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नादिर ख़ान's Discussions (1,566)

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"जनाब अमीरुद्दीन साहब उम्दा गज़ल हुई बधाई ... गुणीजनों की इस्लाह ने ग़ज़ल को बेहतरीन बना…"

नादिर ख़ान replied Jul 27, 2024 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-169

282 Jul 28, 2024
Reply by Samar kabeer

"कि जिसने मुझसे कहा था कदम बढ़ाने को सितम करे है वही कह के लौट जाने को ...1   मिली न छ…"

नादिर ख़ान replied Jul 27, 2024 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-169

282 Jul 28, 2024
Reply by Samar kabeer

"आदरणीय अमित जी बेहतरीन गजल के लिए मुबारकबाद आपको ..."

नादिर ख़ान replied May 24, 2024 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-167

160 May 25, 2024
Reply by Richa Yadav

"जनाब  ज़ैफ़ साहब बहुत उम्दा ग़ज़ल हुई बहुत मुबारकबाद आपको ... 5वें शेर में पैरों के आबलो…"

नादिर ख़ान replied Feb 24, 2024 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-164

215 Feb 25, 2024
Reply by Mahendra Kumar

"ग़ज़ल के अशआर में कुछ संशोधन किया है कृपया अपने सुझाओ दें ..   मा’ना बहुत से ऐब हैं इस…"

नादिर ख़ान replied Feb 24, 2024 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-164

215 Feb 25, 2024
Reply by Mahendra Kumar

"आदरणीय संजय शुक्ला जी उम्दा गज़ल हुई बधाई ..."

नादिर ख़ान replied Feb 23, 2024 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-164

215 Feb 25, 2024
Reply by Mahendra Kumar

"आदरणीय अजय गुप्ता जी अच्छी गज़ल हुई मुबारकबाद स्वीकारें अमित जी के सुझाओ क़ाबिल-ए-ग़ौ…"

नादिर ख़ान replied Feb 23, 2024 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-164

215 Feb 25, 2024
Reply by Mahendra Kumar

"आदरणीय  जयनित कुमार जी अच्छी गज़ल हुई, सुझाओ भी अच्छे आए बधाई स्वीकारें  ."

नादिर ख़ान replied Feb 23, 2024 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-164

215 Feb 25, 2024
Reply by Mahendra Kumar

"आदरणीय अमित जी शानदार ग़ज़ल के लिए ढेरों मुबारकबाद आपको ..."

नादिर ख़ान replied Feb 23, 2024 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-164

215 Feb 25, 2024
Reply by Mahendra Kumar

"जनाब शिज्जु "शकूर साहब उम्दा गजल हुई बहुत बधाई ... क्यों अपनी बह्स में उन्हें तुम खी…"

नादिर ख़ान replied Feb 23, 2024 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-164

215 Feb 25, 2024
Reply by Mahendra Kumar

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"धन्यवाद आ. लक्ष्मण जी "
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Nilesh Shevgaonkar commented on Nilesh Shevgaonkar's blog post ग़ज़ल नूर की - मुक़ाबिल ज़ुल्म के लश्कर खड़े हैं
"धन्यवाद आ. लक्ष्मण जी "
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Chetan Prakash commented on लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर''s blog post घाव भले भर पीर न कोई मरने दे - लक्ष्मण धामी "मुसाफिर"
"खूबसूरत ग़ज़ल हुई, बह्र भी दी जानी चाहिए थी। ' बेदम' काफ़िया , शे'र ( 6 ) और  (…"
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"अध्ययन करने के पश्चात स्पष्ट दृष्टिगोचर होता है, उद्देश्य को प्राप्त कर ने में यद्यपि लेखक सफल…"
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Dr.Prachi Singh commented on लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर''s blog post घाव भले भर पीर न कोई मरने दे - लक्ष्मण धामी "मुसाफिर"
"बहुत सुंदर ग़ज़ल ... सभी अशआर अच्छे हैं और रदीफ़ भी बेहद सुंदर  बधाई सृजन पर "
Saturday
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"आ. भाई अजय जी, सादर अभिवादन। परिवर्तन के बाद गजल निखर गयी है हार्दिक बधाई।"
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लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' commented on Nilesh Shevgaonkar's blog post ग़ज़ल नूर की - ताने बाने में उलझा है जल्दी पगला जाएगा
"आ. भाई नीलेश जी, सादर अभिवादन। बेहतरीन गजल हुई है। सार्थक टिप्पणियों से भी बहुत कुछ जानने सीखने को…"
Thursday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' commented on Nilesh Shevgaonkar's blog post ग़ज़ल नूर की - मुक़ाबिल ज़ुल्म के लश्कर खड़े हैं
"आ. भाई नीलेश जी, सादर अभिवादन। सुंदर गजल हुई है। हार्दिक बधाई।"
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लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' commented on बृजेश कुमार 'ब्रज''s blog post गीत-आह बुरा हो कृष्ण तुम्हारा
"आ. भाई बृजेश जी, सादर अभिवादन। गीत का प्रयास अच्छा हुआ है। पर भाई रवि जी की बातों से सहमत हूँ।…"
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लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' posted a blog post

घाव भले भर पीर न कोई मरने दे - लक्ष्मण धामी "मुसाफिर"

अच्छा लगता है गम को तन्हाई मेंमिलना आकर तू हमको तन्हाई में।१।*दीप तले क्यों बैठ गया साथी आकर क्या…See More
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लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' commented on लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर''s blog post कहते हो बात रोज ही आँखें तरेर कर-लक्ष्मण धामी "मुसाफिर"
"आ. भाई गिरिराज जी, सादर अभिवादन। गजल पर उपस्थिति और स्नेह के लिए आभार। यह रदीफ कई महीनो से दिमाग…"
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