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munish tanha's Discussions (683)

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"समर साहिब ठीक कहरहे हैं "

munish tanha replied Jan 28, 2017 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-79

652 Jan 28, 2017
Reply by मिथिलेश वामनकर

"गाँव के तेवर बदलते जा रहे हैं दिन ब दिनशह्र बदले या न बदले वो नगर होने को हैवाह साहि…"

munish tanha replied Jan 28, 2017 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-79

652 Jan 28, 2017
Reply by मिथिलेश वामनकर

"जीस्त की जद्दोजहद में इक शजर मिट ही गया आज हस्ती देख उसकी दरबदर होने को है वाह साहिब…"

munish tanha replied Jan 28, 2017 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-79

652 Jan 28, 2017
Reply by मिथिलेश वामनकर

"श्वास बिन यह देह मिथ्या देह बिन संसार क्या आदि और अनन्त तक का ये सफर होने को है वाह…"

munish tanha replied Jan 28, 2017 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-79

652 Jan 28, 2017
Reply by मिथिलेश वामनकर

"दर्द सहकर भी न बूढ़ी मा ने दी थी बद्दुआबस कहा बेटा न कोई भी अजर होने को है बधाई स्वीक…"

munish tanha replied Jan 27, 2017 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-79

652 Jan 28, 2017
Reply by मिथिलेश वामनकर

"फ़िर से छेड़ा है किसी ने ने जिक्र उनका शाम कोफ़िर से मेरा दिल परेशां रात भर होने को है…"

munish tanha replied Jan 27, 2017 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-79

652 Jan 28, 2017
Reply by मिथिलेश वामनकर

"। कर ले समझौता अभी हालात से, पागल न बन छोड़कर तू नौकरी क्यों दर-ब-दर होने को है ।वाह…"

munish tanha replied Jan 27, 2017 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-79

652 Jan 28, 2017
Reply by मिथिलेश वामनकर

"फैसला उनको सुनाना हम पे भारी यूँ पड़ाअब खिलाफत उनकी हमसे उम्र भर होने को है।वाह साहि…"

munish tanha replied Jan 27, 2017 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-79

652 Jan 28, 2017
Reply by मिथिलेश वामनकर

"वाह साहिब वाह बधाई स्वीकार करें"

munish tanha replied Jan 27, 2017 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-79

652 Jan 28, 2017
Reply by मिथिलेश वामनकर

"रोज गाएँगे तराने अब नये हम साथियों,बेबहर जो थी ग़ज़ल अब बाबहर होने को है।वाह SAHIB"

munish tanha replied Jan 27, 2017 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-79

652 Jan 28, 2017
Reply by मिथिलेश वामनकर

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