का दर्द। मीडिया को अपनी पड़ी नेता हैं बेदर्द || badhayi vinay jee
Sep 3, 2013
Abhinav Arun
वाह वाह मज़ा आ गया श्री विनय जी .. :-) तीज मुबारक !!
Sep 8, 2013
सदस्य टीम प्रबंधन
Dr.Prachi Singh
हाहाहा! जबरदस्त कार्टून्स वाह
दोनों ही व्यंग चित्र बहुत पसंद आये
इन शानदार हास्य चित्रों के लिए बहुत बहुत धन्यवाद आदरणीय
Sep 9, 2013
Abhinav Arun
अगर हिंदी में कहूं तो आपका ताज़ा कार्टून बहुत इफेक्टिव है , कोंग्रेचुलेशन !
Sep 16, 2013
सदस्य टीम प्रबंधन
Dr.Prachi Singh
शानदार व्यंग चित्र
खाद्य पदर्थों की महँगाई के चलते पितृ पक्ष में श्राद्ध कर्म न कर सकने की विवशता... वाह! बहुत सामयिक और सटीक!
साथ ही चित्रांकन भी बहुत पसंद आया
हार्दिक बधाई इस व्यंग चित्र पर
Sep 19, 2013
Abhinav Arun
एक और सामयिक सशक्त सटीक व्यंग्य चित्र की प्रस्तुति के लिए हार्दिक साधुवाद आदरणीय !!
Sep 27, 2013
Abhinav Arun
लालू गति ...वाह क्यां कहने अति सुन्दर :-) मन तरंगित है आदरणीय !!
Oct 4, 2013
रविकर
सुन्दर चित्र-
रविकर की आपबीती-\
बधाई आदरणीय-
आया फाँकी मार के, ऑफिस का तो नाम |
जल्दी कर बरतन सफा, रफा दफा कर काम |
रफा दफा कर काम , फटाफट डिनर बनाओ |
मेरे सिर पर बाम, किन्तु पहले मल जाओ |
शीघ्र कायदा सीख, गया "रविकर" धमकाया |
अलकायदा बुलाय, अन्यथा माली आया ||
Oct 7, 2013
Abhinav Arun
वाह 'नौ रूप ' 'कायदा अल कायदा 'का बहुत सुन्दर प्रयोग आदरणीय मन भावन व्यंग्य चित्र ,हार्दिक साधुवाद !!
Oct 7, 2013
सदस्य कार्यकारिणी
गिरिराज भंडारी
आदरणीय , कायदा नही तो अल कायदा , वाह !!! मज़ा आगया !! आपको बधाई !!
Oct 7, 2013
सदस्य टीम प्रबंधन
Dr.Prachi Singh
नवरात्रि में पत्नी पूजा का ख़याल बहुत ज़बरदस्त है ...हाहाहा
बहुत सुन्दर..साथ में दिया भी जल रहा है वाह!
नवरात्रि की हार्दिक शुभकामनाएं आ० विनय कुल जी
सादर
Oct 9, 2013
Abhinav Arun
"हया '' ताखे पर ....हाल के दिनों में देखे व्यंग्य चित्रों में सर्व श्रेष्ठ !! साधुवाद आदरणीय !!
Oct 10, 2013
डॉ गोपाल नारायन श्रीवास्तव
पहले खंडन ओ मंडन दोनों होते थे पर आज की राजनीति में केवल खंडन ही होते है i ऐसे ही भंड नेता बिना लहसुन प्याज वाला मुर्गा खाने का भी ढोंग करते है i आडम्बर की राजनीति और आडम्बरपूर्ण आचरण पर बेहतरीन कटाक्ष है i बधाई हो श्रीमन i
Nov 19, 2013
vijay nikore
"शुद्ध माँसाहारी भोजनालय"........ बहुत ही अनूठा खयाल है, आदरणीय विनय जी।
सादर,
विजय निकोर
Nov 20, 2013