For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

Omprakash Kshatriya's Discussions (1,688)

Discussions Replied To (1683) Replies Latest Activity

"बहुत उम्दा लघुकथा. बधाई आद्रन्य्य जानकी वाही जी."

Omprakash Kshatriya replied Aug 31, 2016 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-17 (विषय: विरासत)

945 Aug 31, 2016
Reply by मिथिलेश वामनकर

"बहुत खूब आदरनीय कांता रॉय जी लघुकथा बहुत बढ़िया बनी है . बधाई आप को ."

Omprakash Kshatriya replied Aug 31, 2016 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-17 (विषय: विरासत)

945 Aug 31, 2016
Reply by मिथिलेश वामनकर

"मैना के बहाने आप ने प्रतिक रूप में सुदंर सन्देश दिया है. विरासत ऐसे ही नहीं सम्हाली…"

Omprakash Kshatriya replied Aug 31, 2016 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-17 (विषय: विरासत)

945 Aug 31, 2016
Reply by मिथिलेश वामनकर

"सब से अनमोल वसीयत. बधाई आदरणीय तस्दीक अहमद खान साहब जी. "

Omprakash Kshatriya replied Aug 31, 2016 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-17 (विषय: विरासत)

945 Aug 31, 2016
Reply by मिथिलेश वामनकर

"यही विरासत तो बांटी जा रही है आजकल. सुदर व सार्थक लघुकथा. बधाई आप को  सुकुल जी ."

Omprakash Kshatriya replied Aug 31, 2016 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-17 (विषय: विरासत)

945 Aug 31, 2016
Reply by मिथिलेश वामनकर

"एक नए विषय पर सुन्दर रचना. बहुत खूबसूरती से आप ने नाक का बखान किया है . बधाई आप को ."

Omprakash Kshatriya replied Aug 31, 2016 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-17 (विषय: विरासत)

945 Aug 31, 2016
Reply by मिथिलेश वामनकर

"विरासत हज कोई सम्हाल नहीं पाता. सुन्दर भाव व विचार. बधाई इस लघुकथा के लिए. आदरनीय शु…"

Omprakash Kshatriya replied Aug 31, 2016 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-17 (विषय: विरासत)

945 Aug 31, 2016
Reply by मिथिलेश वामनकर

"दोनों हाथों को जोड़ने की कोशिश में हर बार अपने ही हाथ ही तो कटे हैं| बहुत ही उम्दा बा…"

Omprakash Kshatriya replied Aug 31, 2016 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-17 (विषय: विरासत)

945 Aug 31, 2016
Reply by मिथिलेश वामनकर

"पूछ दबा कर बैठे बन्दर ने कमाल कर दिया. सारी भड़ास निकाल दी. उतरोत्तर बढ़ती इस शानदार ल…"

Omprakash Kshatriya replied Aug 31, 2016 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-17 (विषय: विरासत)

945 Aug 31, 2016
Reply by मिथिलेश वामनकर

"मां की आँखों पर चढ़ा ज़िद का चश्मा टूटकर मुस्कुरा रहा था । आदरनीय नीता कसार जी बहुत…"

Omprakash Kshatriya replied Aug 31, 2016 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-17 (विषय: विरासत)

945 Aug 31, 2016
Reply by मिथिलेश वामनकर

RSS

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Activity

अमीरुद्दीन 'अमीर' बाग़पतवी replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-173
"आदरणीय दयाराम मेठानी जी आदाब, ग़ज़ल का अच्छा प्रयास है, ग़ज़ल अभी और मश्क़ और समय चाहती है। "
3 hours ago
अमीरुद्दीन 'अमीर' बाग़पतवी replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-173
"जनाब ज़ैफ़ साहिब आदाब ग़ज़ल का अच्छा प्रयास है बधाई स्वीकार करें।  घोर कलयुग में यही बस देखना…"
4 hours ago
अमीरुद्दीन 'अमीर' बाग़पतवी replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-173
"बहुत ख़ूब। "
4 hours ago
Richa Yadav replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-173
"आदरणीय लक्ष्मण जी बहुत शुक्रिया आपका  सादर"
5 hours ago
Richa Yadav replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-173
"आदरणीय अमीर जी  बहुत शुक्रिया आपका हौसला अफ़ज़ाई के लिए आपके सुझाव बेहतर हैं सुधार कर लिया है,…"
5 hours ago
Richa Yadav replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-173
"आदरणीय अमित जी बहुत बहुत शुक्रिया आपका इतनी बारीक़ी से समझने बताने और ख़ूबसू रत इस्लाह के लिए,ग़ज़ल…"
5 hours ago
Dayaram Methani replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-173
"ग़ज़ल — 2122 2122 2122 212 धन कमाया है बहुत पर सब पड़ा रह जाएगा बाद तेरे सब ज़मीं में धन दबा…"
6 hours ago
Zaif replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-173
"2122 2122 2122 212 घोर कलयुग में यही बस देखना रह जाएगा इस जहाँ में जब ख़ुदा भी नाम का रह जाएगा…"
7 hours ago
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-173
"आ. रिचा जी, सादर अभिवादन। अच्छी गजल हुई है। हार्दिक बधाई। सुधीजनो के बेहतरीन सुझाव से गजल बहुत निखर…"
7 hours ago
अमीरुद्दीन 'अमीर' बाग़पतवी replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-173
"आदरणीय लक्ष्मण धामी भाई मुसाफ़िर जी आदाब, अच्छी ग़ज़ल हुई है मुबारकबाद क़ुबूल फ़रमाइये।"
8 hours ago
अमीरुद्दीन 'अमीर' बाग़पतवी replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-173
"मुहतरमा ऋचा यादव जी आदाब, ग़ज़ल का अच्छा प्रयास हुआ है बधाई स्वीकार करें, कुछ सुझाव प्रस्तुत हैं…"
9 hours ago
अमीरुद्दीन 'अमीर' बाग़पतवी replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-173
"जा रहे हो छोड़ कर जो मेरा क्या रह जाएगा  बिन तुम्हारे ये मेरा घर मक़बरा रह जाएगा …"
10 hours ago

© 2024   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service