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दिनेश कुमार's Discussions (883)

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"ग़ज़ल आप को अच्छी लगी भाई मिथिलेश जी, जानकर खुशी हुई। हौसला अफ़्जाई के लिए दिल से आभा…"

दिनेश कुमार replied Feb 27, 2015 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-56

666 Mar 1, 2015
Reply by Hari Prakash Dubey

"शुक्रिया Hari Prakash Dubey जी, आभार।"

दिनेश कुमार replied Feb 27, 2015 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-56

666 Mar 1, 2015
Reply by Hari Prakash Dubey

"एक उस्तादाना ग़ज़ल हुई है आदरणीय समर कबीर सर जी। रदीफ़ क़ाफ़िया के मुश्किल संयोजन को आ…"

दिनेश कुमार replied Feb 27, 2015 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-56

666 Mar 1, 2015
Reply by Hari Prakash Dubey

"ग़ज़ल अच्छी हुई है। अलबत्ता कुछ जगह शे'र बह्र से बाहर होने के कारण मजा थोड़ा कम जरूर…"

दिनेश कुमार replied Feb 27, 2015 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-56

666 Mar 1, 2015
Reply by Hari Prakash Dubey

"आदरणीया पुछल्ला सिर्फ नाम का ही पुछल्ला है, वगरना तो सारी ग़ज़ल पर भारी पड़ रहा है।…"

दिनेश कुमार replied Feb 27, 2015 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-56

666 Mar 1, 2015
Reply by Hari Prakash Dubey

"शानदार आग़ाज़ के लिए मुबारक भाई मिथिलेश जी। मुझे तो नींद आ गई थी। सो, समय पर पोस्ट न…"

दिनेश कुमार replied Feb 27, 2015 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-56

666 Mar 1, 2015
Reply by Hari Prakash Dubey

"ख़ुदा के सामने अय्यारियाँ नहीं चलतीं कि रोज़-ए-हश्र अदाकारियाँ नहीं चलतीं तेरी ज़बान…"

दिनेश कुमार replied Feb 27, 2015 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-56

666 Mar 1, 2015
Reply by Hari Prakash Dubey

"भाई मिथिलेश जी, मैं तो पढ़ने का आनन्द लेता हूँ।"

दिनेश कुमार replied Feb 14, 2015 to "ओ बी ओ लाइव महाउत्सव" अंक-52

901 Feb 14, 2015
Reply by maharshi tripathi

"दिन ब दिन, रचना दर रचना नई ऊँचाईयाँ छू रहे हो भाई मिथिलेश जी। वाह वाह वाह ...!! उम्द…"

दिनेश कुमार replied Feb 14, 2015 to "ओ बी ओ लाइव महाउत्सव" अंक-52

901 Feb 14, 2015
Reply by maharshi tripathi

"ह्रदयस्पर्शी चित्रण, अद्भुत अद्वितीय मार्मिक। नमन आदरणीय गणेश सर जी।"

दिनेश कुमार replied Feb 14, 2015 to "ओ बी ओ लाइव महाउत्सव" अंक-52

901 Feb 14, 2015
Reply by maharshi tripathi

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