For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

गिरिराज भंडारी's Discussions (4,586)

Discussions Replied To (3397) Replies Latest Activity

"आदरणीय आरिफ भाई , कर्म की महत्ता बताती आपकी रचना के लिये हार्दिक बधाइयाँ ।"

गिरिराज भंडारी replied Sep 10, 2016 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-71

562 Sep 10, 2016
Reply by मिथिलेश वामनकर

"तौलते  रहिये क्योंकि ढोना खुद को ही पड़ता है अपने कर्मों का बोझ आज नहीं तो कल ….    …"

गिरिराज भंडारी replied Sep 10, 2016 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-71

562 Sep 10, 2016
Reply by मिथिलेश वामनकर

"आदरणीय शेख शहज़ाद भाई , प्रदत्त विषय को सार्थक करती आपकी कविता के लिये दिल से बधाइयाँ…"

गिरिराज भंडारी replied Sep 10, 2016 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-71

562 Sep 10, 2016
Reply by मिथिलेश वामनकर

"आदरणीय सतीश भाई , हौसला अफज़ाई का तहे दिल से शुक्रिया ।"

गिरिराज भंडारी replied Sep 10, 2016 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-71

562 Sep 10, 2016
Reply by मिथिलेश वामनकर

"आदरणीय मिथिलेश भाई , हौसला अफज़ाई का तहे दिल से शुक्रिया ।"

गिरिराज भंडारी replied Sep 10, 2016 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-71

562 Sep 10, 2016
Reply by मिथिलेश वामनकर

"आदरणीया राजेश जी, गज़ल की सराहना के लिये हार्दिक आभार । बादशा की बाबत दो अलग अलग राय…"

गिरिराज भंडारी replied Sep 10, 2016 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-71

562 Sep 10, 2016
Reply by मिथिलेश वामनकर

"आदरणीया राजेश जी , अच्छी गज़ल हुई है , हार्दिक बधाइयाँ आपको ।"

गिरिराज भंडारी replied Sep 10, 2016 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-71

562 Sep 10, 2016
Reply by मिथिलेश वामनकर

"आदरनीय सुरेश भाई , कर्म की महत्ता बताती आपकी कविता के लिये हार्दिक बधाइयाँ ।"

गिरिराज भंडारी replied Sep 10, 2016 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-71

562 Sep 10, 2016
Reply by मिथिलेश वामनकर

"आदरणीय सुरेश भाई , सार्थक दोहा वली के लिये हार्दिक बधाइयाँ जग की चिंता छोड़ तुम, कर्…"

गिरिराज भंडारी replied Sep 10, 2016 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-71

562 Sep 10, 2016
Reply by मिथिलेश वामनकर

"आदरणीया प्राची जी , बहुत सुन्दर गीत रचना हुई है , हार्दिक बधाइयाँ आपको ।"

गिरिराज भंडारी replied Sep 10, 2016 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-71

562 Sep 10, 2016
Reply by मिथिलेश वामनकर

RSS

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Activity

अमीरुद्दीन 'अमीर' बाग़पतवी replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-173
"जनाब ज़ैफ़ साहिब आदाब ग़ज़ल का अच्छा प्रयास है बधाई स्वीकार करें।  घोर कलयुग में यही बस देखना…"
9 minutes ago
अमीरुद्दीन 'अमीर' बाग़पतवी replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-173
"बहुत ख़ूब। "
58 minutes ago
Richa Yadav replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-173
"आदरणीय लक्ष्मण जी बहुत शुक्रिया आपका  सादर"
1 hour ago
Richa Yadav replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-173
"आदरणीय अमीर जी  बहुत शुक्रिया आपका हौसला अफ़ज़ाई के लिए आपके सुझाव बेहतर हैं सुधार कर लिया है,…"
1 hour ago
Richa Yadav replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-173
"आदरणीय अमित जी बहुत बहुत शुक्रिया आपका इतनी बारीक़ी से समझने बताने और ख़ूबसू रत इस्लाह के लिए,ग़ज़ल…"
1 hour ago
Dayaram Methani replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-173
"ग़ज़ल — 2122 2122 2122 212 धन कमाया है बहुत पर सब पड़ा रह जाएगा बाद तेरे सब ज़मीं में धन दबा…"
2 hours ago
Zaif replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-173
"2122 2122 2122 212 घोर कलयुग में यही बस देखना रह जाएगा इस जहाँ में जब ख़ुदा भी नाम का रह जाएगा…"
3 hours ago
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-173
"आ. रिचा जी, सादर अभिवादन। अच्छी गजल हुई है। हार्दिक बधाई। सुधीजनो के बेहतरीन सुझाव से गजल बहुत निखर…"
3 hours ago
अमीरुद्दीन 'अमीर' बाग़पतवी replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-173
"आदरणीय लक्ष्मण धामी भाई मुसाफ़िर जी आदाब, अच्छी ग़ज़ल हुई है मुबारकबाद क़ुबूल फ़रमाइये।"
5 hours ago
अमीरुद्दीन 'अमीर' बाग़पतवी replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-173
"मुहतरमा ऋचा यादव जी आदाब, ग़ज़ल का अच्छा प्रयास हुआ है बधाई स्वीकार करें, कुछ सुझाव प्रस्तुत हैं…"
5 hours ago
अमीरुद्दीन 'अमीर' बाग़पतवी replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-173
"जा रहे हो छोड़ कर जो मेरा क्या रह जाएगा  बिन तुम्हारे ये मेरा घर मक़बरा रह जाएगा …"
6 hours ago
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-173
"आ. भाई अमित जी, सादर अभिवादन। गजल पर उपस्थिति और मार्गदर्शन के लिए आभार। गजल गलत थ्रेड में पोस्ट…"
10 hours ago

© 2024   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service