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Gurpreet Singh jammu's Discussions (461)

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"वाह वाह वाह आदरणीय समर कबीर जी...क्या शानदार प्रस्तुति...आपकी ग़ज़ल से हमेशा बहुत कु…"

Gurpreet Singh jammu replied Nov 25, 2016 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-77

320 Nov 27, 2016
Reply by मिथिलेश वामनकर

"तुझ से मिलन की आरजू में पहने तन तमाम बदले हैं मेरी रूह ने यूँ पैरहन तमाम ॥ माना ज़रा…"

Gurpreet Singh jammu replied Nov 25, 2016 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-77

320 Nov 27, 2016
Reply by मिथिलेश वामनकर

"जनाब दानिश साहब आपको मेरी कोशिश पसंद आई ये मेरे लिए बहुत बड़ी बात है. शुक्रिया"

Gurpreet Singh jammu replied Oct 29, 2016 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-76

383 Oct 29, 2016
Reply by Samar kabeer

"बहुत बहुत शुक्रिया जनाब उस्मानी साहब"

Gurpreet Singh jammu replied Oct 29, 2016 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-76

383 Oct 29, 2016
Reply by Samar kabeer

"मुझे दो आँखें हैं दिखती हिजाब पहने हुए है कोई ख्वाब में आता नकाब पहने हुए ॥ मुझे हरे…"

Gurpreet Singh jammu replied Oct 29, 2016 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-76

383 Oct 29, 2016
Reply by Samar kabeer

"वाह वाह समर कबीर जी. आप की तो हर बात में शायरी है.या यूँ कहिए कि आपकी हर बात ही शायर…"

Gurpreet Singh jammu replied Sep 24, 2016 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-75

739 Sep 24, 2016
Reply by Sheikh Shahzad Usmani

"आ. महेंद्र कुमार जी. बहुत बढिया गज़ल.क्रुप्या कठिन शब्दों के अर्थ भी बता दें"

Gurpreet Singh jammu replied Sep 24, 2016 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-75

739 Sep 24, 2016
Reply by Sheikh Shahzad Usmani

"वाह सूबे सिंह जी महब्बत में ,महब्बत से, महब्बत और हो जाती सारी गज़ल बहुत बढिया है"

Gurpreet Singh jammu replied Sep 24, 2016 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-75

739 Sep 24, 2016
Reply by Sheikh Shahzad Usmani

"आ.सुरेन्द्र नाथ जी. बढ़िया गज़ल के लिए बहुत बहुत बधाई"

Gurpreet Singh jammu replied Sep 24, 2016 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-75

739 Sep 24, 2016
Reply by Sheikh Shahzad Usmani

"सर बहुत ही बढ़िया गज़ल"

Gurpreet Singh jammu replied Sep 24, 2016 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-75

739 Sep 24, 2016
Reply by Sheikh Shahzad Usmani

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