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satish mapatpuri's Discussions (1,788)

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मुख्य प्रबंधक

"जेकरा मौका मिलल उ लुटलस, जेकरा ना मिलल उ साधू बा , जय हो गुरूजी.बात त सोरहो आना सांच…"

satish mapatpuri replied Feb 13, 2011 to "OBO लाइव विश्व भोजपुरी कवि सम्मेलन" (Now Close)

207 Feb 13, 2011
Reply by Rana Pratap Singh

मुख्य प्रबंधक

"जिनिगी संवर गइल                     गीतकार -सतीश मापतपुरी   जब ले लागल नेह तोहसे -जि…"

satish mapatpuri replied Feb 13, 2011 to "OBO लाइव विश्व भोजपुरी कवि सम्मेलन" (Now Close)

207 Feb 13, 2011
Reply by Rana Pratap Singh

"हो सके ला भैया तुहू कईला बढ़िया काम ,कानून ता अँधा होला करी आपन काम ,जइसन मिली साख सा…"

satish mapatpuri replied Dec 14, 2010 to भैया पुलिश वाला हमार बात लिह मानs ,

6 Dec 14, 2010
Reply by Rash Bihari Ravi

मुख्य प्रबंधक

"आँख से लोर चुवेला, कोई नइखे पोछे वाला, आपसे मे लड़े सब, कोई नइखे रोके वाला, आँचारा म…"

satish mapatpuri replied Oct 6, 2010 to कुहकत बाड़ी "माई भोजपुरी"

26 Dec 19, 2010
Reply by Er. Ganesh Jee "Bagi"

"हमरा पोता के तुहू , बाबु खूब पढ़ाइहा , हमरा उमर के जब होखबा , ता तनिक ना घबराइहा , जह…"

satish mapatpuri replied Oct 6, 2010 to बबुआ हो तनी घूम जाईता ,

8 Oct 7, 2010
Reply by Rash Bihari Ravi

"बोल ना पावे कुछउ इ त आके तोहरा सोझा , की तोहसे प्यार करी ले तोहरे से प्यार करीले , क…"

satish mapatpuri replied Jul 30, 2010 to की तोहसे प्यार करी ले तोहरे से प्यार करीले ,

2 Jul 30, 2010
Reply by satish mapatpuri

मुख्य प्रबंधक

"गाय के रखवारी देखी ,करत बा कसाई, पाई मोका करी हलाल,वोके कहा गुरेज बा, नफरत से भरल दु…"

satish mapatpuri replied Jul 30, 2010 to भोजपुरी ग़ज़ल (गनेश जी बागी)

13 Jul 30, 2010
Reply by satish mapatpuri

मुख्य प्रबंधक

"गाय के रखवारी देखी ,करत बा कसाई, पाई मोका करी हलाल,वोके कहा गुरेज बा, नफरत से भरल दु…"

satish mapatpuri replied Jul 30, 2010 to भोजपुरी ग़ज़ल (गनेश जी बागी)

13 Jul 30, 2010
Reply by satish mapatpuri

"चाल बा तोहर नागिन जइसन अचरा जब सरकावेलू , देख के मुखड़ा मन इ बोले अंगिया काहे न लगाव…"

satish mapatpuri replied Jul 29, 2010 to बाली उमिरिया पतली कमरिया चलेलु तू इठालाइ के ,

5 Jul 29, 2010
Reply by satish mapatpuri

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लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-163
"आ. भाई दयाराम जी, सादर अभिवादन। रचना पर उपस्थिति और उत्साहवर्धन के लिए आभार।"
4 hours ago

सदस्य टीम प्रबंधन
Dr.Prachi Singh replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-163
"सहर्ष सदर अभिवादन "
10 hours ago
Dayaram Methani replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-163
"आदरणीय लक्ष्मण धामी जी, पर्यावरण विषय पर सुंदर सारगर्भित ग़ज़ल के लिए बधाई।"
13 hours ago
Dayaram Methani replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-163
"आदरणीय सुरेश कुमार जी, प्रदत्त विषय पर सुंदर सारगर्भित कुण्डलिया छंद के लिए बहुत बहुत बधाई।"
13 hours ago
Dayaram Methani replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-163
"आदरणीय मिथलेश जी, सुंदर सारगर्भित रचना के लिए बहुत बहुत बधाई।"
13 hours ago
Dayaram Methani replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-163
"आदरणीय लक्ष्मण धामी जी, प्रोत्साहन के लिए बहुत बहुत धन्यवाद।"
13 hours ago
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-163
"आ. भाई दयाराम जी, सादर अभिवादन। अच्छी रचना हुई है। हार्दिक बधाई।"
17 hours ago
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-163
"आ. भाई सुरेश जी, अभिवादन। प्रदत्त विषय पर सुंदर कुंडली छंद हुए हैं हार्दिक बधाई।"
19 hours ago
सुरेश कुमार 'कल्याण' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-163
" "पर्यावरण" (दोहा सप्तक) ऐसे नर हैं मूढ़ जो, रहे पेड़ को काट। प्राण वायु अनमोल है,…"
20 hours ago
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-163
"आ. भाई मिथिलेश जी, सादर अभिवादन। पर्यावरण पर मानव अत्याचारों को उकेरती बेहतरीन रचना हुई है। हार्दिक…"
21 hours ago
Dayaram Methani replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-163
"पर्यावरण पर छंद मुक्त रचना। पेड़ काट करकंकरीट के गगनचुंबीमहल बना करपर्यावरण हमने ही बिगाड़ा हैदोष…"
21 hours ago

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-163
"तंज यूं आपने धूप पर कस दिए ये धधकती हवा के नए काफिए  ये कभी पुरसुकूं बैठकर सोचिए क्या किया इस…"
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