For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

JAWAHAR LAL SINGH's Discussions (505)

Discussions Replied To (411) Replies Latest Activity

"आदाब सतीश सर! आपने सराहा! "

JAWAHAR LAL SINGH replied Apr 9, 2012 to "OBO लाइव महा उत्सव" अंक १८(Now closed with 1542 replies)

1542 Apr 10, 2012
Reply by अरुण कुमार निगम

"धन्यवाद  सर! आपने सराहा! "

JAWAHAR LAL SINGH replied Apr 9, 2012 to "OBO लाइव महा उत्सव" अंक १८(Now closed with 1542 replies)

1542 Apr 10, 2012
Reply by अरुण कुमार निगम

"मैं तो वाह वाह करूं न तो पीछे मुरूं देखा पैरों में घुघरू  सजाने लगी! ambreesh bhai a…"

JAWAHAR LAL SINGH replied Apr 9, 2012 to "OBO लाइव महा उत्सव" अंक १८(Now closed with 1542 replies)

1542 Apr 10, 2012
Reply by अरुण कुमार निगम

"खूब खुश था हंसी ख्वाब मैं देखकर।सातों सरगम दिशाएं बजाने लगी॥वीणा के सुर सधे ख्वाब हस…"

JAWAHAR LAL SINGH replied Apr 9, 2012 to "OBO लाइव महा उत्सव" अंक १८(Now closed with 1542 replies)

1542 Apr 10, 2012
Reply by अरुण कुमार निगम

"सपने में सब होते हैं. सपने, कितने गज़ब होते हैं तभी तो हम फिर  भी जीते हैं सपने तो ग…"

JAWAHAR LAL SINGH replied Apr 9, 2012 to "OBO लाइव महा उत्सव" अंक १८(Now closed with 1542 replies)

1542 Apr 10, 2012
Reply by अरुण कुमार निगम

"चिंगारियों की ना बातें करो, जंगल यहाँ हैं फकत बांस के..... priy awinash jee, bahut s…"

JAWAHAR LAL SINGH replied Apr 9, 2012 to "OBO लाइव महा उत्सव" अंक १८(Now closed with 1542 replies)

1542 Apr 10, 2012
Reply by अरुण कुमार निगम

"तेरा आना दिल के अरमानों में बस जाना. मिलना इसी जहाँ में होगा इसे छोड़ अब क्यों जाना.…"

JAWAHAR LAL SINGH replied Apr 9, 2012 to "OBO लाइव महा उत्सव" अंक १८(Now closed with 1542 replies)

1542 Apr 10, 2012
Reply by अरुण कुमार निगम

"काटें फसलें आशा वालीजो रूहों से बोते सपने पकी फसल तैयार  हो गयी आओ मिलकर काटें सपन…"

JAWAHAR LAL SINGH replied Apr 9, 2012 to "OBO लाइव महा उत्सव" अंक १८(Now closed with 1542 replies)

1542 Apr 10, 2012
Reply by अरुण कुमार निगम

"आदरणीय धरम  जी,  आपका बहुत बहुत आभार! हमने भी खुली आंख से सपना  देखा. सपने देखने में…"

JAWAHAR LAL SINGH replied Apr 8, 2012 to "OBO लाइव महा उत्सव" अंक १८(Now closed with 1542 replies)

1542 Apr 10, 2012
Reply by अरुण कुमार निगम

"आदरणीय प्रभाकर  जी, सपने तो सुबह सुबह आपने ही दिखाए रस्ते बताये, आपका बहुत बहुत आभार…"

JAWAHAR LAL SINGH replied Apr 8, 2012 to "OBO लाइव महा उत्सव" अंक १८(Now closed with 1542 replies)

1542 Apr 10, 2012
Reply by अरुण कुमार निगम

RSS

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Blogs

Latest Activity

आशीष यादव added a discussion to the group भोजपुरी साहित्य
Thumbnail

दियनवा जरा के बुझावल ना जाला

दियनवा जरा के बुझावल ना जाला पिरितिया बढ़ा के घटावल ना जाला नजरिया मिलावल भइल आज माहुर खटाई भइल आज…See More
13 hours ago

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-180
"आदरणीय सौरभ सर, क्या ही खूब दोहे हैं। विषय अनुरूप बहुत बढ़िया प्रस्तुति हुई है। इस प्रस्तुति हेतु…"
Sunday

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-180
"हार्दिक आभार आदरणीय "
Sunday

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-180
"आदरणीय चेतन प्रकाश जी प्रदत्त विषय अनुरूप बहुत बढ़िया प्रस्तुति हुई है। इस प्रस्तुति हेतु हार्दिक…"
Sunday

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-180
"आदरणीय लक्ष्मण धामी जी प्रदत्त विषय अनुरूप बहुत बढ़िया प्रस्तुति हुई है। इस प्रस्तुति हेतु हार्दिक…"
Sunday

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-180
"हार्दिक आभार आदरणीय लक्ष्मण धामी जी।"
Sunday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-180
"आ. भाई सौरभ जी, सादर अभिवादन। प्रदत्त विषय पर सुंदर रचना हुई है। हार्दिक बधाई।"
Sunday
Sushil Sarna posted a blog post

दोहा पंचक. . . शृंगार

दोहा पंचक. . . . शृंगारबात हुई कुछ इस तरह,  उनसे मेरी यार ।सिरहाने खामोशियाँ, टूटी सौ- सौ बार…See More
Sunday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-180
"आ. भाई मिथिलेश जी, सादर अभिवादन।प्रदत्त विषय पर सुन्दर प्रस्तुति हुई है। हार्दिक बधाई।"
Sunday

सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-180
"बीते तो फिर बीत कर, पल छिन हुए अतीत जो है अपने बीच का, वह जायेगा बीत जीवन की गति बावरी, अकसर दिखी…"
Sunday

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-180
"वो भी क्या दिन थे,  ओ यारा, ओ भी क्या दिन थे। ख़बर भोर की घड़ियों से भी पहले मुर्गा…"
Sunday
Ravi Shukla commented on गिरिराज भंडारी's blog post ग़ज़ल - ( औपचारिकता न खा जाये सरलता ) गिरिराज भंडारी
"आदरणीय गिरिराज जी एक अच्छी गजल आपने पेश की है इसके लिए आपको बहुत-बहुत बधाई आदरणीय मिथिलेश जी ने…"
Sunday

© 2025   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service