आपने मेरी कविता के मर्म की विवेचना बड़ी ही गहराई से करी है...इसके लिए आभारी हूँ..सराहने के लिए बहुत-2 धन्यवाद..आशा है..आप जैसे प्रबुधजन का ..साथ मिलता रहेगा...... दो दिन ..ही हुए है मुझे ..यहा . हुए....
माननीय सौरभ , सर नमस्कार,
मुझे किसी-2 कॉमेंट पे रिप्लाइ का . नही मिलता..शायद अभी आदि नही हुई हूँ ,....OBO के ..इस लिए थोड़ी TECHNICAL prablem झेलनी पर रही है.....पर मेरी कोशिश तो रहती..है की सही तरीके..करू
सुप्रभात, आदरणीय सौरभ जी, हाँ निराशा हुई थी. पर एक भारतीय की तरह देखा 5 7 5 दिमाग़ लगाया , फिर आनंद लिया तारीफ करी अपनी बात भी रख दी. अब आपका स्नेह प्राप्त हो रहा है आभार.
कृपा कृपा कृपा आपकी कृपा है महाप्रभु ! बड़ा आनंद आ रहा है
बहुत बहुत धन्यवाद आपको और हम सबके संगम स्थल ओ बी ओ को.....सम्मान्य श्री सौरभ पाण्डेय जी, मन अभिभूत है आप सब के इस स्नेह के लिए........पता नहीं, मैं इस पुरस्कार के योग्य था या नहीं, परन्तु मिला है तो मन मधुबन खिला है
अभी यात्रा पर हूँ.....आज जगदलपुर ( बस्तर ) से विजयवाड़ा जा रहा हूँ..........इसलिए ज़्यादा समय नहीं दे पा रहा हूँ..........इस बात का बहुत मलाल है .
सचमुच, बहुत मिस कर रहा हूँ आप सब को............... :-(((((((((
कुछ बिम्ब पुराने हैं जिनसे बचा जा सकता था. औचित्य स्पष्ट हो तो नये बिम्ब स्वयं बिखरे आते हैं. या पुराने बिंब नये आयाम को इंगित करते हैं. ..आदरणीय और सम्माननीय सौरभ जी आप के शब्द और समीक्षा भी हृदयग्राही हैं ...सुझाव अच्छा है आप का ..समयाभाव वश और अति शीघ्रता में लिख जाता हूँ रचनाएं या ये कहिये ये खुद ही प्रकट हो जाती हैं अपने रूप में इस लिए आप सब की कसौटी पर कमजोर पड़ जाता हूँ आगे से कुछ ध्यान शायद रख सकूं अपना सुझाव कृपया देते रहिएगा
सौरभ जी नमस्कार ! ग़ज़ल पर आपकी सुंदर प्रतिकृया से मन प्रफुल्लित हो गया । इधर कई महीने से आपकी कोई रचना मंच पर नहीं आई.....कृपया अपनी सुंदर ग़ज़लों से मंच को नवाजे !आपका बहुत बहुत धन्यवाद!
सौरभ कुमार पाण्डेयजी,आप सभी का स्नेह और सहयोग मिलते रहने से ही मेरा उत्साह बढ़ा, जिसका परिणाम ही यह सम्मान है, इसके लिए सर्व श्री आदरणीय गणेश जी बागी,अम्बरीश जी श्रीवास्तव सौरभ कुमार पाण्डेयजी, डॉ. सूर्य बाली सूरज,अलबेला खत्रीजी, वसुधा निगम जी, सीमा अग्रवालजी. डॉ. प्राची सिंह जी, विन्ध्येश्वरी प्रसाद त्रिपाठीजी, आप सभी को ह्रदय से धन्यवाद |
किसिम-किसिम उद्गार हैं, संयत भाषा रूप पद प्रस्तुति अद्भुत छटा, अहा, भाव अपरूप !
