For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

MAHIMA SHREE's Discussions (1,151)

Discussions Replied To (928) Replies Latest Activity

"मासूम बच्चे घर में डरे सहमे बैठे हैं, रिश्ते हमारे अपनों के हैवान बन गये उम्मीद के क…"

MAHIMA SHREE replied Sep 23, 2014 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक - 51

246 Sep 23, 2014
Reply by Dr. Vijai Shanker

"जिस ने हमें चाहा वो ही  कीमत लगा गया, क्या  दौर हम  बाजार का सामान  बन गए ॥   जिन  क…"

MAHIMA SHREE replied Sep 23, 2014 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक - 51

246 Sep 23, 2014
Reply by Dr. Vijai Shanker

"बढ़िया ग़ज़ल कही आदरणीय अमित जी बधाई आपको "

MAHIMA SHREE replied Sep 23, 2014 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक - 51

246 Sep 23, 2014
Reply by Dr. Vijai Shanker

"होके पराया चल दिया, अपना ही साया भी, तन्हाइयों में घुल चुकी, पहचान बन गए।       मझधा…"

MAHIMA SHREE replied Sep 23, 2014 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक - 51

246 Sep 23, 2014
Reply by Dr. Vijai Shanker

"बहुत -२ बधाई आपको सार्थक प्रयास पर सादर "

MAHIMA SHREE replied Sep 23, 2014 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक - 51

246 Sep 23, 2014
Reply by Dr. Vijai Shanker

"वाह बहुत खूब ..हार्दिक बधाई आपको "

MAHIMA SHREE replied Sep 23, 2014 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक - 51

246 Sep 23, 2014
Reply by Dr. Vijai Shanker

"वाह लाजवाब ग़ज़ल कही है आदरणीय धामी जी हार्दिक बधाई स्वीकार करें "

MAHIMA SHREE replied Sep 23, 2014 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक - 51

246 Sep 23, 2014
Reply by Dr. Vijai Shanker

"बेहतरीन प्रस्तुती आदरणीय भुवन जी बहुत -२ बधाई आपको "

MAHIMA SHREE replied Sep 23, 2014 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक - 51

246 Sep 23, 2014
Reply by Dr. Vijai Shanker

"लाजवाब ग़ज़ल कही आदरणीय गिरिराज जी एक से बढ़ कर एक अशआर ..हार्दिक बधाई स्वीकार करें "

MAHIMA SHREE replied Sep 23, 2014 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक - 51

246 Sep 23, 2014
Reply by Dr. Vijai Shanker

"खिलखिला कर झूम कर आकाशगंगा घूम करआओगे श्रीमान धरती पे ही इतराने के बाद क्या पता शर्…"

MAHIMA SHREE replied Aug 30, 2014 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" गोल्डन जुबली अंक (Now Closed)

1303 Aug 31, 2014
Reply by Amit Kumar "Amit"

RSS

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Blogs

Latest Activity

Manjeet kaur replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"आदरणीय तस्दीक अहमद जी आदाब, बहुत सुंदर ग़ज़ल हुई है बहुत बधाई।"
9 hours ago
Manjeet kaur replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"लक्ष्मण धामी जी अभिवादन, ग़ज़ल की मुबारकबाद स्वीकार कीजिए।"
9 hours ago
Manjeet kaur replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"आदरणीय दयाराम जी, मतले के ऊला में खुशबू और हवा से संबंधित लिंग की जानकारी देकर गलतियों की तरफ़…"
9 hours ago
Dayaram Methani replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"आदरणीय तस्दीक अहमद खान जी, तरही मिसरे पर बहुत सुंदर प्रयास है। शेर नं. 2 के सानी में गया शब्द दो…"
10 hours ago
Gajendra shrotriya replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"इस लकीर के फकीर को क्षमा करें आदरणीय🙏 आगे कभी भी इस प्रकार की गलती नहीं होगी🙏"
10 hours ago
Dayaram Methani replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"आदरणीय रिचा यादव जी, आपने रचना जो पोस्ट की है। वह तरही मिसरा ऐन वक्त बदला गया था जिसमें आपका कोई…"
11 hours ago
Dayaram Methani replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"आदरणीय मनजीत कौर जी, मतले के ऊला में खुशबू, उसकी, हवा, आदि शब्द स्त्री लिंग है। इनके साथ आ गया…"
11 hours ago
Dayaram Methani replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"आदरणीय लक्ष्मण धामी जी, आपकी ग़जल इस बार कुछ कमजोर महसूस हो रही है। हो सकता है मैं गलत हूँ पर आप…"
11 hours ago
Dayaram Methani replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"आदरणीय चेतन प्रकाश जी, बुरा मत मानियेगा। मै तो आपके सामने नाचीज हूँ। पर आपकी ग़ज़ल में मुझे बह्र व…"
11 hours ago
Dayaram Methani replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"आदरणीय महेन्द्र कुमार जी, अति सुंदर सृजन के लिए बधाई स्वीकार करें।"
12 hours ago
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"आ. भाई तस्दीक अहमद जी, सादर अभिवादन। लम्बे समय बाद आपकी उपस्थिति सुखद है। सुंदर गजल हुई है। हार्दिक…"
12 hours ago
Dayaram Methani replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"ग़ज़ल 221, 2121, 1221, 212 इस बार रोशनी का मज़ा याद आगया उपहार कीमती का पता याद आगया अब मूर्ति…"
12 hours ago

© 2025   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service