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shashi bansal goyal's Discussions (547)

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"रचना को अनुमोदित करने और सराहने हेतु सादर धन्यवाद एवं आभार आदरणीय ।"

shashi bansal goyal replied Jan 31, 2017 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-22 (विषय: ढहते क़िले का दर्द)

827 Jan 31, 2017
Reply by मिथिलेश वामनकर

"रचना को अनुमोदित करने और सराहने हेतु सादर धन्यवाद एवं आभार आदरणीय विनय जी ।"

shashi bansal goyal replied Jan 31, 2017 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-22 (विषय: ढहते क़िले का दर्द)

827 Jan 31, 2017
Reply by मिथिलेश वामनकर

"रचना को अनुमोदित करने और सराहने हेतु सादर धन्यवाद एवं आभार आदरणीय ।"

shashi bansal goyal replied Jan 31, 2017 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-22 (विषय: ढहते क़िले का दर्द)

827 Jan 31, 2017
Reply by मिथिलेश वामनकर

"सादर धन्यवाद एवं आभार आदरणीय ।"

shashi bansal goyal replied Jan 31, 2017 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-22 (विषय: ढहते क़िले का दर्द)

827 Jan 31, 2017
Reply by मिथिलेश वामनकर

"विछोह " बहू... टेबिल से कप क्यों नहीं उठाया अभी तक ? " " अभी उठा देती हूँ माँजी ।" स…"

shashi bansal goyal replied Jan 31, 2017 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-22 (विषय: ढहते क़िले का दर्द)

827 Jan 31, 2017
Reply by मिथिलेश वामनकर

"वाह , बेहतरीन प्रस्तुति जानकी जी । दिल को गहरे छू गई । हार्दिक बधाई स्वीकार करें ।"

shashi bansal goyal replied Jan 30, 2017 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-22 (विषय: ढहते क़िले का दर्द)

827 Jan 31, 2017
Reply by मिथिलेश वामनकर

"वाह , बहुत ही सुन्दर और मार्मिक प्रस्तुति । वृद्धों के दर्द को कुशलता से निभाया आपने…"

shashi bansal goyal replied Jan 30, 2017 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-22 (विषय: ढहते क़िले का दर्द)

827 Jan 31, 2017
Reply by मिथिलेश वामनकर

"प्रदत्त विषय से न्याय करती बढ़िया प्रस्तुति । हार्दिक बधाई आपको माला जी ।"

shashi bansal goyal replied Jan 30, 2017 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-22 (विषय: ढहते क़िले का दर्द)

827 Jan 31, 2017
Reply by मिथिलेश वामनकर

"वाह वाह सुधीर जी , विस्मित कर दिया आपने । कथ्य को जिस प्रतीकात्मक ढंग से , संपूर्णता…"

shashi bansal goyal replied Jan 30, 2017 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-22 (विषय: ढहते क़िले का दर्द)

827 Jan 31, 2017
Reply by मिथिलेश वामनकर

"बहुत ही सुन्दर और अनुकरणीय लघुकथा हुई है । हार्दिक बधाई आपको । गुरु का नाम रचना के प…"

shashi bansal goyal replied Jan 30, 2017 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-22 (विषय: ढहते क़िले का दर्द)

827 Jan 31, 2017
Reply by मिथिलेश वामनकर

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