अपरूप- स्त्रीलिंग, (एलोट्रोपी अंगरेजी) जब एक ही तत्व के दो या अधिक रूप इस प्रका रपये जाते हैं की उनके भौतिक गुण भिन्न हों किन्तु रासायनिक गुणों में कोइ अंतर न हो तब वे एक दूसरे के अपरूप कहलाते हैं तथा इस विशेषता को अपरूपता कहते हैं। जैसे कार्बन तत्व के अपरूप हैं लकड़ी का कोयला (चारकोल) तथा हीरा। इनके भौतिक गुणों में अत्यधिक अंतर है किन्तु दोनों ही वायु में प्रज्वलन के उपरांत कार्बन डाई ओक्साइड का निर्माण करते हैं। - बृहत् हिंदी कोष, संपादक लिका प्रसाद, राजवल्लभ सहाय, मुकुन्दी लाला श्रीवास्तव, प्रकाशक ज्ञानमंडल वाराणसी, पृष्ठ 63.
सौरभ जी! उक्त के प्रकाश में आपके द्वारा किया गया प्रयोग मुझे बिलकुल सही प्रतीत हुआ है।
सलोने पाँव की थपथप, किलकती तोतली बोली.. तुझे ऐ ज़िन्दग़ी हम दूर से पहचान लेते हैं ॥ bahut hi achchee gazal hai aur ye sher dil ko chhu gaya // mubarak ho saurabh ji
"पंच सब टंच" पर आपकी सार्थक प्रतिक्रिया हेतु आभार. स्वीकार है.कृपया स्वीकारोक्ति भी सहृदयता से ग्रहण करें: मैं कोई शब्द साधक नहीं हूँ, न मुझे छंद काव्य कविता की गति आदि का ज्ञान है. जब रह नहीं पाता तो छठे चौमासे अपना असंतोष व्यक्त कर देता हूँ- पर उसपर भी जब आप जैसे मर्मज्ञों की सराहना मिलती है, तो गर्व नहीं, संतोष प्राप्त होता है. प्रस्तुतियां पठनीयता की दृष्टिसे नहीं, मंच समझ कर ही करता रहा हूँ, आशा है आप कृपा बनाये रखेंगे. मार्ग दर्शन का भी आभार!
आर . के . दुबे
http://www.thesundayindian.com/bh/story/ravikant-dubey-visit/11/204...
jee namaskar pandey jee ..
pl see this for detail ...
Dec 27, 2011
आर . के . दुबे
jee pandey jee namaskar ....
pl also see this for detail
http://mauritiustimes.com/index.php?option=com_content&view=art...
Dec 27, 2011
आशीष यादव
dhanyawaad
Dec 30, 2011
vaneetnagpal
"टिप्स हिंदी" में ब्लॉग की तरफ से आपको नए साल के आगमन पर शुभ कामनाएं |
टिप्स हिंदी में
Dec 31, 2011
Mukesh Kumar Saxena
मै आपका बहुत ही आभारी हूँ की आपने मेरी कविता की सराहना करके मेरा उत्साह वर्धन किया
Jan 2, 2012
Mukesh Kumar Saxena
धन्याबाद आपके द्वारा किया गया उत्साहवर्धन ही मुझे लिखने की प्रेरणा देता है.
Jan 29, 2012
वीनस केसरी
जन्मदिन की बधाई के लिए धन्यवाद
Mar 2, 2012
MAHIMA SHREE
आपने मेरी कविता के मर्म की विवेचना बड़ी ही गहराई से करी है...इसके लिए आभारी हूँ..सराहने के लिए बहुत-2 धन्यवाद..आशा है..आप जैसे प्रबुधजन का ..साथ मिलता रहेगा...... दो दिन ..ही हुए है मुझे ..यहा . हुए....
Mar 2, 2012
राकेश त्रिपाठी 'बस्तीवी'
mananiya Shrimaan aapki ye kavita nahi dhindh paya: धूप लगा करती है. kripya link de.
