For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

Sushil Sarna's Discussions (1,408)

Discussions Replied To (1175) Replies Latest Activity

"आदरणीय   Sheikh Shahzad Usmani      जी सृजन में निहित भावों  को अपने आत्मीय स्नेह से…"

Sushil Sarna replied Oct 15, 2016 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-72

752 Oct 16, 2016
Reply by Arpana Sharma

"आदरणीय   अखिलेश कृष्ण श्रीवास्तव     जी सृजन में निहित भावों  को अपने आत्मीय स्नेह स…"

Sushil Sarna replied Oct 15, 2016 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-72

752 Oct 16, 2016
Reply by Arpana Sharma

"हो चुका तमाम खूनी खेल बस करो मियांदुश्मनी का दौर जोर ख़त्म अब करो मियाँवाह आदरणीय गोप…"

Sushil Sarna replied Oct 14, 2016 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-72

752 Oct 16, 2016
Reply by Arpana Sharma

"आदरणीय योगराज सर प्रस्तुति में निहित भावों को अपने स्नेहिल शब्दों से सम्मानित करने क…"

Sushil Sarna replied Oct 14, 2016 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-72

752 Oct 16, 2016
Reply by Arpana Sharma

"वाह बहुत सुंदर आदरणीय  ... बड़े ही सुंदर ढंग से आपने प्रदत विषय को साकार किया है आदरण…"

Sushil Sarna replied Oct 14, 2016 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-72

752 Oct 16, 2016
Reply by Arpana Sharma

"माना गीत अभी बोझिल हैंऔर ह्रदय में अपने छालेबन गवाह सरहद देखेगीगाज गिरेगी अरि के पाल…"

Sushil Sarna replied Oct 14, 2016 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-72

752 Oct 16, 2016
Reply by Arpana Sharma

"फूल अलग हम दिखते चाहे ,एक मगर है अपनी डाल|कभी न झुकने देंगे मिलकर ,अपनी भारत माँ का…"

Sushil Sarna replied Oct 14, 2016 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-72

752 Oct 16, 2016
Reply by Arpana Sharma

"प्रदत विषय को साकार करती आपकी इस देशभक्ति से  ओत प्रोत प्रस्तुति के लिए हार्दिक हार्…"

Sushil Sarna replied Oct 14, 2016 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-72

752 Oct 16, 2016
Reply by Arpana Sharma

"कैसी ये मजबूरियाँ, दोनों हैं लाचारतुम हो अपने देश में,मैं सरहद के पारवाह आदरणीय समर…"

Sushil Sarna replied Oct 14, 2016 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-72

752 Oct 16, 2016
Reply by Arpana Sharma

"शहीदों की शहादत पर सियासत खेलने वालोगँवारा बात हर लेकिन न ये हरकत गँवारा है वाह आदरण…"

Sushil Sarna replied Oct 14, 2016 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-72

752 Oct 16, 2016
Reply by Arpana Sharma

RSS

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Blogs

Latest Activity

Ravi Shukla commented on अजय गुप्ता 'अजेय's blog post ग़ज़ल (कुर्ता मगर है आज भी झीना किसान का)
"आदरणीय अजय जी किसानों को केंद्र में रख कर कही गई  इस उम्दा गजल के लिए बहुत-बहुत…"
18 hours ago
Ravi Shukla commented on Nilesh Shevgaonkar's blog post ग़ज़ल नूर की - मुक़ाबिल ज़ुल्म के लश्कर खड़े हैं
"आदरणीय नीलेश जी, अच्छी  ग़ज़ल की प्रस्तुति के लिए हार्दिक बधाई स्वीकार करें. अपनी टिप्पणी से…"
18 hours ago
Ravi Shukla commented on गिरिराज भंडारी's blog post ग़ज़ल - यहाँ अनबन नहीं है ( गिरिराज भंडारी )
"आदरणीय गिरिराज भाई जी नमस्कार ग़ज़ल का अच्छी प्रयास है । आप को पुनः सृजन रत देखकर खुशी हो रही…"
18 hours ago
Ravi Shukla commented on बृजेश कुमार 'ब्रज''s blog post गीत-आह बुरा हो कृष्ण तुम्हारा
"आदरणीय बृजेश जी प्रेम में आँसू और जदाई के परिणाम पर सुंदर ताना बाना बुना है आपने ।  कहीं नजर…"
19 hours ago
बृजेश कुमार 'ब्रज' posted a blog post

गीत-आह बुरा हो कृष्ण तुम्हारा

सार छंद 16,12 पे यति, अंत में गागाअर्थ प्रेम का है इस जग मेंआँसू और जुदाईआह बुरा हो कृष्ण…See More
Thursday
Deepak Kumar Goyal is now a member of Open Books Online
Thursday
Nilesh Shevgaonkar commented on Nilesh Shevgaonkar's blog post ग़ज़ल नूर की - ज़िन्दगी की रह-गुज़र दुश्वार भी करते रहे
"धन्यवाद आ. बृजेश जी "
Wednesday
Nilesh Shevgaonkar commented on Nilesh Shevgaonkar's blog post ग़ज़ल नूर की - मुक़ाबिल ज़ुल्म के लश्कर खड़े हैं
"धन्यवाद आ. बृजेश जी "
Wednesday
अजय गुप्ता 'अजेय commented on अजय गुप्ता 'अजेय's blog post ग़ज़ल (कुर्ता मगर है आज भी झीना किसान का)
"अपने शब्दों से हौसला बढ़ाने के लिए आभार आदरणीय बृजेश जी           …"
Wednesday
बृजेश कुमार 'ब्रज' commented on Nilesh Shevgaonkar's blog post ग़ज़ल नूर की - ज़िन्दगी की रह-गुज़र दुश्वार भी करते रहे
"ज़िन्दगी की रह-गुज़र दुश्वार भी करते रहेदुश्मनी हम से हमारे यार भी करते रहे....वाह वाह आदरणीय नीलेश…"
Wednesday
बृजेश कुमार 'ब्रज' commented on अजय गुप्ता 'अजेय's blog post ग़ज़ल (कुर्ता मगर है आज भी झीना किसान का)
"आदरणीय अजय जी किसानों के संघर्ष को चित्रित करती एक बेहतरीन ग़ज़ल के लिए बहुत-बहुत बधाई एवं शुभकामनाएं…"
Wednesday
बृजेश कुमार 'ब्रज' commented on Nilesh Shevgaonkar's blog post ग़ज़ल नूर की - मुक़ाबिल ज़ुल्म के लश्कर खड़े हैं
"आदरणीय नीलेश जी एक और खूबसूरत ग़ज़ल से रूबरू करवाने के लिए आपका आभार।    हरेक शेर…"
Wednesday

© 2025   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service