नटखट सलौना तू ,
मेरा खिलौना तू ,
कितना तू प्यारा है , मुन्ना मेरे I
तेरी इन आँखों में ,
मीठी सी बातों में ,
रब का नज़ारा है , मुन्ना मेरे I
तेरी किलकारी ने ,
खुशबू इस प्यारी ने ,
अंगना सँवारा है , मुन्ना मेरे I
तुझको भर बाहों में ,
अपनी निगाहों में ,
पल पल गुज़ारा है , मुन्ना मेरे I
सीप में मोती सा ,
दीप में ज्योति सा ,
नयनों का तारा है , मुन्ना मेरे I
दादू का प्यारा तू ,
नानू दुलारा तू ,
खुशियों की धारा है , मुन्ना मेरे I
खुशियाँ तू सब पाए ,
हर पल बस मुस्काए ,
जीवन तुझपे वारा है , मुन्ना मेरे I
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बहुत ही सुंदर भावपूर्ण रचना के लिए बहुत बहुत बधाई.. सच्च कहूँ आपने मेरे मुन्ने के लिए बहुत ही अच्छा गीत या कहूँ लोरी दे दी है .मेरा पोता " दीपंकर" अभी 3 महीने का हो रहा है.
डा प्राची सिंह जी
बहुत ही जबरदस्त संयोग है की हमारे पोते का नाम "दिव्यांस" रखने के लिए मेरी पत्नी भावना ने सुझाव दिया था
परन्तु जन्म समय से मिलन करते हुए अंक ज्योतिषी रजनी छाबड़ा ने कहा की छाजेड जी आप नाम "दीपंकर" ही रखें .
मैंने अपनी बेटी रूचि जो लिखती भी है को बता दिया फिर नाम तय हो गया . आज जब आपने "दिव्यांस" नाम का उल्लेख किया तो मन ने कहा आपको घटना बताऊँ.
अच्छी लोरी के लिए बहुत बहुत पुनः बधाई.........
:)
"दिव्यांस" को मेरा व मेरे परिवार का तथा "दीपंकर" का हार्दिक प्यार और सुखद , स्वस्थ व सुदीर्घ जीवन की मंगल कामनायें.
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