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Rana Pratap Singh's Discussions (2,359)

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"आदरणीय अरुण कुमार निगम जी ...सुन्दर ग़ज़ल के लिए ढेरों बधाइयां|"

Rana Pratap Singh replied Oct 21, 2018 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-100 (भाग-1)

2001 Oct 21, 2018
Reply by Afroz 'sahr'

"उम्र भर मैं अलग रहा उससे वो मगर फिर भी पा गया है मुझे...वाह वाह ...आदरणीय मुनीश तनहा…"

Rana Pratap Singh replied Oct 21, 2018 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-100 (भाग-1)

2001 Oct 21, 2018
Reply by Afroz 'sahr'

"उसने पा कर भी खो दिया मुझको! कोई खो कर भी पा गया है मुझे!!..वाह वाह .मोहतरम अफरोज सह…"

Rana Pratap Singh replied Oct 21, 2018 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-100 (भाग-1)

2001 Oct 21, 2018
Reply by Afroz 'sahr'

"आदरणीय वासुदेव अग्रवाल नमन साहब उम्दा कलाम के लिए दिली दाद और मुबारकबाद कबूल कीजिये|"

Rana Pratap Singh replied Oct 21, 2018 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-100 (भाग-1)

2001 Oct 21, 2018
Reply by Afroz 'sahr'

"आदरणीय रवि शुक्ला जी बेशकीमती अशआर कहे हैं,  पहले दो शेर तो बेहद ही उम्दा हुए हैं, औ…"

Rana Pratap Singh replied Oct 21, 2018 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-100 (भाग-1)

2001 Oct 21, 2018
Reply by Afroz 'sahr'

"आदरणीय सौरभ जी ...ख़ूबसूरत ग़ज़ल कही है...आपबीती को जगबीती बनाना कोई आपसे सीखे...बहुत ख…"

Rana Pratap Singh replied Oct 21, 2018 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-100 (भाग-1)

2001 Oct 21, 2018
Reply by Afroz 'sahr'

"आदरणीय निलेश जी ....वज्न 2 भी हो सकता है ..अगर उससे पहले के हर्फ़ को गिराकर पढ़ा जाय …"

Rana Pratap Singh replied Oct 21, 2018 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-100 (भाग-1)

2001 Oct 21, 2018
Reply by Afroz 'sahr'

"जनाब मिर्ज़ा जावेद साहब आपकी यह ग़ज़ल पहली के मुकाबले थोड़ी 19 है पर है तो यह भी कामयाब,…"

Rana Pratap Singh replied Oct 21, 2018 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-100 (भाग-1)

2001 Oct 21, 2018
Reply by Afroz 'sahr'

"आदरणीय शिज्जू जी ...बहुत बहुत बधाई आपको, पांच शेर और पाँचों नगीने..ज़बरदस्त ...लाजवाब…"

Rana Pratap Singh replied Oct 21, 2018 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-100 (भाग-1)

2001 Oct 21, 2018
Reply by Afroz 'sahr'

"जनाब शेख शहजाद उस्मानी साहब ..ग़ज़ल पर प्रयास के लिए हार्दिक शुभकामनाएं ..ग़ज़ल में कई क…"

Rana Pratap Singh replied Oct 21, 2018 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-100 (भाग-1)

2001 Oct 21, 2018
Reply by Afroz 'sahr'

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"बहुत सुंदर ग़ज़ल ... सभी अशआर अच्छे हैं और रदीफ़ भी बेहद सुंदर  बधाई सृजन पर "
2 hours ago
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"आ. भाई अजय जी, सादर अभिवादन। परिवर्तन के बाद गजल निखर गयी है हार्दिक बधाई।"
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लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' commented on Nilesh Shevgaonkar's blog post ग़ज़ल नूर की - ताने बाने में उलझा है जल्दी पगला जाएगा
"आ. भाई नीलेश जी, सादर अभिवादन। बेहतरीन गजल हुई है। सार्थक टिप्पणियों से भी बहुत कुछ जानने सीखने को…"
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लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' commented on Nilesh Shevgaonkar's blog post ग़ज़ल नूर की - मुक़ाबिल ज़ुल्म के लश्कर खड़े हैं
"आ. भाई नीलेश जी, सादर अभिवादन। सुंदर गजल हुई है। हार्दिक बधाई।"
Wednesday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' commented on बृजेश कुमार 'ब्रज''s blog post गीत-आह बुरा हो कृष्ण तुम्हारा
"आ. भाई बृजेश जी, सादर अभिवादन। गीत का प्रयास अच्छा हुआ है। पर भाई रवि जी की बातों से सहमत हूँ।…"
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लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' posted a blog post

घाव भले भर पीर न कोई मरने दे - लक्ष्मण धामी "मुसाफिर"

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लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' commented on लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर''s blog post कहते हो बात रोज ही आँखें तरेर कर-लक्ष्मण धामी "मुसाफिर"
"आ. भाई गिरिराज जी, सादर अभिवादन। गजल पर उपस्थिति और स्नेह के लिए आभार। यह रदीफ कई महीनो से दिमाग…"
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PHOOL SINGH posted a blog post

यथार्थवाद और जीवन

यथार्थवाद और जीवनवास्तविक होना स्वाभाविक और प्रशंसनीय है, परंतु जरूरत से अधिक वास्तविकता अक्सर…See More
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