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Mrinal Ashutosh
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Mrinal Ashutosh replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" स्वर्ण जयंती अंक-50
"ईमान जुम्मे की नमाज़ पढ़ मस्ज़िद से निकल कर अब्दुल बमुश्किल एक फलांग चला गया होगा कि पीछे से आती आवाज़ ने उसके पैर में ब्रेक लगा दिए,'रुकिये भाईजान'। मुड़ा तो पीछे तो दो नकाबपोश उसकी ओर तेज़ी से बढ़े चले आ रहे थे। डर के मारे उसकी घिघ्घी बँध गयी।…"
May 31, 2019

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Gender
Male
City State
Bharuch Gujarat
Native Place
Samastipur Bihar
Profession
Job
About me
Want to be a good human being.

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At 6:56pm on May 17, 2025, Erica said…

I need to have a word privately,Could you please get back to me on ( mrs.ericaw1@gmail.com)Thanks.

 
 
 

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