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बासुदेव अग्रवाल 'नमन''s Discussions (1,128)

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"आ0 सुरेन्द्र नाथजी बहुत ही सुंदर ग़ज़ल कही है। गिरह तो बहुत ही अच्छी लगी है। शेर दर शे…"

बासुदेव अग्रवाल 'नमन' replied Dec 23, 2016 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-78

563 Dec 24, 2016
Reply by मिथिलेश वामनकर

"आ0 सुरेन्द्र नाथ जी आपने ग़ज़ल पर तवज्जो दी और ग़ज़ल आपको पसन्द आई मेरा लिखना सार्थक हुआ।"

बासुदेव अग्रवाल 'नमन' replied Dec 23, 2016 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-78

563 Dec 24, 2016
Reply by मिथिलेश वामनकर

"आ0 गिरिराज जी गाँव की यादों और गाँव की सोंधी मिट्टी की खुशबू में पगी हुई ग़ज़ल को नमन।"

बासुदेव अग्रवाल 'नमन' replied Dec 23, 2016 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-78

563 Dec 24, 2016
Reply by मिथिलेश वामनकर

"आ0 अमित जी अच्छी ग़ज़ल हुई है बधाई स्वीकार करें।"

बासुदेव अग्रवाल 'नमन' replied Dec 23, 2016 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-78

563 Dec 24, 2016
Reply by मिथिलेश वामनकर

"आ0 शिज्जु साहिब सुंदर ग़ज़ल की बधाई स्वीकार करें।"

बासुदेव अग्रवाल 'नमन' replied Dec 23, 2016 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-78

563 Dec 24, 2016
Reply by मिथिलेश वामनकर

"आ0 गुरप्रीत जी मेरी ग़ज़ल पर गौर फरमाने का तहे दिल से शुक्रिया।"

बासुदेव अग्रवाल 'नमन' replied Dec 23, 2016 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-78

563 Dec 24, 2016
Reply by मिथिलेश वामनकर

"आ0 निलेशजी आपने ग़ज़ल पर अपनी राय रखी सर आँखों पर। आ0 लय छोड़ते कुछ मिसरे और लय छोड़ने क…"

बासुदेव अग्रवाल 'नमन' replied Dec 23, 2016 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-78

563 Dec 24, 2016
Reply by मिथिलेश वामनकर

"ग़ज़ल (ग़म पी पी कर दिल ऊब गया तो) 22 22 22 22 22 22 22 2 ग़म पी पी कर दिल ऊब गया तो म…"

बासुदेव अग्रवाल 'नमन' replied Dec 23, 2016 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-78

563 Dec 24, 2016
Reply by मिथिलेश वामनकर

"आ0 समर साहब आपने रचना को सराहा आपका आशीर्वाद मिला मेरा लिखना सार्थक हुआ। आपका हृदय स…"

बासुदेव अग्रवाल 'नमन' replied Dec 10, 2016 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-74

765 Dec 11, 2016
Reply by Saurabh Pandey

"आ0 मिथिलेशजी वाह!! आपके दुमदार नहीं बल्कि दमदार दोहों की शैली बहुत ही मनभावक लगी। रच…"

बासुदेव अग्रवाल 'नमन' replied Dec 10, 2016 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-74

765 Dec 11, 2016
Reply by Saurabh Pandey

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