Mar 3, 2012
MAHIMA SHREE
मुझे किसी-2 कॉमेंट पे रिप्लाइ का . नही मिलता..शायद अभी आदि नही हुई हूँ ,....OBO के ..इस लिए थोड़ी TECHNICAL prablem झेलनी पर रही है.....पर मेरी कोशिश तो रहती..है की सही तरीके..करू
आपका बहुत धन्यवाद..
Mar 3, 2012
PRADEEP KUMAR SINGH KUSHWAHA
सुप्रभात, आदरणीय सौरभ जी, हाँ निराशा हुई थी. पर एक भारतीय की तरह देखा 5 7 5 दिमाग़ लगाया , फिर आनंद लिया तारीफ करी अपनी बात भी रख दी. अब आपका स्नेह प्राप्त हो रहा है आभार.
Mar 5, 2012
Vinay Kull
धन्यवाद पाण्डेय जी, सब बाबा काशी विश्वनाथ और बुजुर्गों का आशीर्वाद है !
Mar 5, 2012
PRADEEP KUMAR SINGH KUSHWAHA
परम पूज्य गुरु , श्री सौरभ जी.
Apr 1, 2012
विन्ध्येश्वरी प्रसाद त्रिपाठी
Apr 14, 2012
SANDEEP KUMAR PATEL
सर जी अपना स्नेह और आशिर्वाद बनाये रखिये
May 14, 2012
डॉ. सूर्या बाली "सूरज"
सौरभ जी सादर नमस्कार ! आपकी स्नेह भरी प्रतिक्रिया और उत्साहवर्धन से मज़ा आ गया । आशीर्वाद बनाए रखें!
May 17, 2012
Albela Khatri
कृपा कृपा कृपा
आपकी कृपा है महाप्रभु !
बड़ा आनंद आ रहा है
बहुत बहुत धन्यवाद आपको और हम सबके संगम स्थल ओ बी ओ को.....सम्मान्य श्री सौरभ पाण्डेय जी, मन अभिभूत है आप सब के इस स्नेह के लिए........पता नहीं, मैं इस पुरस्कार के योग्य था या नहीं, परन्तु मिला है तो मन मधुबन खिला है
अभी यात्रा पर हूँ.....आज जगदलपुर ( बस्तर ) से विजयवाड़ा जा रहा हूँ..........इसलिए ज़्यादा समय नहीं दे पा रहा हूँ..........इस बात का बहुत मलाल है .
सचमुच, बहुत मिस कर रहा हूँ आप सब को............... :-(((((((((
Jul 4, 2012
SURENDRA KUMAR SHUKLA BHRAMAR
कुछ बिम्ब पुराने हैं जिनसे बचा जा सकता था. औचित्य स्पष्ट हो तो नये बिम्ब स्वयं बिखरे आते हैं. या पुराने बिंब नये आयाम को इंगित करते हैं. ..आदरणीय और सम्माननीय सौरभ जी आप के शब्द और समीक्षा भी हृदयग्राही हैं ...सुझाव अच्छा है आप का ..समयाभाव वश और अति शीघ्रता में लिख जाता हूँ रचनाएं या ये कहिये ये खुद ही प्रकट हो जाती हैं अपने रूप में इस लिए आप सब की कसौटी पर कमजोर पड़ जाता हूँ आगे से कुछ ध्यान शायद रख सकूं अपना सुझाव कृपया देते रहिएगा
Jul 5, 2012
कुमार गौरव अजीतेन्दु
Jul 10, 2012
Vinay Kull
प्रिय भाई, मेरे व्यंगचित्र आपको पसंद आ रहे हैं जो मेरे परिश्रम की सार्थकता का प्रमाण है. साधुवाद !
