सदस्य कार्यकारिणी

sharadindu mukerji

Male

Lucknow, Uttar Pradesh

India

Profile Information:

Gender
Male
City State
lucknow, uttar pradesh
Native Place
west bengal
Profession
retired dy.director general, geological survey of india
About me
bengali born and educated in u.p. basically a geologist with experience of working in antarctica and high altitude areas of kashmir, h.p. and uttarakhand himaalayas. married to coontee who hails from mauritius. write in hindi, bengali and english, mainly poetry and travelogues

Comment Wall:

  • vijay nikore

    Namaste.

     

    I just saw your e mail. Thanks for telling me about your article. I will certainly read it, and give you my comment. We have been extra busy due to some family situation. I will read it soon.

     

    Regards.

    Vijay

  • vijay nikore

    आदरणीय शरदिंदु जी:

     

    नमस्कार।

     

    Mexico  Cruise के बारे में दिलचस्पी के लिए धन्यवाद। मैं इस पर और स्वामी विवेकानन्द जी पर व्याख्यान के बारे में भी आप सभी से कुछ साझा करना चाहता हूँ, पर परिवार में व्यस्तता के कारण नहीं लिख सका। समय मिलने पर ज़रूर लिखूंगा।

     

    सादर,

    विजय

  • Kusum Thakur

    धन्यवाद !!


  • मुख्य प्रबंधक

    Er. Ganesh Jee "Bagi"

    आदरणीय sharadindu mukerji जी,
    सादर अभिवादन !
    मुझे यह बताते हुए हर्ष हो रहा है कि आपकी प्रस्तुति "आँखों देखी – 5 आकाश में आग की लपटें" को महीने की सर्वश्रेष्ठ रचना पुरस्कार के रूप मे सम्मानित किया गया है, तथा आप की छाया चित्र को ओ बी ओ मुख्य पृष्ठ पर स्थान दिया गया है | इस शानदार उपलब्धि पर बधाई स्वीकार करे |

    आपको पुरस्कार राशि रु 1100 /- और प्रसस्ति पत्र शीघ्र उपलब्ध करा दिया जायेगा, इस नामित कृपया आप अपना नाम (चेक / ड्राफ्ट निर्गत हेतु), तथा पत्राचार का पता व् फ़ोन नंबर admin@openbooksonline.com पर उपलब्ध कराना चाहेंगे | मेल उसी आई डी से भेजे जिससे ओ बी ओ सदस्यता प्राप्त की गई हो |


    शुभकामनाओं सहित
    आपका
    गणेश जी "बागी

    संस्थापक सह मुख्य प्रबंधक 

    ओपन बुक्स ऑनलाइन


  • सदस्य कार्यकारिणी

    गिरिराज भंडारी

    आदरणीय sharadindu mukerji  भाई , आपकी रचना महीने की सर्व श्रेष्ठ  चुनी गई है , इस खुशी मे मौके पर आपको ढेरों बधाईयाँ !!!!!!!

  • बृजेश नीरज

    महीने की सर्वश्रेष्ठ रचना पुरुस्कार हेतु आपको हार्दिक बधाई!

  • aditya chaturvedi

    आ0 शरदिन्दु सर जी,  सादर प्रणाम!  आपको माह की सर्वश्रेष्ठ रचना के पुरूष्कार से सम्मानित किए जाने पर आपको शुभकामनाओ सहित हार्दिक बधाईयां। सादर

  • केवल प्रसाद 'सत्यम'

    आ0 शरदिन्दु सर जी,  सादर प्रणाम!  आपको माह की सर्वश्रेष्ठ रचना के पुरूस्कार से सम्मानित किए जाने पर आपको शुभकामनाओ सहित हार्दिक बधाईयां। सादर


  • सदस्य टीम प्रबंधन

    Dr.Prachi Singh

    आदरणीय डॉ० शरदिंदु मुखर्जी जी,

    जन्मदिवस पर आपको हार्दिक शुभकामनाएं...

  • जितेन्द्र पस्टारिया

    आदरणीय शरदिंदु जी, आपको जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनायें...

  • बृजेश नीरज

    आदरणीय, आपको जन्म दिन की हार्दिक शुभकामनायें!

  • Abhinav Arun

    आपकी प्रशंसित रचना आँखों देखी - 5 आकाश में आग की लपटें के लिए आ.
     
    श्री शारदिन्दु जी आपको
    "महीने की सर्वश्रेष्ट रचना पुरस्कार" प्रदान किये जाने पर बहुत बहुत बधाइयाँ और शुभ कामनाएं और जन्म दिन की भी दिली मुबारकबाद !!

  • डॉ गोपाल नारायन श्रीवास्तव

    मित्र मुझे कुछ नहीं विचित्र चाहिए

    स्नेह द्रष्टि आपकी पवित्र चाहिए

    मै हृदय में कल्पना के रंग भर सकूं

    मुझे एक कवि सा चरित्र चाहिए

                  गो न श्रीवास्तव

  • MAHIMA SHREE

    आदरणीय शरदेन्दु सर, नमस्कार  ... बहुत -२ हार्दिक  बधाई महीने  की सर्वश्रेष्ठ रचना  पुरूस्कार से  सम्मान होने के लिए ..... 

  • VIJAY KUMAR JOSHI

    धन्यवाद शरदिन्दु. तुम्हारी रचना पढ़ने के लिए इससे अच्छी जगह और क्या मिल सकती थी! सर्वप्रथम तो तुमको अनेकानेक बधाईयाँ. अभी ओबीओ में नया हूँ. शीघ्र ही आदी हो जाऊंगा और तुमसे तथा अन्य मित्रों से और अधिक विचारों का आदान-प्रदान कर सकूंगा.

  • Vindu Babu

    सादर नमस्ते आदरणीय,
    सर मुझे भी इस बात का दुःख है की मई आप दोनों से दो मिनुत बात भी नही कर पाई।
    मैं जरुर आउंगी आदरणीय और जल्दी ही आउंगी,आपके स्नेह ने सच में मुझे बांध लिया है।
    शुभ शुभ
    सदर
  • डॉ गोपाल नारायन श्रीवास्तव

    आदरणीयम जी

    प्रिय ब्रजेश ने बताया कि 'परो को खोलते हुए ' आपसे मिल सकती है  i मित्र आपकी भेट यात्रा  का वादा तो अभी है ही i इस पुस्तक के साथ मिलन का गरिमा ही बढ़ जायेगी  i  सादर अभिवादन i

  • डॉ गोपाल नारायन श्रीवास्तव

    आदरणीय शारदेन्दु जी

    शायद मैंने  यह नही कहा की आपकी कविता में कुंठा है i मैंने  श्लोक के माध्यम से श्लोक  रचनाकार की उस भाव्ना से परिचित  कराने का प्रयास किया जिसमे वह कहता है कि  कुंठा से कवियो  में गुणवत्ता आती है i आपकी कविता तो तारक मंडल की तरह मृदु भावो से सुप्रकाशित है ही i  सादर i