For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

Pankaj Kumar Mishra "Vatsyayan"'s Discussions (1,174)

Discussions Replied To (974) Replies Latest Activity

"आदरणीय उस्मानी सर बहुत बहुत आभार, सादर"

Pankaj Kumar Mishra "Vatsyayan" replied Oct 27, 2017 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-88

498 Oct 28, 2017
Reply by surender insan

"वर्ग-विभाजन नीति के कोई खुद शोले भड़काए तो अचरज कैसा आग्में यदि घर उसका खुद जल जाए तो…"

Pankaj Kumar Mishra "Vatsyayan" replied Oct 27, 2017 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-88

498 Oct 28, 2017
Reply by surender insan

"आदरणीय नीलेश जी, बढ़िया ग़ज़ल हुई है, आखरी शेर में लगता है, "को" शब्द गल्ती से टाइप हो…"

Pankaj Kumar Mishra "Vatsyayan" replied Oct 27, 2017 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-88

498 Oct 28, 2017
Reply by surender insan

"आदरणीय नादिर सर बहुत खूबसूरत गजल हुई है, बधाई"

Pankaj Kumar Mishra "Vatsyayan" replied Oct 27, 2017 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-88

498 Oct 28, 2017
Reply by surender insan

"सभी पतंगों की डोरी में गाँठ लगाने में माहिर कर कर देने से दोष दूर हो जाएगा"

Pankaj Kumar Mishra "Vatsyayan" replied Oct 27, 2017 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-88

498 Oct 28, 2017
Reply by surender insan

"अच्छी शुरुआत के लिए बधाई, आदरणीय नीलेश जी का सुझाव सही है, सादर"

Pankaj Kumar Mishra "Vatsyayan" replied Oct 27, 2017 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-88

498 Oct 28, 2017
Reply by surender insan

"एक ख़ूबरू ग़ज़ल और आपको, दोनों को सादर प्रणाम, बाऊजी"

Pankaj Kumar Mishra "Vatsyayan" replied Oct 27, 2017 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-88

498 Oct 28, 2017
Reply by surender insan

"आदरणीय अशोक सर सादर प्रणाम और हार्दिक आभार"

Pankaj Kumar Mishra "Vatsyayan" replied Feb 11, 2017 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-76

878 Feb 11, 2017
Reply by मिथिलेश वामनकर

"आदरणीय कल्पना मैम रचना को समय देने और उत्साहवर्धन के लिए सादर आभार"

Pankaj Kumar Mishra "Vatsyayan" replied Feb 11, 2017 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-76

878 Feb 11, 2017
Reply by मिथिलेश वामनकर

"आदरणीय शैख़ शहज़ाद सर खूबसूरत भावनाओ से ओत प्रोत इस रचना के लिए बहुत बहुत बधाई"

Pankaj Kumar Mishra "Vatsyayan" replied Feb 11, 2017 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-76

878 Feb 11, 2017
Reply by मिथिलेश वामनकर

RSS

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Blogs

Latest Activity

लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' commented on शिज्जु "शकूर"'s blog post ग़ज़ल: मुराद ये नहीं हमको किसी से डरना है
"आ. भाई शिज्जू 'शकूर' जी, सादर अभिवादन। खूबसूरत गजल हुई है। हार्दिक बधाई।"
12 hours ago

सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey commented on Nilesh Shevgaonkar's blog post ग़ज़ल नूर की - ताने बाने में उलझा है जल्दी पगला जाएगा
"आदरणीय नीलेश नूर भाई, आपकी प्रस्तुति की रदीफ निराली है. आपने शेरों को खूब निकाला और सँभाला भी है.…"
22 hours ago
अजय गुप्ता 'अजेय posted a blog post

ग़ज़ल (हर रोज़ नया चेहरा अपने, चेहरे पे बशर चिपकाता है)

हर रोज़ नया चेहरा अपने, चेहरे पे बशर चिपकाता है पहचान छुपा के जीता है, पहचान में फिर भी आता हैदिल…See More
22 hours ago
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' commented on गिरिराज भंडारी's blog post ग़ज़ल - वो कहे कर के इशारा, सब ग़लत ( गिरिराज भंडारी )
"आ. भाई गिरिराज जी, सादर अभिवादन। अच्छी गजल हुई है हार्दिक बधाई।"
yesterday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' commented on Nilesh Shevgaonkar's blog post ग़ज़ल नूर की - ताने बाने में उलझा है जल्दी पगला जाएगा
"आ. भाई नीलेश जी, सादर अभिवादन।सुंदर गजल हुई है। हार्दिक बधाई।"
yesterday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' commented on Sushil Sarna's blog post दोहा सप्तक. . . लक्ष्य
"आ. भाई सुशील जी, सादर अभिवादन। अच्छे दोहे हुए हैं हार्दिक बधाई।"
yesterday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 167 in the group चित्र से काव्य तक
"आ. भाई मिथिलेश जी, सादर अभिवादन। इस मनमोहक छन्दबद्ध उत्साहवर्धन के लिए हार्दिक आभार।"
Sunday
Ashok Kumar Raktale replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 167 in the group चित्र से काव्य तक
" दतिया - भोपाल किसी मार्ग से आएँ छह घंटे तो लगना ही है. शुभ यात्रा. सादर "
Sunday
Ashok Kumar Raktale replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 167 in the group चित्र से काव्य तक
"पानी भी अब प्यास से, बन बैठा अनजान।आज गले में फंस गया, जैसे रेगिस्तान।।......वाह ! वाह ! सच है…"
Sunday
Ashok Kumar Raktale replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 167 in the group चित्र से काव्य तक
"सादा शीतल जल पियें, लिम्का कोला छोड़। गर्मी का कुछ है नहीं, इससे अच्छा तोड़।।......सच है शीतल जल से…"
Sunday
Ashok Kumar Raktale replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 167 in the group चित्र से काव्य तक
"  तू जो मनमौजी अगर, मैं भी मन का मोर  आ रे सूरज देख लें, किसमें कितना जोर .....वाह…"
Sunday
Ashok Kumar Raktale replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 167 in the group चित्र से काव्य तक
"  तुम हिम को करते तरल, तुम लाते बरसात तुम से हीं गति ले रहीं, मानसून की वात......सूरज की तपन…"
Sunday

© 2025   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service