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satish mapatpuri's Discussions (1,788)

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"राखी, धागे की रस्मों से, ऊपर जो उठते रहते,खरे, ख़ान के घर हो आना, बहना बहना जो कहते।…"

satish mapatpuri replied Aug 13, 2016 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-70

620 Aug 14, 2016
Reply by मिथिलेश वामनकर

"हौसला अफजाई के लिए शुक्रिया जनाब तस्दीक़ साहेब ."

satish mapatpuri replied Aug 13, 2016 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-70

620 Aug 14, 2016
Reply by मिथिलेश वामनकर

"रक्षा बंधन को बंधा के राखी अपने हाथ में खुद बहन से भाई करता हिफ़्ज़ का इक़रार है । ....…"

satish mapatpuri replied Aug 13, 2016 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-70

620 Aug 14, 2016
Reply by मिथिलेश वामनकर

"हृदयतल से आभार आदरणीया प्राची जी ."

satish mapatpuri replied Aug 13, 2016 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-70

620 Aug 14, 2016
Reply by मिथिलेश वामनकर

"कच्चे धागों में पक्का है भाई बहन का प्यार प्यार ही मज़हब इस धागे का इसमें जीत न हार .…"

satish mapatpuri replied Aug 13, 2016 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-70

620 Aug 14, 2016
Reply by मिथिलेश वामनकर

"आदरणीय मिथिलेश जी , रचना के नीचे नाम एवम्‌ मौलिक एवम्‌ अप्रकाशित न लिखना यह मेरी भूल…"

satish mapatpuri replied Aug 13, 2016 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-70

620 Aug 14, 2016
Reply by मिथिलेश वामनकर

"एक उदर के जाये दोनों रही गोद भी एक उत्पाती क्यों हुआ सहोदर भाव लिये अतिरेक गन्दी सोच…"

satish mapatpuri replied Aug 13, 2016 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-70

620 Aug 14, 2016
Reply by मिथिलेश वामनकर

"मैं भी लेकर बैठ गई  तुझे सुनाने अपनी कहानी। दुखी नहीं होना तुम सुनकर मैं सुख से हूँ,…"

satish mapatpuri replied Aug 13, 2016 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-70

620 Aug 14, 2016
Reply by मिथिलेश वामनकर

"आदरणीय सौरभ जी ,नमन .आपकी सराहना पाकर उत्साहवर्धन स्वाभाविक है . दिल से धन्यवाद आदरण…"

satish mapatpuri replied Aug 13, 2016 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-70

620 Aug 14, 2016
Reply by मिथिलेश वामनकर

"प्रदत्त विषय पर खूबसूरत प्रस्तुति ...... बधाई आदरणीय कल्याण साहेब ."

satish mapatpuri replied Aug 13, 2016 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-70

620 Aug 14, 2016
Reply by मिथिलेश वामनकर

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"आदरणीय अमीर जी  बहुत शुक्रिया आपका हौसला अफ़ज़ाई के लिए आपके सुझाव बेहतर हैं सुधार कर लिया है,…"
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Richa Yadav replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-173
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अमीरुद्दीन 'अमीर' बाग़पतवी replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-173
"आदरणीय लक्ष्मण धामी भाई मुसाफ़िर जी आदाब, अच्छी ग़ज़ल हुई है मुबारकबाद क़ुबूल फ़रमाइये।"
3 hours ago
अमीरुद्दीन 'अमीर' बाग़पतवी replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-173
"मुहतरमा ऋचा यादव जी आदाब, ग़ज़ल का अच्छा प्रयास हुआ है बधाई स्वीकार करें, कुछ सुझाव प्रस्तुत हैं…"
4 hours ago
अमीरुद्दीन 'अमीर' बाग़पतवी replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-173
"जा रहे हो छोड़ कर जो मेरा क्या रह जाएगा  बिन तुम्हारे ये मेरा घर मक़बरा रह जाएगा …"
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लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-173
"आ. भाई अमित जी, सादर अभिवादन। गजल पर उपस्थिति और मार्गदर्शन के लिए आभार। गजल गलत थ्रेड में पोस्ट…"
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लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-173
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