आदरणीय काव्य-रसिको,
सादर अभिवादन !
’चित्र से काव्य तक’ छन्दोत्सव का यह आयोजन लगातार क्रम में इस बार एक सौ चौदहवाँ आयोजन है.
आयोजन हेतु निर्धारित तिथियाँ –
17 अक्टूबर 2020 दिन शनिवार से 18 अक्टूबर 2020 दिन रविवार तक
इस बार के छंद हैं -
हरिगीतिका छंद
हम आयोजन के अंतरगत शास्त्रीय छन्दों के शुद्ध रूप तथा इनपर आधारित गीत तथा नवगीत जैसे प्रयोगों को भी मान दे रहे हैं. छन्दों को आधार बनाते हुए प्रदत्त चित्र पर आधारित छन्द-रचना तो करनी ही है, दिये गये चित्र को आधार बनाते हुए छंद आधारित नवगीत या गीत या अन्य गेय (मात्रिक) रचनायें भी प्रस्तुत की जा सकती हैं.
केवल मौलिक एवं अप्रकाशित रचनाएँ ही स्वीकार की जाएँगीं.
हरिगीतिका छंद के मूलभूत नियमों से परिचित होने के लिए यहाँ क्लिक ...
जैसा कि विदित है, अन्यान्य छन्दों के विधानों की मूलभूत जानकारियाँ इसी पटल के भारतीय छन्द विधान समूह में मिल सकती है.
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आयोजन सम्बन्धी नोट :
चित्र अंतर्जाल से
फिलहाल Reply Box बंद रहेगा जो 17 अक्टूबर 2020 दिन शनिवार से 18 अक्टूबर 2020 दिन रविवार तक, यानी दो दिनों के लिए, रचना-प्रस्तुति तथा टिप्पणियों के लिए खुला रहेगा.
अति आवश्यक सूचना :
छंदोत्सव के सम्बन्ध मे किसी तरह की जानकारी हेतु नीचे दिये लिंक पर पूछताछ की जा सकती है ...
"ओबीओ चित्र से काव्य तक छंदोत्सव" के सम्बन्ध मे पूछताछ
"ओबीओ चित्र से काव्य तक छंदोत्सव" के पिछ्ले अंकों को यहाँ पढ़ें ...
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मंच संचालक
सौरभ पाण्डेय
(सदस्य प्रबंधन समूह)
ओपन बुक्स ऑनलाइन डॉट कॉम
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पहले सींचा नेह से, बाद सौंप दी पीर ।
निकली मेरी प्रेम में, दगाबाज तकदीर ।।
अरुन अनन्त
मोह का हर एक, धागा तोड़कर,
दो मुझे अनुमति, विदाई का समय है,
मत बहाना हे प्रिये मोती नयन से,
जा रहा हूँ बाँध कर तुमको वचन से,
मुस्कुराहट, प्रेम, करुणा और सुख से,
जोड़कर रखना स्वयं को पूर्ण मन से,
छोड़ दो दामन, जुदाई का समय है,
दो मुझे अनुमति, विदाई का समय है
याद रखना प्रेम की प्रिय भावनाएँ,
भूल जाना ये विरह की वेदनाएँ,
तय करो बाकी सफर हँसकर जगत में,
दे रहा हूँ मैं तुम्हें शुभकामनाएँ,
बंधनों से अब, रिहाई का समय है
दो मुझे अनुमति, विदाई का समय है
अरुन अनन्त
तुम्हे जाने की इतनी जल्दी क्या थी ? ऐसे कौन छोड़ जाता है ?
काश यह झूठ होता...
वह भी आत्म हत्या !!!
तुम इतने कमजोर तो नहीं थे..
कितनी प्यारी बिटिया है तुम्हारी,
कैसे जियेगी तुम्हारे बिन, यह भी न सोचा, निष्ठुर !
अरुन.. अनंत की यात्रा पर निकल गया ...
ईश्वर आपकी आत्मा को शांति प्रदान करें
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ओबीओ परिवार
गणेश जी बाग़ी
अपने ओबीओ परिवार के सदस्य अरुन अनन्त के आकस्मिक निधन के हृदयद्रावक समाचार से पूरा परिवार शोक मग्न है.
इस बार का आयोजन स्थगित किया जाता है.
परमपिता परमेश्वर अरुन भाई की आत्मा को चिर-शांति दें.
ॐ शांति
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