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"  दतिया - भोपाल किसी मार्ग से आएँ छह घंटे तो लगना ही है. शुभ यात्रा. सादर "

Ashok Kumar Raktale replied May 18 to 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 167

103 May 18
Reply by लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'

"पानी भी अब प्यास से, बन बैठा अनजान।आज गले में फंस गया, जैसे रेगिस्तान।।......वाह ! व…"

Ashok Kumar Raktale replied May 18 to 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 167

103 May 18
Reply by लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'

"सादा शीतल जल पियें, लिम्का कोला छोड़। गर्मी का कुछ है नहीं, इससे अच्छा तोड़।।......स…"

Ashok Kumar Raktale replied May 18 to 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 167

103 May 18
Reply by लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'

"  तू जो मनमौजी अगर, मैं भी मन का मोर  आ रे सूरज देख लें, किसमें कितना जोर .....वाह…"

Ashok Kumar Raktale replied May 18 to 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 167

103 May 18
Reply by लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'

"  तुम हिम को करते तरल, तुम लाते बरसात तुम से हीं गति ले रहीं, मानसून की वात......सूर…"

Ashok Kumar Raktale replied May 18 to 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 167

103 May 18
Reply by लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'

"दोहों पर दोहे लिखे, दिया सृजन को मान। रचना की मिथिलेश जी, खूब बढ़ाई शान।। आदरणीय मिथ…"

Ashok Kumar Raktale replied May 18 to 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 167

103 May 18
Reply by लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'

"   आदरणीया प्रतिभा पाण्डे जी सादर, प्रस्तुत दोहे चित्र के मर्म को छू सके जानकर प्रसन…"

Ashok Kumar Raktale replied May 18 to 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 167

103 May 18
Reply by लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'

"   आदरणीय भाई शिज्जु शकूर जी सादर,  प्रस्तुत दोहावली पर उत्साहवर्धन के लिए आपका हृदय…"

Ashok Kumar Raktale replied May 18 to 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 167

103 May 18
Reply by लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'

"आर्ष ऋषि का विशेषण है. कृपया इसका संदर्भ स्पष्ट कीजिएगा. .. जी !  आयुर्वेद में पानी…"

Ashok Kumar Raktale replied May 18 to 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 167

103 May 18
Reply by लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'

"   आदरणीय भाई लक्ष्मण धामी जी सादर, प्रस्तुत दोहों पर उत्साहवर्धन के लिए आपका हृदय स…"

Ashok Kumar Raktale replied May 18 to 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 167

103 May 18
Reply by लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'

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"जी, ऐसा ही होता है हर प्रतिभागी के साथ। अच्छा अनुभव रहा आज की गोष्ठी का भी।"
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अजय गुप्ता 'अजेय replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-122 (विषय मुक्त)
"अनेक-अनेक आभार आदरणीय शेख़ उस्मानी जी। आप सब के सान्निध्य में रहते हुए आप सब से जब ऐसे उत्साहवर्धक…"
13 hours ago
Sheikh Shahzad Usmani replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-122 (विषय मुक्त)
"वाह। आप तो मुझसे प्रयोग की बात कह रहे थे न।‌ लेकिन आपने भी तो कितना बेहतरीन प्रयोग कर डाला…"
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20 hours ago
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21 hours ago
Sheikh Shahzad Usmani replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-122 (विषय मुक्त)
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21 hours ago
अजय गुप्ता 'अजेय replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-122 (विषय मुक्त)
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21 hours ago
अजय गुप्ता 'अजेय commented on Nilesh Shevgaonkar's blog post ग़ज़ल नूर की - मुक़ाबिल ज़ुल्म के लश्कर खड़े हैं
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अजय गुप्ता 'अजेय commented on अजय गुप्ता 'अजेय's blog post ग़ज़ल (कुर्ता मगर है आज भी झीना किसान का)
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