Jul 11, 2012
डॉ. सूर्या बाली "सूरज"
सौरभ जी नमस्कार ! ग़ज़ल पर आपकी सुंदर प्रतिकृया से मन प्रफुल्लित हो गया । इधर कई महीने से आपकी कोई रचना मंच पर नहीं आई.....कृपया अपनी सुंदर ग़ज़लों से मंच को नवाजे !आपका बहुत बहुत धन्यवाद!
Aug 6, 2012
VISHAAL CHARCHCHIT
आदरणीय सौरभ जी, ह्रदय से आभारी हूँ आपका !!!
Sep 2, 2012
लक्ष्मण रामानुज लडीवाला
Sep 2, 2012
Vinita Shukla
कोटिशः धन्यवाद आदरणीय सौरभ जी.
Oct 3, 2012
sanjiv verma 'salil'
किसिम-किसिम उद्गार हैं, संयत भाषा रूप
पद प्रस्तुति अद्भुत छटा, अहा, भाव अपरूप !
अपरूप- स्त्रीलिंग, (एलोट्रोपी अंगरेजी) जब एक ही तत्व के दो या अधिक रूप इस प्रका रपये जाते हैं की उनके भौतिक गुण भिन्न हों किन्तु रासायनिक गुणों में कोइ अंतर न हो तब वे एक दूसरे के अपरूप कहलाते हैं तथा इस विशेषता को अपरूपता कहते हैं। जैसे कार्बन तत्व के अपरूप हैं लकड़ी का कोयला (चारकोल) तथा हीरा। इनके भौतिक गुणों में अत्यधिक अंतर है किन्तु दोनों ही वायु में प्रज्वलन के उपरांत कार्बन डाई ओक्साइड का निर्माण करते हैं।
- बृहत् हिंदी कोष, संपादक लिका प्रसाद, राजवल्लभ सहाय, मुकुन्दी लाला श्रीवास्तव, प्रकाशक ज्ञानमंडल वाराणसी, पृष्ठ 63.
सौरभ जी! उक्त के प्रकाश में आपके द्वारा किया गया प्रयोग मुझे बिलकुल सही प्रतीत हुआ है।
Nov 17, 2012
वीनस केसरी
सौरभ जी जन्म दिवस की मांगलिक शुभकामनाएं
Dec 3, 2012
Abhinav Arun
Dec 3, 2012
कुमार गौरव अजीतेन्दु
सादर प्रणाम
जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएँ।
Dec 3, 2012
ganesh lohani
आदरनीय सौरभ जी जन्मदिन पर दीर्घायु की शुभकामनाएं ।
Dec 3, 2012
ganesh lohani
Dec 3, 2012
अरुन 'अनन्त'
आदरणीय सौरभ सर जन्म दिन की ढेरों शुभकामनाएं प्रभु आपको दीर्घ आयु प्रदान करें और स्वस्थ रखें.
Dec 3, 2012
प्रधान संपादक
योगराज प्रभाकर
जन्म दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं आदरणीय सौरभ भाई जी। परम पिता परमेश्वर आपको लम्बी आयु, सेहत, दौलत, शोहरत और हर प्रकार की कामयाबी से नवाज़े।
Dec 3, 2012
मुख्य प्रबंधक
Er. Ganesh Jee "Bagi"
जन्म दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं आदरणीय सौरभ भईया। ईश्वर आपको लम्बी आयु, सेहत दौलत, शोहरत और प्रत्येक क्षेत्र में कामयाबी प्रदान करे |
Dec 3, 2012
डॉ. सूर्या बाली "सूरज"
सौरभ जी नमस्कार ! आपको जन्म दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं प्रभु आपको लम्बी आयु और अच्छी सेहत से नवाजे। बहुत बहुत बधाइयाँ !
