For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

MAHIMA SHREE's Discussions (1,151)

Discussions Replied To (928) Replies Latest Activity

"सितम को मैं सितम कहता रहा हूँज़ुबा को इस लिए कटवा रहा हूँमैं मुफ़लिस का दीया टूटा हू…"

MAHIMA SHREE replied Jul 27, 2013 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-37(Now closed with 1027 replies)

1027 Jul 30, 2013
Reply by Er. Ganesh Jee "Bagi"

"आदरणीया गीतिका जी .. इस दुःख की घड़ी में हम सब आपके साथ हैं ..."

MAHIMA SHREE replied Jul 25, 2013 to खुशियाँ और गम, ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार के संग...

3552 Sep 14, 2024
Reply by अमीरुद्दीन 'अमीर' बाग़पतवी

"आदरणीय अनंत जी , आपको तथा आपकी श्रीमती जी को प्यारी बिटिया के शुभागमन पर  ढेर सारी ब…"

MAHIMA SHREE replied Jul 25, 2013 to खुशियाँ और गम, ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार के संग...

3552 Sep 14, 2024
Reply by अमीरुद्दीन 'अमीर' बाग़पतवी

"अंजुमन प्रकाशन की साइट के शुभारम्भ के लिए बहुत -२  बधाइयाँ, साहित्य के आकाश में अंजु…"

MAHIMA SHREE replied Jul 9, 2013 to अंजुमन प्रकाशन की आफिशयल वेबसाईट लॉन्च की गयी

43 Aug 15, 2013
Reply by Satyanarayan Singh

"रे मानव! तू क्यों लिख बैठा सर्वनाश की अमिट कहानी... बहुत ही सुंदर और सामयिक प्रस्तुत…"

MAHIMA SHREE replied Jul 8, 2013 to "ओ बी ओ लाइव महा-उत्सव" अंक - 33(Now closed with 1275 Replies)

1275 Jul 8, 2013
Reply by Er. Ganesh Jee "Bagi"

"... कुदरत को दें दोष, लांघकर खुद ही रेखा, बनी मानवी भूल, हादसा सबने देखा ||.... बधाई…"

MAHIMA SHREE replied Jul 8, 2013 to "ओ बी ओ लाइव महा-उत्सव" अंक - 33(Now closed with 1275 Replies)

1275 Jul 8, 2013
Reply by Er. Ganesh Jee "Bagi"

"ले विध्वंश सकार, स्वार्थ के वशीभूत हो । भू पर हाहाकार, काल का कुटिल दूत हो उगे शीश प…"

MAHIMA SHREE replied Jul 8, 2013 to "ओ बी ओ लाइव महा-उत्सव" अंक - 33(Now closed with 1275 Replies)

1275 Jul 8, 2013
Reply by Er. Ganesh Jee "Bagi"

"मानव करे दोहन है अपार लाये विपदा..... बधाई आदरणीया सरिता जी"

MAHIMA SHREE replied Jul 8, 2013 to "ओ बी ओ लाइव महा-उत्सव" अंक - 33(Now closed with 1275 Replies)

1275 Jul 8, 2013
Reply by Er. Ganesh Jee "Bagi"

"पहली बार दोष प्रकृति के माथे... :) जबरदस्त आदरणीय रविकर सर .. बहुत -२ बधाई "

MAHIMA SHREE replied Jul 8, 2013 to "ओ बी ओ लाइव महा-उत्सव" अंक - 33(Now closed with 1275 Replies)

1275 Jul 8, 2013
Reply by Er. Ganesh Jee "Bagi"

"बहुत ही खुबसूरत और  सकरात्मक सोच को आपकी गजल प्रस्तुत कर रही हैं .. बधाई आपको अमित जी"

MAHIMA SHREE replied Jun 30, 2013 to ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा- अंक 36(Now Closed With 965 Replies)

964 Jul 1, 2013
Reply by आशीष नैथानी 'सलिल'

RSS

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Blogs

Latest Activity

लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' commented on Saurabh Pandey's blog post कौन क्या कहता नहीं अब कान देते // सौरभ
"आ. भाई सौरभ जी, सादर अभिवादन। बेहतरीन गजल हुई है। हार्दिक बधाई।"
7 hours ago
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' posted a blog post

देवता क्यों दोस्त होंगे फिर भला- लक्ष्मण धामी "मुसाफिर"

२१२२/२१२२/२१२ **** तीर्थ जाना  हो  गया है सैर जब भक्ति का यूँ भाव जाता तैर जब।१। * देवता…See More
yesterday

सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey posted a blog post

कौन क्या कहता नहीं अब कान देते // सौरभ

२१२२ २१२२ २१२२ जब जिये हम दर्द.. थपकी-तान देते कौन क्या कहता नहीं अब कान देते   आपके निर्देश हैं…See More
Sunday
Profile IconDr. VASUDEV VENKATRAMAN, Sarita baghela and Abhilash Pandey joined Open Books Online
Saturday
Sheikh Shahzad Usmani replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-127 (विषय मुक्त)
"आदाब। रचना पटल पर नियमित उपस्थिति और समीक्षात्मक टिप्पणी सहित अमूल्य मार्गदर्शन प्रदान करने हेतु…"
Friday
Sheikh Shahzad Usmani replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-127 (विषय मुक्त)
"सादर नमस्कार। रचना पटल पर अपना अमूल्य समय देकर अमूल्य सहभागिता और रचना पर समीक्षात्मक टिप्पणी हेतु…"
Friday
Sushil Sarna posted a blog post

दोहा सप्तक. . . सागर प्रेम

दोहा सप्तक. . . सागर प्रेमजाने कितनी वेदना, बिखरी सागर तीर । पीते - पीते हो गया, खारा उसका नीर…See More
Friday
pratibha pande replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-127 (विषय मुक्त)
"आदरणीय उस्मानी जी एक गंभीर विमर्श को रोचक बनाते हुए आपने लघुकथा का अच्छा ताना बाना बुना है।…"
Friday

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर commented on मिथिलेश वामनकर's blog post ग़ज़ल: मिथिलेश वामनकर
"आदरणीय सौरभ सर, आपको मेरा प्रयास पसंद आया, जानकार मुग्ध हूँ. आपकी सराहना सदैव लेखन के लिए प्रेरित…"
Friday

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर commented on मिथिलेश वामनकर's blog post ग़ज़ल: मिथिलेश वामनकर
"आदरणीय  लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर जी, मेरे प्रयास को मान देने के लिए हार्दिक आभार. बहुत…"
Friday

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-127 (विषय मुक्त)
"आदरणीय शेख शहजाद उस्मानी जी, आपने बहुत बढ़िया लघुकथा लिखी है। यह लघुकथा एक कुशल रूपक है, जहाँ…"
Friday
Sheikh Shahzad Usmani replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-127 (विषय मुक्त)
"असमंजस (लघुकथा): हुआ यूॅं कि नयी सदी में 'सत्य' के साथ लिव-इन रिलेशनशिप के कड़वे अनुभव…"
Friday

© 2025   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service