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Ram Awadh VIshwakarma's Discussions (85)

Discussions Replied To (85) Replies Latest Activity

"खेतों से बाजार तक अनगिन खरपतवार नयी उपज को दे रहे दुख यूँ नित्य अपार सत्य है। पूँजीव…"

Ram Awadh VIshwakarma replied Apr 15, 2023 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-150

10 Apr 16, 2023
Reply by लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'

"रुबाई मंज़र को किसी हाल में हम बदलें आज संकट की घड़ी से सभी बच निकलें आज है फर्ज हमार…"

Ram Awadh VIshwakarma replied Apr 15, 2023 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-150

10 Apr 16, 2023
Reply by लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'

"अब नदी में कहाँ वो पानी है।पहले जैसी कहाँ रवानी है। गर चमेली है उनके घर में तो,मेरे…"

Ram Awadh VIshwakarma replied Jun 27, 2018 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-96

699 Jun 28, 2018
Reply by Samar kabeer

"मगर ये जान मेरी है निकल तो सकती है। वाह क्या कहने आदरणीय नीलेश जीबहुत बहुत बधाई शानद…"

Ram Awadh VIshwakarma replied Apr 28, 2018 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-94

365 Apr 29, 2018
Reply by Rana Pratap Singh

"इसी लिये ओपेन बुक्स आन लाइन एक सार्थक मंच है जिस पर बहूत कुछ सीखा जाता है। आज की परि…"

Ram Awadh VIshwakarma replied Mar 24, 2018 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-93

316 Mar 24, 2018
Reply by Samar kabeer

"आदर्णीय समर कबीर साहब जी आपने ग़ज़ल पर सार्थक टिप्पणी कर  उत्साह वर्धन किया। इसके लिये…"

Ram Awadh VIshwakarma replied Mar 23, 2018 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-93

316 Mar 24, 2018
Reply by Samar kabeer

"आदर्णीय अजय तिवारी साहब रहता है काफिया गलत है।धयान आकर्षित करने के लिये एवं कुछ शेर…"

Ram Awadh VIshwakarma replied Mar 23, 2018 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-93

316 Mar 24, 2018
Reply by Samar kabeer

"आदर्णीय मोहम्मद आरिफ साहब उत्साह वर्धन के लिये सादर धन्यवाद।"

Ram Awadh VIshwakarma replied Mar 23, 2018 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-93

316 Mar 24, 2018
Reply by Samar kabeer

"आदर्णीय नीलेश शेवगांवकर जी सार्थक सुझाव के लिये सादर धन्यवाद"

Ram Awadh VIshwakarma replied Mar 23, 2018 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-93

316 Mar 24, 2018
Reply by Samar kabeer

"रिश्वत में हुआ है ट्रैप अगर डरता है तू क्यों शरमाता है।हम्माम में सब ही नंगे हैं बेक…"

Ram Awadh VIshwakarma replied Mar 23, 2018 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-93

316 Mar 24, 2018
Reply by Samar kabeer

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अजय गुप्ता 'अजेय commented on Nilesh Shevgaonkar's blog post ग़ज़ल नूर की - ताने बाने में उलझा है जल्दी पगला जाएगा
"ऐसे ऐसे शेर नूर ने इस नग़मे में कह डाले सच कहता हूँ पढ़ने वाला सच ही पगला जाएगा :)) बेहद खूबसूरत…"
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ग़ज़ल (हर रोज़ नया चेहरा अपने, चेहरे पे बशर चिपकाता है)

हर रोज़ नया चेहरा अपने, चेहरे पे बशर चिपकाता है पहचान छुपा के जीता है, पहचान में फिर भी आता हैदिल…See More
9 hours ago
Nilesh Shevgaonkar posted a blog post

ग़ज़ल नूर की - ताने बाने में उलझा है जल्दी पगला जाएगा

.ताने बाने में उलझा है जल्दी पगला जाएगा, मुझ को बुनने वाला बुनकर ख़ुद ही पगला जाएगा. . इश्क़ के…See More
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"आदरणीय रवि भाई ग़ज़ल पर उपस्थित हो  कर  उत्साह वर्धन करने के लिए आपका हार्दिक आभार "
23 hours ago

सदस्य कार्यकारिणी
गिरिराज भंडारी commented on गिरिराज भंडारी's blog post ग़ज़ल - वो कहे कर के इशारा, सब ग़लत ( गिरिराज भंडारी )
"आ. नीलेश भाई , ग़ज़ल पर उपस्थिति  और  सराहना के लिए  आपका आभार  ये समंदर ठीक है,…"
23 hours ago
Nilesh Shevgaonkar commented on Nilesh Shevgaonkar's blog post ग़ज़ल नूर की - गुनाह कर के भी उतरा नहीं ख़ुमार मेरा
"शुक्रिया आ. रवि सर "
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Nilesh Shevgaonkar commented on Nilesh Shevgaonkar's blog post ग़ज़ल नूर की - आँखों की बीनाई जैसा
"धन्यवाद आ. रवि शुक्ला जी. //हालांकि चेहरा पुरवाई जैसा मे ंअहसास को मूर्त रूप से…"
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"वाह वाह आदरणीय नीलेश जी पहली ही गेंद सीमारेखा के पार करने पर बल्लेबाज को शाबाशी मिलती है मतले से…"
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Ravi Shukla commented on शिज्जु "शकूर"'s blog post ग़ज़ल: मुराद ये नहीं हमको किसी से डरना है
"आदरणीय शिज्जु भाई ग़ज़ल की उम्दा पेशकश के लिये आपको मुबारक बाद  पेश करता हूँ । ग़ज़ल पर आाई…"
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Ravi Shukla commented on अमीरुद्दीन 'अमीर' बाग़पतवी's blog post ग़ज़ल (जो उठते धुएँ को ही पहचान लेते)
"आदरणीय अमीरूद्दीन जी उम्दा ग़ज़ल आपने पेश की है शेर दर शेर मुबारक बाद कुबूल करे । हालांकि आस्तीन…"
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Ravi Shukla commented on बृजेश कुमार 'ब्रज''s blog post ग़ज़ल....उदास हैं कितने - बृजेश कुमार 'ब्रज'
"आदरणीय बृजेश जी ग़ज़ल के अच्छे प्रयास के लिये बधाई स्वीकार करें ! मुझे रदीफ का रब्त इस ग़ज़ल मे…"
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Ravi Shukla commented on Nilesh Shevgaonkar's blog post ग़ज़ल नूर की - आँखों की बीनाई जैसा
"वाह वाह आदरणीय  नीलेश जी उम्दा अशआर कहें मुबारक बाद कुबूल करें । हालांकि चेहरा पुरवाई जैसा…"
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