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satish mapatpuri's Discussions (1,788)

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"आपकी सराहना पाकर रचना का मान और मेरा उत्साह दोनों बढ़ा है .... सादर नमन आदरणीय कबीर स…"

satish mapatpuri replied Mar 10, 2018 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-89

393 Mar 10, 2018
Reply by Samar kabeer

"आपकी स्नेहिल प्रतिक्रिया से उत्साहवर्धन हुआ है आदरणीय मनन साहेब .... सादर नमन ।"

satish mapatpuri replied Mar 10, 2018 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-89

393 Mar 10, 2018
Reply by Samar kabeer

"बहुत बहुत शुक्रिया आदरणीय उस्मानी साहेब ..... नमन ।"

satish mapatpuri replied Mar 10, 2018 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-89

393 Mar 10, 2018
Reply by Samar kabeer

"शुक्रिया आदरणीया प्रतिभा जी .... नमन ।"

satish mapatpuri replied Mar 10, 2018 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-89

393 Mar 10, 2018
Reply by Samar kabeer

"आदरणीय प्रधान संपादक जी , सादर नमन , आपने सराहा .... मेरा श्रम सार्थक हुआ ।"

satish mapatpuri replied Mar 10, 2018 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-89

393 Mar 10, 2018
Reply by Samar kabeer

"हौसला अफजाई के लिए आभारी हूँ आदरणीय छोटेलाल जी .... सादर नमन ।"

satish mapatpuri replied Mar 10, 2018 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-89

393 Mar 10, 2018
Reply by Samar kabeer

"आदरणीय तस्दीक साहेब , आदाब , आपकी स्नेहिल टिप्पणी से संबल मिला है ।"

satish mapatpuri replied Mar 10, 2018 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-89

393 Mar 10, 2018
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"ह्र्दयतल से आभार आदरणीय धामी साहेब .... नमन ।"

satish mapatpuri replied Mar 10, 2018 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-89

393 Mar 10, 2018
Reply by Samar kabeer

"मोहतरम जनाब आरिफ साहिब , आपकी सराहना से उत्साहित हूँ .....नमन ।"

satish mapatpuri replied Mar 10, 2018 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-89

393 Mar 10, 2018
Reply by Samar kabeer

"गीत गाँव के बधार बीच बाँस की मचान है । झूमता खेत  जहाँ   गाता खलिहान है । रोपनी के…"

satish mapatpuri replied Mar 10, 2018 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-89

393 Mar 10, 2018
Reply by Samar kabeer

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सदस्य टीम प्रबंधन
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"बहुत सुंदर ग़ज़ल ... सभी अशआर अच्छे हैं और रदीफ़ भी बेहद सुंदर  बधाई सृजन पर "
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"आ. भाई अजय जी, सादर अभिवादन। परिवर्तन के बाद गजल निखर गयी है हार्दिक बधाई।"
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"आ. भाई नीलेश जी, सादर अभिवादन। बेहतरीन गजल हुई है। सार्थक टिप्पणियों से भी बहुत कुछ जानने सीखने को…"
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लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' commented on Nilesh Shevgaonkar's blog post ग़ज़ल नूर की - मुक़ाबिल ज़ुल्म के लश्कर खड़े हैं
"आ. भाई नीलेश जी, सादर अभिवादन। सुंदर गजल हुई है। हार्दिक बधाई।"
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"आ. भाई बृजेश जी, सादर अभिवादन। गीत का प्रयास अच्छा हुआ है। पर भाई रवि जी की बातों से सहमत हूँ।…"
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लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' posted a blog post

घाव भले भर पीर न कोई मरने दे - लक्ष्मण धामी "मुसाफिर"

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लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' commented on लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर''s blog post कहते हो बात रोज ही आँखें तरेर कर-लक्ष्मण धामी "मुसाफिर"
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PHOOL SINGH posted a blog post

यथार्थवाद और जीवन

यथार्थवाद और जीवनवास्तविक होना स्वाभाविक और प्रशंसनीय है, परंतु जरूरत से अधिक वास्तविकता अक्सर…See More
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Sheikh Shahzad Usmani replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-123 (जय/पराजय)
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pratibha pande replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-123 (जय/पराजय)
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