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"कल खिलेगी धूप मानवता की खुलकर जाति धर्मों के घने बादल न होंगे । 6। वाह .... आदरणीय ध…"

Sushil Sarna replied Oct 9, 2015 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-60

280 Oct 11, 2015
Reply by नादिर ख़ान

"आदरणीया प्रतिभा जी प्रदत विषय आस के अलग अलग रंगों से सजी इस भावपूर्ण  प्रस्तुति के ल…"

Sushil Sarna replied Oct 9, 2015 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-60

280 Oct 11, 2015
Reply by नादिर ख़ान

"आदरणीय अखिलेश जी प्रदत विषय पर बहुत ही सुंदर और सार्थक कुण्डलिया और दोहों का सृजन हु…"

Sushil Sarna replied Oct 9, 2015 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-60

280 Oct 11, 2015
Reply by नादिर ख़ान

"ढलता दिन संसार से करता है ताकीद बची रहे संभावना, बची रहे उम्मीद वाह आदरणीय सौरभ जी ब…"

Sushil Sarna replied Oct 9, 2015 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-60

280 Oct 11, 2015
Reply by नादिर ख़ान

"जीत पर मुस्कुराती है … रात के स्याह अँधेरे में कोई जुगनू किसी की अलसायी आँखों को मय…"

Sushil Sarna replied Oct 9, 2015 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-60

280 Oct 11, 2015
Reply by नादिर ख़ान

"कभी किया ही नही हमने और से चरचाकिया तलाश उसे खुद जो आप सा ही लगे वाह क्या हसीं ख्याल…"

Sushil Sarna replied Sep 26, 2015 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-63

645 Sep 26, 2015
Reply by D.K.Nagaich 'Roshan'

"बगैर उसके ये जीवन तो बेमजा ही लगेये रात चाँद सितारे सब जैसे सजा ही लगे बहुत खूब … दि…"

Sushil Sarna replied Sep 26, 2015 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-63

645 Sep 26, 2015
Reply by D.K.Nagaich 'Roshan'

"जुनून प्यार का गर हो भला भला ही लगेडगर ये ऐसी जहाँ जहर भी सुधा ही लगे तड़पना और भी ल…"

Sushil Sarna replied Sep 26, 2015 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-63

645 Sep 26, 2015
Reply by D.K.Nagaich 'Roshan'

"गुज़र गया हे ज़माना बहार देखे हुए ये खिड़की खोलो ज़रा सुबह की हवा ही लगे बहुत खूब आदरणीय…"

Sushil Sarna replied Sep 26, 2015 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-63

645 Sep 26, 2015
Reply by D.K.Nagaich 'Roshan'

"इसी उमीद में दिल को बनाया आशियाना ,कोई रहे तो सही चाहे बेवफा ही लगे | आदरणीय दिल को…"

Sushil Sarna replied Sep 26, 2015 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-63

645 Sep 26, 2015
Reply by D.K.Nagaich 'Roshan'

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"बहुत बहुत आभार आ. सौरभ सर ..आप से हमेशा दाद उन्हीं शेरोन को मिलती है जिन पर मुझे दाद की अपेक्षा…"
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"धन्यवाद आ. शिज्जू भाई "
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Ashok Kumar Raktale replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 168 in the group चित्र से काव्य तक
"आदरणीया प्रतिभा पाण्डे जी सादर, प्रदत्त चित्रानुसार योग के लाभ बताते सुन्दर कुण्डलिया छंद रचे हैं…"
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अखिलेश कृष्ण श्रीवास्तव replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 168 in the group चित्र से काव्य तक
"आदरणीय सौरभ भाईजी  छंदों की प्रशंसा और सुझाव के लिए हार्दिक धन्यवाद आभार आपका। "
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