Dec 3, 2012
सदस्य टीम प्रबंधन
Rana Pratap Singh
आपको जन्म दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं| आप दीर्घायु हों इश्वर से यही कामना है|
Dec 3, 2012
लक्ष्मण रामानुज लडीवाला
जन्म दिन की हार्दिक शुभ कामनाए, प्रभु आपको स्वस्थ रख परिवार, समाज और देश में
Dec 3, 2012
लक्ष्मण रामानुज लडीवाला
स्वागत है आपका आदनीय
Dec 4, 2012
कुमार गौरव अजीतेन्दु
आदरणीय गुरुदेव, आपको सपरिवार नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाएँ........
Dec 31, 2012
अरुन 'अनन्त'
आदरणीय गुरुदेव प्रणाम, आभार आपको बैनर पसंद आया, यह मेरा सौभाग्य है कि मुझे ओ. बी. ओ. के लिए कुछ करने का मौका मिला, बागी सर का आभारी हूँ सादर.
Jan 4, 2013
Abhinav Arun
Jan 5, 2013
Dr Dilip Mittal
पण्डे साहेब अपने मेरी कविता को इतने गौर से पढ़ा शुक्रिया,
Jan 20, 2013
बृजेश नीरज
आपने मुझे मित्रता योग्य समझा इसके लिए आपका आभार!
Feb 22, 2013
वीनस केसरी
आदरणीय सौरभ जी
आशीर्वाद और स्नेह वर्षा से अभिसिंचित हुआ ...
सादर प्रणाम
Mar 2, 2013
SALIM RAZA REWA
सलोने पाँव की थपथप, किलकती तोतली बोली..
तुझे ऐ ज़िन्दग़ी हम दूर से पहचान लेते हैं ॥ bahut hi achchee gazal hai aur ye sher dil ko chhu gaya // mubarak ho saurabh ji
Mar 4, 2013
mrs manjari pandey
आदरणीय सौरभ जी आपकी ग़ज़ल के क्या कहने . आप समय समय पर मेरी रचनाओं पर टिप्पड़ी कर के मेरी को ताकत देते हैं। ऐसे ही निरंतर उत्साह बढ़ाते रहिएगा। धन्यवाद।
Mar 11, 2013
केवल प्रसाद 'सत्यम'
"आदरणीय, श्री सौरभ पाण्डे जी, जी गुरूवर जी, कम्पूटर ज्ञान कम होने के कारण भूल हो जाती है। क्षमा चाहता हूं।"
Mar 24, 2013
Dr Dilip Mittal
आये आपके घर खुशियों की डोली ,हमारी तरफ से आपको हैप्पी होली .
आदरणीय धन्यवाद ,
आपकी हौसला अफजाई मेरी कविता के पौधे में खाद का काम कर रही हैं . एक बार फिर धन्यवाद"
Mar 31, 2013
Vindu Babu
आपने मुझे मित्र मान कर बहुत मान दिया है,इसके लिए आपका हृदयातल से आभार!
सादर
Apr 23, 2013
shashi purwar
abhaar saurabh ji ,aapse baat karna chah rahe the mee, bhi send nahi hua .
Apr 29, 2013
डा॰ सुरेन्द्र कुमार वर्मा
श्रद्धेय सौरभजी,
"पंच सब टंच" पर आपकी सार्थक प्रतिक्रिया हेतु आभार. स्वीकार है.कृपया स्वीकारोक्ति भी सहृदयता से ग्रहण करें: मैं कोई शब्द साधक नहीं हूँ, न मुझे छंद काव्य कविता की गति आदि का ज्ञान है. जब रह नहीं पाता तो छठे चौमासे अपना असंतोष व्यक्त कर देता हूँ- पर उसपर भी जब आप जैसे मर्मज्ञों की सराहना मिलती है, तो गर्व नहीं, संतोष प्राप्त होता है. प्रस्तुतियां पठनीयता की दृष्टिसे नहीं, मंच समझ कर ही करता रहा हूँ, आशा है आप कृपा बनाये रखेंगे. मार्ग दर्शन का भी आभार!
May 3, 2013