For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

प्रमोद वाजपेयी's Discussions (93)

Discussions Replied To (93) Replies Latest Activity

"...बाग़ बगीचे आम के नीचे, भागे माली पीछे पीछेकंकर ढेले चप्पल जूते, ऊपर फेंके जामुन न…"

प्रमोद वाजपेयी replied Oct 9, 2011 to "OBO लाइव महा उत्सव" अंक १२ (Now Closed with 1070 Replies)

1070 Oct 10, 2011
Reply by Er. Ambarish Srivastava

"हार्दिक धन्यवाद....."

प्रमोद वाजपेयी replied Oct 9, 2011 to "OBO लाइव महा उत्सव" अंक १२ (Now Closed with 1070 Replies)

1070 Oct 10, 2011
Reply by Er. Ambarish Srivastava

"बार-बार पढ़ जाने पर भी कुछ सूझ नहीं रहा कि क्या प्रतिक्रिया दूँ... मद छाके पग परत कह…"

प्रमोद वाजपेयी replied Oct 8, 2011 to "OBO लाइव महा उत्सव" अंक १२ (Now Closed with 1070 Replies)

1070 Oct 10, 2011
Reply by Er. Ambarish Srivastava

"... हैं बड़े हम आज तो घर के रहे ना घाट के। ऐसे रहते थे कि ज्यों फ़रजंद हों हम लाट के…"

प्रमोद वाजपेयी replied Oct 8, 2011 to "OBO लाइव महा उत्सव" अंक १२ (Now Closed with 1070 Replies)

1070 Oct 10, 2011
Reply by Er. Ambarish Srivastava

"सुन्दर, सफल प्रयास.... बधाई...."

प्रमोद वाजपेयी replied Oct 8, 2011 to "OBO लाइव महा उत्सव" अंक १२ (Now Closed with 1070 Replies)

1070 Oct 10, 2011
Reply by Er. Ambarish Srivastava

"...बाप की टूटी कलाई के प्लास्तर पर बैठ के मुस्कुराते से कार्टून बनाते हैं... खूब धरम…"

प्रमोद वाजपेयी replied Oct 8, 2011 to "OBO लाइव महा उत्सव" अंक १२ (Now Closed with 1070 Replies)

1070 Oct 10, 2011
Reply by Er. Ambarish Srivastava

"रचना कहाँ है, बन्धु..."

प्रमोद वाजपेयी replied Oct 8, 2011 to "OBO लाइव महा उत्सव" अंक १२ (Now Closed with 1070 Replies)

1070 Oct 10, 2011
Reply by Er. Ambarish Srivastava

"...महल रेत के बनते थे, और गर्दे से याराना था.... बहुत खूब बागड़ेजी, बधाई..."

प्रमोद वाजपेयी replied Oct 8, 2011 to "OBO लाइव महा उत्सव" अंक १२ (Now Closed with 1070 Replies)

1070 Oct 10, 2011
Reply by Er. Ambarish Srivastava

"...कभी अब्बा करते हैं..... अब्बा तो हमारी दिल्ली में करते हैं.... आपने हमारा बचपन या…"

प्रमोद वाजपेयी replied Oct 8, 2011 to "OBO लाइव महा उत्सव" अंक १२ (Now Closed with 1070 Replies)

1070 Oct 10, 2011
Reply by Er. Ambarish Srivastava

"रचना यादों के हर क्षण को सजीव व साकार करने में सक्षम है... बधाई, हबीब साहब....."

प्रमोद वाजपेयी replied Oct 8, 2011 to "OBO लाइव महा उत्सव" अंक १२ (Now Closed with 1070 Replies)

1070 Oct 10, 2011
Reply by Er. Ambarish Srivastava

RSS

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Blogs

Latest Activity

Jaihind Raipuri replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 173 in the group चित्र से काव्य तक
"सरसी छन्द ठिठुरे बचपन की मजबूरी, किसी तरह की आग बाहर लपटें जहरीली सी, भीतर भूखा नाग फिर भी नहीं…"
9 hours ago
Jaihind Raipuri joined Admin's group
Thumbnail

चित्र से काव्य तक

"ओ बी ओ चित्र से काव्य तक छंदोंत्सव" में भाग लेने हेतु सदस्य इस समूह को ज्वाइन कर ले |See More
9 hours ago
अखिलेश कृष्ण श्रीवास्तव replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 173 in the group चित्र से काव्य तक
"सरसी छंद +++++++++ पड़े गर्मी या फटे बादल, मानव है असहाय। ठंड बेरहम की रातों में, निर्धन हैं…"
14 hours ago
Chetan Prakash replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 173 in the group चित्र से काव्य तक
"सरसी छंद  रीति शीत की जारी भैया, पड़ रही गज़ब ठंड । पहलवान भी मज़बूरी में, पेल …"
16 hours ago
आशीष यादव added a discussion to the group भोजपुरी साहित्य
Thumbnail

दियनवा जरा के बुझावल ना जाला

दियनवा जरा के बुझावल ना जाला पिरितिया बढ़ा के घटावल ना जाला नजरिया मिलावल भइल आज माहुर खटाई भइल आज…See More
Thursday

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-180
"आदरणीय सौरभ सर, क्या ही खूब दोहे हैं। विषय अनुरूप बहुत बढ़िया प्रस्तुति हुई है। इस प्रस्तुति हेतु…"
Nov 17

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-180
"हार्दिक आभार आदरणीय "
Nov 17

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-180
"आदरणीय चेतन प्रकाश जी प्रदत्त विषय अनुरूप बहुत बढ़िया प्रस्तुति हुई है। इस प्रस्तुति हेतु हार्दिक…"
Nov 17

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-180
"आदरणीय लक्ष्मण धामी जी प्रदत्त विषय अनुरूप बहुत बढ़िया प्रस्तुति हुई है। इस प्रस्तुति हेतु हार्दिक…"
Nov 17

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-180
"हार्दिक आभार आदरणीय लक्ष्मण धामी जी।"
Nov 17
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-180
"आ. भाई सौरभ जी, सादर अभिवादन। प्रदत्त विषय पर सुंदर रचना हुई है। हार्दिक बधाई।"
Nov 16
Sushil Sarna posted a blog post

दोहा पंचक. . . शृंगार

दोहा पंचक. . . . शृंगारबात हुई कुछ इस तरह,  उनसे मेरी यार ।सिरहाने खामोशियाँ, टूटी सौ- सौ बार…See More
Nov 16

© 2025   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service