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भूखे को तो चंदा में रोटी दीखे;

रोती रोटी  क्यों रो रही ,कर लो बात ,
रोटी रोटी क्यों हो रही ,कर लो बात;'

तरकारी के भाव चले विन्ध्याचल को
तन्हा रोटी यों रो रही ,कर लो बात .

धान ज्वारी मक्का बासमती पेटेंट ;
नयनन जल रोटी ले रो रही कर लो बात.

भूखे को तो चंदा में रोटी दीखे;
चंदा रोटी एक हो रही ? कर लो बात .

रात को खा के सोए सुबह पेट ;
रोटी रोटी देख हो रही कर लो बात .

तीरों तलवारों से न टूटे छल बल से ;
टूटे भूखे पेट वो सही ;कर लो बात


दीप जीरवी
deepzirvi
9815524600

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Comment by DEEP ZIRVI on July 28, 2012 at 10:38pm

DHNYVAAD SUDHI JNO

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